संभल हिंसा: संभल नहीं तो दिल्ली ही सही, आखिरकार राहुल गांधी की संभल हिंसा के मृतकों के परिजनों से हुई मुलाकात
- कांग्रेस नेता राहुल गांधी संभल में जान गवांने वाले 4 लोगों के परिवार से की मुलाकात
- संभल जाने की भी कोशिश की थी
- गाजीपुर बॉर्डर पर युपी पुलिस ने रोक दिया था
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस के दिग्गज नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को राजधानी दिल्ली में संभल हिंसा में मारे गए चार लोगों के परिवार से मुलाकात की। बता दें, इससे पहले भी उन्होंने मारे गए युवकों की परिजनों से मिलने की कोशिश की थी। बीते दिनों राहुल गांधी उनसे मिलने संभल पहुंचे थे लेकिन यूपी पुलिस ने उन्हें गाजीपुर बॉर्डर पर दी थी।
जानकारी के मुताबिक, मंगलवार को उन्होंने हिंसा में मारे गए बिलाल, रूमान, अयान और कैफ के परिजनों से बातचीत की। इस दौरान उन्होंने संभल हिंसा पर विस्तार से चर्चा की। इन चारों मृतकों के परिजनों को कांग्रेस नेता रिजवान कुरैशी, सचिन चौधरी और प्रदीप नरवाल ने दिल्ली लेकर पहुंचे थे।
क्या है संभल हिंसा का पूरा मामला?
दरअसल, उत्तर प्रदेश के संभल जिले में मुगलों के जमाने से एक मस्जिद बनी हुई है जिसे लेकर हिंदू पक्ष का दावा है कि वह पहले मस्जिद नहीं श्री हरिहर मंदिर था। जिसे मुगल शाशक बाबर ने 1529 में तोड़ दिया था। हिंदू पक्ष के दावे को लेकर कोर्ट ने मस्जिद का सर्वेक्षण करने का आदेश दिया। कोर्ट के इस आदेश के बाद सर्वेक्षण टीम वहां पहुंच गई। जिसके बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों में इसे लेकर असंतोष और विरोध देखने को मिला। उनका कहना है कि कोर्ट ने उन्हें इस सर्वेक्षण के लिए पर्याप्त समय नहीं दिया।
संभल में हिंसा तब भड़की जब सर्वे करने वाली टीम रविवार को मस्जिद से सर्वेक्षण कर के बाहर निकली। जानकारी के मुताबिक, सर्वे करने वाली टीम रविवार सुबह 7 बजे मस्जिद में गई और 10 बजे तक सर्वेक्षण कर के निकल गई। लेकिन उनके बाहर आते ही लोगों ने उनपर पथराव शुरु कर दिए जिसकी वजह से वहां जनआक्रोश और भी ज्यादा बढ़ गया। हिंसा के दौरान हुई फायरिंग में चार लोगों की जान चली गई। रिपोर्ट के अनुसार उनके नाम, बिलाल, रूमान, अयान और कैफ बताए गए हैं।
Created On :   10 Dec 2024 8:05 PM IST