भ्रष्टाचार के मामले में फंसे एआरटीओ आनंद जायसवाल को विजलेंस की टीम ने किया गिरफ्तार
डिजिटल डेस्क, देहरादून। भ्रष्टाचार के मामले में फंसे एआरटीओ आनंद जायसवाल को विजलेंस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया है। विजिलेंस की टीम ने 2017 के एक मामले में एआरटीओ आनंद जायसवाल को देहरादून परिवहन मुख्यालय से गिरफ्तार किया गया है। एआरटीओ आनंद जायसवाल ने ऋषिकेश में रहते हुए विभाग को बड़ा चूना लगाया था।
दरअसल, आनंद जायसवाल 2009 बैच के पीसीएस अधिकारी हैं और एआरटीओ हैं। उन्हें विजिलेंस ने गिरफ्तार किया है। उन पर चालान के जुमार्ने को अधिक वसूलने और राजस्व कोष में कम पैसा दर्शाने के गंभीर आरोप हैं। इसके चलते विजिलेंस ने बड़ी कार्रवाई की है। जायसवाल पर चालान के जुमार्ने को अधिक वसूलने के साथ-साथ दस्तावेजों के साथ छेड़खानी करने का भी आरोप है। आपको बता दें कि इस भ्रष्टाचार के मामले को लेकर 2017 में विजिलेंस ने मुकदमा दर्ज किया था। एआरटीओ आनंद जायसवाल के खिलाफ साल 2017 में धारा 420, 467, 468, 471 और 409 आईपीसी सहित 13 (1) रीड विथ 13 (2) एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था।
असल में मामला वर्ष 2017 में विभागीय कार्रवाई के दौरान धोखाधड़ी का केस हैं। एआरटीओ आनंद जायसवाल ऋषिकेश में तैनात थे। उनपर आरोप है कि ऋषिकेश में अपने कार्यकाल के दौरान एआरटीओ आनंद जायसवाल गाड़ियों का एमवी एक्ट को तहत कार्रवाई कर सीज करते थे और फिर उनकी जुर्माने की राशि में घपलेबाजी करते थे।
आरोप है कि एआरटीओ आनंद जायसवाल जुमार्ने की धनराशि विभागीय बुक में कम लिखते थे। जबकि जुमार्ना कई गुना ज्यादा वसूला जाता था। इस मामले की भनक लगते ही उनको रंगे हाथ पकड़ा गया था। उसके बाद से ही विजिलेंस की विवेचना चल रही थी और कार्रवाई पूरी होते ही विजिलेंस ने एआरटीओ आनंद जायसवाल को देहरादून परिवहन मुख्यालय से गिरफ्तार किया है।
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Created On :   7 Sept 2022 8:30 PM IST