क्रिसमस 2025: CBCI की ओर से आयोजित क्रिसमस समारोह शामिल हुए पीएम मोदी, पोप फ्रांसिस का किया जिक्र

CBCI की ओर से आयोजित क्रिसमस समारोह शामिल हुए पीएम मोदी, पोप फ्रांसिस का किया जिक्र
  • पीएम ने समारोह में पोप फ्रांसिस का किया जिक्र
  • क्रिसमस समारोह शामिल हुए पीएम मोदी
  • 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को किया परास्त- पीएम मोदी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में कैथोलिक बिशप्स कॉन्फ्रेंस ऑफ इंडिया (CBCI) द्वारा आयोजित क्रिसमस समारोह में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने समारोह मंच को संबोधित करते हुए कहा, "यह अवसर, यह दिन हम सबके लिए यादगार रहने वाला है। यह अवसर इसलिए भी खास है क्योंकि इसी वर्ष CBCI की स्थापना के 80 वर्ष पूरे हो रहे हैं। मैं CBCI से जुड़े सभी लोगों को बधाई देता हूं। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे हमेशा आपसे स्नेह मिला है। पोप फ्रांसिस से भी मुझे वही स्नेह मिलता है। इटली में G7 की बैठक के दौरान, मैं उनसे मिला - यह तीन साल में मेरी उनसे दूसरी मुलाकात थी। मैंने उन्हें भारत आने का निमंत्रण दिया।"

पोप फ्रांसिस का जिक्र

पीएम मोदी ने कहा कि कुछ ही सप्ताह पहले, महामहिम कार्डिनल जॉर्ज कुवाकड़ को परमपावन पोप फ्रांसिस ने कार्डिनल की डिग्री से सम्मानित किया था। इस समारोह में भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री जॉर्ज कुरियन के नेतृत्व में आधिकारिक तौर पर एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल भेजा गया था। जब भारत का कोई बेटा सफलता की इस भूमि पर प्रवेश करता है, तो पूरे देश को विशिष्टता पर गर्व होता है।मुझे विश्वास है कि हम सबके सामूहिक प्रयास। हमारे देश को आगे बढ़ाएंगे। विकसित भारत हम सभी का लक्ष्य है और हमें इसे मिलकर पाना है। ये आने वाली पीढ़ियों के प्रति हमारा दायित्व है कि हम उन्हें एक उज्ज्वल भारत देकर जाएं।

25 करोड़ लोगों ने गरीबी को किया परास्त- पीएम मोदी

पीएम मोदी ने कहा कि बीते 10 साल में, हमारे देश में 25 करोड़ लोगों ने गरीबी को परास्त किया है। ये इसलिए हुआ, क्योंकि गरीबों में एक उम्मीद जगी कि हां, गरीबी से जंग जीती जा सकती है। बीते 10 साल में, भारत 10वें नंबर की इकोनॉमी से 5वें नंबर की इकोनॉमी बन गया है। ये इसलिए हुआ, क्योंकि हमने खुद पर भरोस किया। भारत का संत, दुनिया में कहीं भी हो। किसी भी विपत्ति में हो। आज का भारत, उन्हें हर संकट से बचाकर लाया है। यह अपनी कर्तव्यनिष्ठा है। भारत अपनी विदेश नीति में भी राष्ट्रहित के साथ-साथ मानव हित को प्राथमिकता देता है। कोरोना के समय पूरी दुनिया ने इसे देखा भी और महसूस भी किया।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, "मेरे लिए वह बहुत संतोषजनक क्षण था जब हम एक दशक पहले युद्धग्रस्त अफगानिस्तान से फादर एलेक्सिस प्रेम कुमार को सुरक्षित बचाकर वापस लाए थे। वे 8 महीने तक वहां बड़ी विपत्ती में फंसे हुए थे, बंधक बने हुए थे। हमारी सरकार ने उन्हें वहां से निकालने के लिए हर संभव प्रयास किए। हमारे लिए ये सभी मिशन महज कूटनीतिक मिशन नहीं हैं, बल्कि परिवार के सदस्यों को वापस लाने की भावनात्मक प्रतिबद्धता है। आज का भारत, भारत के हर बेटे को, चाहे वे किसी भी मुश्किल परिस्थिति में फंसे हों, साथ लाता है।"

पीएम मोदी ने कहा कि मैं ईसाई समुदाय के युवाओं सहित हमारे युवाओं को विकसित भारत के सपने को साकार करने की दिशा में देश की महत्वपूर्ण पहल में योगदान देने के लिए बधाई देता हूं। ‘विकसित भारत’ हमारा सामूहिक लक्ष्य है, और हमें इसे प्राप्त करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए। यह सुनिश्चित करना हमारी जिम्मेदारी है कि आने वाली पीढ़ियों को एक उज्जवल भविष्य विरासत में मिले!

Created On :   23 Dec 2024 8:21 PM IST

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