लोकसभा चुनाव 2024: विपक्षी गठबंधन पर मंडरा रहा है खतरा, एक और राज्य में इंडी ब्लॉक से आप ने खुद को किया बाहर
- इंडिया अलायंस खतरे में नजर आ रहा है
- एक और राज्य में अकेले चुनाव लड़ेगी आप
- असम के तीन सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आम चुनाव में अब कुछ ही समय बचा है और इंडिया गठबंधन सीट शेयरिंग के अपने सबसे जटिल सवाल का जवाब अब तक ढूंढने में नाकामयाब रही है। गठबंधन में शामिल अलग-अलग पार्टियां सीट शेयरिंग में देरी की वजह से एक के बाद एक कई राज्यों में अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान करती जा रही हैं। सबसे पहले ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल में अकेले लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया। इसी तरह आम आदमी पार्टी (आप) ने भी पंजाब में अकेले चुनाव लड़ने का फैसला लिया था। अब पंजाब के बाद असम में भी आप ने गठबंधन से अपनी राह अलग कर ली है। पार्टी ने असम के तीन लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। इंडिया गठबंधन के दल एक-एक कर विभिन्न राज्यों में अपना रास्ता अलग करते दिखाई दे रहे हैं।
बेनतीजा रही बातचीत
आम आदमी पार्टी के नेताओं का कहना है कि सीट शेयरिंग पर पार्टी गठबंधन से बातचीत करते हुए थक गई है। लंबे समय से चल रहे बातचीत का अब तक कोई भी नतीजा नहीं निकल पाया है। यही वजह है कि गुरूवार को आप ने असम में उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। पार्टी ने राज्य के तीन लोकसभा सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान किया है। आम आदमी पार्टी ने डिब्रूगढ़ से मनोज धरोहर, गुवाहाटी से भाभेन और सोनितपुर से ऋषि राज को लोकसभा के लिए चुनावी मैदान में उतारा है। इस फैसले के लिए पार्टी कांग्रेस को जिम्मेदार ठहरा रही है। पार्टी महासचिव संदीप पाठक ने दिल्ली के पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा, "हम अब सीट शेयरिंग वार्ता से थक गए हैं। यह महीनों से चल रही है लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला है। हमें जितने के लिए चुनाव लड़ना है सिर्फ चुनाव लड़ने के लिए नहीं।"
गठबंधन को लेकर कही ये बात
आप के राष्ट्रीय महानिदेशक संदीप पाठक ने बताया कि दिल्ली में सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस और गठबंधन के सहयोगी दलों से बातचीत चल रही है। साथ ही गठबंधन को लेकर अपना स्टैंड क्लियर करते हुए उन्होंने कहा, "हम इंडिया गठबंधन के साथ हैं लेकिन हमारा लक्ष्य चुनाव जीतना है। मेरा मानना है कि हर चीज में तेजी लानी चाहिए।" आपको बता दें कि सीट शेयरिंग को लेकर इंडिया गठबंधन का नेतृत्व कर रही कांग्रेस पार्टी की तरफ से आधिकारिक रूप से अब तक कुछ भी नहीं कहा गया है। पार्टी लोकसभा चुनाव की तैयारी छोड़ राहुल गांधी के भारत जोड़ो न्याय यात्रा में ज्यादा व्यस्त नजर आ रही है। कई राज्यों में सहयोगी दलों के गठबंधन से टूटने या अलग चुनाव लड़ने का ऐलान करने के बावजूद कांग्रेस अब तक एक्टिव नहीं हो पाई है। वहीं इसके उलट भाजपा विभिन्न राज्यों में छोटे-बड़े दलों को एनडीए गठबंधन के साथ जोड़ने में लगी हुई है। बिहार में एनडीए के बाद भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में आरएलडी और पंजाब में अकाली दल को साथ लाने की कोशिशों में जुटी हुई है।
Created On :   9 Feb 2024 12:27 PM IST