वेंकैया नायडू ने बेंगलुरु टेक समिट-2021 को हरी झंडी दिखाई
- उपराष्ट्रपति ने कहा कि किसानों का जीवन कैसे बेहतर हो इस पर विचार हो
डिजिटल डेस्क, बेंगलुरु। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने बुधवार को नवोन्मेषकों और उद्यमियों से उन मुद्दों को हल करने पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया, जिनका देश का कृषि क्षेत्र सामना कर रहा है और किसानों का जीवन कैसे बेहतर हो, इस पर विचार किया जाए। कर्नाटक के प्रमुख तीन दिवसीय प्रौद्योगिकी कार्यक्रम बेंगलुरु टेक समिट-2021 के 24वें संस्करण का उद्घाटन करने के बाद ड्राइविंग द नेक्स्ट विषय पर आयोजित सत्र में उन्होंने कहा कि बेंगलुरु भारत की ज्ञान संपदा में सबसे आगे है और इसे सही मायने में भारत की ज्ञान राजधानी कहा जाता है।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि देश के लिए ज्ञान संपदा बनाने में शक्तिशाली बनने के अपने कर्तव्य को निभाते हुए आईटी और बीटी को बदलना आवश्यक हो गया है। उन्होंने कहा कि अंतत: प्रौद्योगिकी और नवाचार का उद्देश्य लोगों और उनके जीवन में खुशी लाना होना चाहिए। नायडू ने कहा कि जब ज्ञान और विचारों की बात आती है तो उन्हें शेयर और केयर करने की जरूरत होती है, जो भारत के दर्शन के केंद्र में है। उन्होंने कहा कि शिखर सम्मेलन में कृषि क्षेत्र पर भी ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए जो इस समय अशांति का सामना कर रहा है और दुनिया में चल रही महामारी के बावजूद जलवायु परिवर्तन से समूची मानव जाति को चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।
उपराष्ट्रपति ने कहा, हमें ज्ञान अर्थव्यवस्था के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए नवाचार के माध्यम से नए विचारों को अपनाना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हम सुधार करेंगे और भारत को नई अर्थव्यवस्था में बदलने के लिए बेहतर प्रदर्शन करेंगे। नायडू ने निजी उद्यमियों से नई अर्थव्यवस्था में रोजगार सृजित करने का आह्वान किया, जबकि सरकार की पहल इसके विकास के लिए महत्वपूर्ण थी। उन्होंने कन्नड़ में अपना भाषण शुरू किया और बाद में स्थानीय भाषा में कुछ वाक्यों का उच्चारण करने के बाद अंग्रेजी में चले गए। शुरुआत में उन्होंने कन्नड़ अभिनेता पुनीत राजकुमार के निधन पर शोक व्यक्त किया। उनका निधन 29 अक्टूबर को हृदय गति रुकने से हो गया।
आईटी और बीटी, विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्री सी.एन. अश्वथ नारायण ने कहा कि बेंगलुरु भविष्य की प्रौद्योगिकियों का केंद्र है और कर्नाटक आईटी और बीटी में अग्रणी है। उन्होंने कहा कि कर्नाटक राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू करने वाला पहला राज्य है और विश्वास व्यक्त किया कि नई नीति राज्य को और अधिक ऊंचाइयों पर ले जाएगी। नायडू ने इस बात पर भी प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रौद्योगिकी अब कर्नाटक के अन्य शहरों तक पहुंच रही है।
(आईएएनएस)
Created On :   17 Nov 2021 6:30 PM IST