युवा कांग्रेस ने 2022 बीजिंग ओलंपिक का बहिष्कार करने का किया आग्रह
- नैतिक सिद्धांतों से दूर नहीं खेल
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु । क्षेत्रीय तिब्बती युवा कांग्रेस ने चीन की निंदा करते हुए 2022 बीजिंग ओलंपिक का बहिष्कार करने के आह्वान के साथ बेंगलुरु से राष्ट्रीय राजधानी नई दिल्ली तक एक बाइक रैली का आयोजन किया है।
विश्व मानवाधिकार दिवस के मौके पर शुक्रवार को बाइक रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा। बाइक रैली का उद्देश्य तिब्बत और पूर्वी तुर्केस्तान (शिनजियांग) में चीन द्वारा किए गए मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन की ओर अंतर्राष्ट्रीय ध्यान आकर्षित करना है जो चीनी कब्जे में रहा है।
आरटीवाईसी अध्यक्ष त्सेरिंग चॉम्फेल ने कहा कि हम आह्वान करते हैं और सभी लोगों से बुनियादी मानवीय विवेक के साथ अपील करते हैं कि बीजिंग ओलंपिक 2022 का तिब्बत, शिनजियांग, दक्षिण मंगोलिया और हांगकांग में लोगों के साथ एकजुटता की अभिव्यक्ति के रूप में बहिष्कार करें जो चीनी दमन और उत्पीड़न के तहत पीड़ित हैं। उन्होंने कहा कि हालांकि, आदर्श रूप से खेल को सामान्य समय में राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए। लेकिन तिब्बती और उइगर लोगों के खिलाफ चीनियों द्वारा किए गए अत्याचारों में पुलिस हिरासत में होने वाली मौतों, यातनाओं, जबरन नसबंदी, जबरन गायब होने, नरसंहार पर भी ध्यान देना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि हम खेल को बुनियादी नैतिक सिद्धांतों से दूर नहीं रख सकते हैं। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय चीन के साथ हमेशा की तरह व्यापार नहीं कर सकता है, क्योंकि वह भारत की हिमालयी सीमाओं से लेकर ताइवान और दक्षिण चीन सागर तक घरेलू स्तर पर दमन और विदेशों में आक्रमण करता है। दुनिया ने पहले ही चीन को 2008 में ओलंपिक खेलों की मेजबानी करने का अवसर इस उम्मीद के साथ दिया था कि वही अवसर चीनी नेतृत्व के लिए मानवाधिकार की स्थिति में सुधार करने के लिए एक प्रगतिशील प्रोत्साहन होगा लेकिन चीनी सरकार ने इसके विपरीत काम किया।
(आईएएनएस)
Created On :   10 Dec 2021 10:30 AM IST