यस बैंक: लंदन भाग रही संस्थापक राणा की बेटी को मुंबई एयरपोर्ट पर रोका, ईडी ने जारी किया था लुकआउट नोटिस
- ED ने जारी किया राणा के पूरे परिवार के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर
- यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर की बेटी को लंदन जाने से रोका
डिजिटल डेस्क, मुंबई। यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर के परिवार पर जांच एजेंसियां शिकंजा कसती जा रही हैं। रविवार को राणा की बेटी रोशनी कपूर को मुंबई हवाईअड्डे पर देश छोड़ने से रोका गया। वह ब्रिटिश एयरवेज के विमान से लंदन जा रही थी। ज्ञात हो कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पहले ही राणा कपूर और उनके परिवार के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर चुकी है। इसके तहत राणा और उनके परिवार के सदस्य पत्नी बिंदू कपूर, बेटियों राखी कपूर टंडन, राधा कपूर और रोशनी कपूर को देश छोड़ने अनुमति नहीं है।
आरबीआई ने खाताधारकों से कहा- बैंकों में जमा रकम की चिंता न करें
यस बैंक पर छाए संकट के बीच खाताधारकों की जमा राशि डूबने से जुड़ी खबरों को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक ने स्थिति स्पष्ट कर दी है। आरबीआई ने एक वक्तव्य में कहा है कि कुछ बैंकों की जमा राशियों की सुरक्षा के बारे में मीडिया के कुछ वर्गों में चिंता जताई गई है, यह चिंता त्रुटिपूर्ण विश्लेषण पर आधारित है। आरबीआई सभी बैंकों पर कड़ी नजर रखता है और जमाकर्ताओं को आश्वस्त करता है कि किसी भी बैंक में उनकी जमा राशि सुरक्षित है और कोई चिंता की बात नहीं है।
राणा ने किसी गड़बड़ी से किया इंकार, 11 मार्च तक ईडी की हिरासत में
वित्तीय संकट झेल रहे निजी क्षेत्र के बैंक यस बैंक के संस्थापक राणा कपूर इस समय प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में हैं। पहले ही दिन की हिरासत ने उनकी आंखों में आंसू ला दिए। डबडबाई आंखों से उन्होंने कोई भी गलत काम करने से इंकार किया। रविवार को विशेष अदालत ने उन्हें 11 मार्च तक प्रवर्तन निदेशालय की हिरासत में भेज दिया। लगभग 30 घंटे तक ईडी की कड़ी पूछताछ के बाद तड़के सुबह करीब 4 बजे गिरफ्तार किया गया। इसके बाद पांच दिन की रिमांड मांगने के लिए उन्हें हॉलीडे कोर्ट में पेश किया गया। उन पर धन शोधन निवारण अधिनियम और अन्य प्रावधानों के तहत आरोप लगाए गए हैं।
4,300 करोड़ रुपये की सार्वजनिक धनराशि कंपनी ने आपराधिक तरीके से कमाई की
ईडी के वकील सुनील गोंजाल्विस ने अदालत को बताया कि उन्होंने कपूर और दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (डीएचएफएल) के पूर्व-प्रमोटरों के खिलाफ एक ताजा मामला दर्ज किया है। उन्होंने कहा कि यस बैंक ने डीएचएफएल से 3,700 करोड़ रुपये के डिबेंचर खरीदे हैं, जिसके खिलाफ कंपनी को लगभग 40 करोड़ रुपये की कोलेटरल सुरक्षा के साथ 600 करोड़ रुपये के ऋण दिए गए थे। ईडी ने कहा कि 4,300 करोड़ रुपये की सार्वजनिक धनराशि कंपनी ने आपराधिक तरीके से कमाई की। डीएचएफएल ने डूएट अर्बन वेंचर्स इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को 600 करोड़ रुपये का ऋण दिया, जिसके संस्थापक कपूर हैं और उनकी बेटियां इसमें 100 प्रतिशत की शेयरधारक हैं। ईडी के वकील ने आगे दलील दी कि डीएचएफएल के साथ गिरवी रखी गई संपत्ति का मूल्य 600 करोड़ रुपये था, जिसे कवर-अप ऋण के तहत 750 करोड़ रुपये तक पहुंचाया गया था। इतना ही नहीं कपूर द्वारा इस धन का इस्तेमाल निजी उद्देश्यों के लिए किया गया और इस प्रकार कपूर और डीएचएफएल के बीच हुए सौदे में आपराधिक साजिश हुई। ईडी ने कपूर और उनके परिवार के सदस्यों की भूमिका स्थापित करने के लिए उसकी हिरासत मांगी थी।
Created On :   8 March 2020 9:42 PM IST