राम मंदिर का हाल: पहली ही बारिश नहीं सह पाया, छत से टपकने लगा पानी, मुख्य पुजारी का बड़ा खुलासा
- मंदिर निर्माण के 6 महीने में ही दिखने लगी खामी
- मंदिर के मुख्य पुजारी ने निर्माण कार्य पर खड़े किए सवाल
- छत से पानी चूने का किया दावा
डिजिटल डेस्क, अयोध्या। अभी अयोध्या में राम मंदिर के उद्धाटन को छह महीने भी पूरे नहीं हुए थे और इसकी छत से पानी रिसने लगा। यह खुलासा खुद मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने किया है। मुख्य पुजारी ने मंदिर निर्माण कार्य पर बोलते हुए कहा कि इसका निर्माण 2025 तक होना असंभव है। लेकिन यदि बोला जा रहा है तो मान लेता हूं। इसके साथ ही उन्होंने इसके निर्माण कार्य पर सवाल उठाते हुए कहा कि जहां रामलला विराजमान (गर्भ गृह) हैं वहां पहली ही बारिश में पानी चूने लगा है, जिसकी जांच होनी चाहिए।
गर्भ गृह की छत से चू रहा पानी
न्यूज एजेंसी एएनआई को दिये इंटरव्यू में राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, जैसा कहा जा है कि मंदिर का निर्माण और मूर्तियों की स्थापना 2025 तक हो जाएगी। मैं मान लेता हूं लेकिन, एक वर्ष में यह सब होना संभव नहीं नजर आ रहा है। उन्होंने आगे कहा कि जिस जगह पर रामलला विराजमान हैं वहां पहली ही बारिश में पानी चूने लगा है। इसके अलावा प्रांगण में और भी जगह हैं जहां बारिश का पानी एकत्रित हो रहा है, उसके निकास की व्यवस्था नहीं है। उन्होंने इन खामियों की जांच करने की मांग की।
बता दें कि अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी। इस भव्य समारोह में देश की तमाम वीआईपी हस्तियां शामिल हुई थीं। पीएम नरेंद्र मोदी इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथी थे। उन्हीं के हाथों से रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई थी।
Created On :   24 Jun 2024 7:28 PM IST