राहुल गांधी के फोटो ट्वीट पर 9 वर्षीय रेप पीड़िता की मां ने कहा, हमें कोई आपत्ति नहीं
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- उन्हें किसी भी ट्वीट या फोटो पर कोई आपत्ति नहीं
- कथित रेप और मर्डर की शिकार 9 वर्षीय बच्ची की मां ने कहा
- राहुल गांधी के कॉन्ट्रोवर्शियल ट्वीट का मामला
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली के नंगल गांव में कथित रेप और मर्डर की शिकार 9 वर्षीय बच्ची की मां ने कहा है कि उन्हें किसी भी ट्वीट या फोटो पर कोई आपत्ति नहीं है। पीड़िता के माता-पिता की तस्वीर ट्वीट करने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के अकाउंट को ट्विटर ने लॉक कर दिया था जिसने एक नई कॉन्ट्रोवर्सी को जन्म दिया। वहीं परिजनों ने शुक्रवार को 9 वर्षीय बच्ची की अस्थियां हरिद्वार में विसर्जित कर दीं। अनुष्ठान के दौरान परिवार के साथ सुरक्षाकर्मी मौजूद रहे।
राहुल गांधी ने क्या ट्वीट किया था?
4 अगस्त को, राहुल गांधी ने नौ साल की बच्ची के माता-पिता से मुलाकात की थी, जिसका दिल्ली कैंट में कथित तौर पर बलात्कार, हत्या और जबरन अंतिम संस्कार किया गया था। इस मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने इसकी एक तस्वीर शेयर की और ट्वीट किया, "माता-पिता के आंसू एक ही बात कह रहे हैं - उनकी बेटी, इस देश की बेटी, न्याय की हकदार है। और न्याय के इस मार्ग पर मैं उनके साथ हूं।" तस्वीर में पीड़िता के माता-पिता के चेहरे साफ दिखाई दे रहे थे। ट्वीट को 6 अगस्त को ट्विटर ने हटा लिया था।
राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) की ओर से ट्विटर को नोटिस जारी किए जाने के बाद राहुल गांधी का अकाउंट अस्थायी रूप से ट्विटर ने लॉक कर दिया था। एनसीपीसीआर के नोटिस में पीड़िता के परिवार की तस्वीरें ट्वीट करने के लिए कांग्रेस नेता के हैंडल के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए कहा गया था। एनसीपीसीआर ने किशोर न्याय कानून का हवाला दिया था जो नाबालिग पीड़ितों की निजता से जुड़ा है।
हाईकोर्ट पहुंचा मामला
माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर ने बुधवार को दिल्ली हाईकोर्ट को सूचित किया कि उसने पीड़िता के माता-पिता की तस्वीर शेयर करने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी के अकाउंट को लॉक किया था। सुनवाई के दौरान बेंच ने ट्विटर के वकील सज्जन पूवैया से पूछा कि क्या राहुल गांधी द्वारा किए गए ट्वीट को हटा दिया गया है। ट्विटर ने अदालत को बताया कि ट्वीट को हटा लिया गया है।
चीफ जस्टिस धीरूभाई नारनभाई पटेल की अध्यक्षता वाली बेंच एक्टिविस्ट मकरंद सुरेश म्हादलेकर की दायर एक याचिका पर सुनवाई कर रही थी, जिसमें राहुल गांधी के खिलाफ किशोर न्याय अधिनियम, 2015 की धारा 74 और POCSO एक्ट 2012 की धारा 23 (2) के तहत प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की गई थी। दोनों प्रावधानों में कहा गया है कि अपराध के शिकार बच्चे की पहचान का खुलासा नहीं किया जा सकता।
राहुल के समर्थन में कई कांग्रेसियों ने बदली ट्विटर डीपी
राहुल गांधी के समर्थन में, कई कांग्रेस नेताओं ने गुरुवार को उनके ट्विटर प्रोफाइल फोटो पर राहुल की तस्वीर लगा थी थी, क्योंकि उनका अकाउंट लॉक हो गया था। उनकी बहन और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने अभियान का नेतृत्व किया और इसके तुरंत बाद कई अन्य कांग्रेस सदस्यों ने भी इसका अनुसरण किया।
प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, "क्या ट्विटर कांग्रेस नेताओं के अकाउंट को सस्पेंड करने के लिए अपनी नीति का पालन कर रहा है या मोदी सरकार की? उन्होने एससी कमीशन के अकाउंट को लॉक क्यों नहीं किया था जिसने हमारे किसी भी नेता के पहले इसी तरह की तस्वीरें ट्वीट की थीं?
क्या हा पूरा मामला?
नाबालिग के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया, उसकी हत्या कर दी गई और 1 अगस्त को उसका जबरन अंतिम संस्कार कर दिया गया। पुलिस के अनुसार, लड़की अपने घर के पास एक श्मशान में वाटर कूलर से ठंडा पानी लेने के लिए अपने घर से बाहर निकली थी।
बाद में श्मशान घाट के पुजारी राधेश्याम और पीड़िता की मां को जानने वाले दो-तीन लोगों ने उसे श्मशान में बुलाया और लड़की का शव दिखाया, यह बताते हुए कि कूलर से पानी पीते समय लड़की को करंट लग गया था। उन्होंने मां से कहा कि पुलिस को फोन न करें क्योंकि इससे मामला उलझ जाएगा और पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
Created On :   13 Aug 2021 10:24 PM IST