हिरोशिमा में G-7 शिखर सम्मेलन के दौरान यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की से मिले पीएम मोदी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जापान के हिरोशिमा में G-7 शिखर सम्मेलन के दौरान भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के बीच शनिवार को मुलाकात हुई है। इस मुलाकात से पहले पीएम मोदी और जेलेंस्की के बीच कई बार फोन पर वार्तालाप हो चुकी है। रूस और यूक्रेन के आपस में साल भर से चल रहे युद्ध के बीच इनकी यह पहली मुलाकात है। इससे पहले पीएम मोदी ने जापान के पीएम फुमियो किशिदा से भारत की जी-7 और जी-20 की अध्यक्षता के लिए कई वैश्विक चुनौतियों पर बात की। पीएम मोदी ने जेलेंस्की से चल रहे युद्ध पर बात करते हुए कहा- ''यूक्रेन में चल रहा युद्ध पूरी दूनिया के लिए बहुत बड़ा मुद्दा है, पूरे विश्व पर इस युद्ध के कारण कई तरीके से प्रभाव पड़े हैं। मैं इसे राजनितिक मुद्दा नहीं मानता, यह मेरे लिए मानवता का मुद्दा है। साल भर से चल रहे युद्ध के समाधान के लिए भारत और खासतौर पर मैं जो भी कर सकेंगे वह करने को तैयार है।''
इस दौरान पीएम मोदी ने महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण भी किया और उनकी अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रो और वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह से भी मुलाकात हुई।
पीएम कार्यालय ने किया ट्वीट
इस सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री कार्यालय ने भी ट्वीट कर जानकारी दी कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी-7 शिखर सम्मेलन के लिए हिरोशिमा पहुंचे हैं और इस सम्मेलन में उनकी मुलाकात यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की से हुई हैं। इसके बाद पीएम पापुआ न्यू गिनी और ऑस्ट्रेलिया भी जाएंगे।
पीएम मोदी से जेलेंस्की ने कई बार की है हस्तक्षेप की मांग
आपको बता दें कि, पिछले साल फरवरी के महीने में रूस ने विशेष सैन्य अभियान की घोषणा कर यूक्रेन पर हमला कर दिया था। यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के दौरान पीएम मोदी और यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की की यह पहली मुलाकात है। रूस के द्वारा किए गए हमले के बाद जेलेंस्की ने कई बार पीएम मोदी को फोन कर युद्ध रूकवाने के लिए हस्तक्षेप की मांग की है।
युद्ध को लेकर न्यूट्रल रूख कायम कर चुके हैं पीएम मोदी
साल भर से चल रहे युद्ध के दौरान पीएम मोदी ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और जेलेंस्की से कई बार बात की है। उन्होंने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मौजूदगी में भी शांति की मांग करते हुए कहा है कि किसी भी समस्या का हल जंग नहीं है, बातचीत कर समस्या का हल निकाला जाना चाहिए। हालांकि, संयुक्त राष्ट्र संघ और अन्य विदेशी मंचो पर भारत ने इस युद्ध को लेकर अपना न्यूट्रल रूख भी कायम रखा है।
Created On :   20 May 2023 9:06 PM IST