कनिष्क कटारिया ने UPSC में किया टॉप, माता-पिता और गर्लफ्रेंड को दिया श्रेय
- अपने माता-पिता और गर्लफ्रेंड को दिया सफलता का श्रेय।
- कनिष्क कटारिया ने UPSC परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया।
- कनिष्क ने IIT बॉम्बे से की है बीटेक की पढ़ाई।
- सृष्टि जयंत देशमुख देशभर की महिलाओं में पहले नंबर पर हैं।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संघ लोकसेवा आयोग (UPSC) ने सिविल सेवा परीक्षा 2018 के परिणाम शुक्रवार को घोषित कर दिए हैं। IIT बॉम्बे से बीटेक की पढ़ाई करने वाले कनिष्क कटारिया ने UPSC सिविल परीक्षा में टॉप किया है, जबकि भोपाल की सृष्टि जयंत देशमुख ने महिलाओं में अव्वल स्थान हासिल किया है। ओवर ऑल उनकी पांचवीं रैंक है। UPSC सिविल सेवा परीक्षा में शीर्ष स्थान हासिल करने वाले कनिष्क ने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और गर्लफ्रेंड को दिया है।
Kanishak Kataria, AIR 1 in #UPSC final exam: It"s a very surprising moment. I never expected to get the 1st rank. I thank my parents, sister my girlfriend for the help moral support. People will expect me to be a good administrator that"s exactly my intention. #Rajasthan pic.twitter.com/IBwhW8TJUs
— ANI (@ANI) April 5, 2019
परीक्षा परिणाम को लेकर कनिष्क कटारिया ने कहा, यह बहुत ही आश्चर्यजनक क्षण है। मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं पहली रैंक हासिल करूंगा। कनिष्क ने कहा, मैं अपने माता-पिता, बहन और गर्लफ्रेंड को धन्यवाद देता हूं जिन्होंने मेरी मदद की और मुझे नैतिक समर्थन दिया। लोग मुझसे एक अच्छा प्रशासक बनने की उम्मीद करेंगे और यही मेरा इरादा भी है। बता दें कि कनिष्क कटारिया ने वैकल्पिक विषय के रूप में गणित के साथ परीक्षा उत्तीर्ण की। उन्होंने कंप्यूटर साइंस में IIT बॉम्बे से बीटेक किया है। अनुसूचित जाति से ताल्लुक रखने वाले कटारिया राजस्थान के जयपुर के रहने वाले हैं।
Akshat Jain, All India Rank 2 in #UPSC final exam: I want to give credit for this achievement to God, my family my friends, for always supporting me. I had to study a lot, but it doesn"t mean that I was working like a machine. I used to take breaks go out with my friends pic.twitter.com/uJSRza7iB9
— ANI (@ANI) April 5, 2019
UPSC ने आईएएस, आईपीएस और आईएफएस आदि पदों पर नियुक्ति के लिए कुल 759 अभ्यर्थियों के नाम घोषित किये हैं। इनमें 577 पुरुष और 182 महिलाएं हैं। पहले स्थान पर कनिष्क कटारिया के बाद दूसरे स्थान पर अक्षत जैन हैं। आईआरएस की ट्रेनिंग ले रहे जुनैद अहमद ने देश भर में तीसरा स्थान हासिल किया है। वहीं पांचवां स्थान हासिल करने वाली सृष्टि जयंत देशमुख देशभर की महिलाओं में पहले नंबर पर हैं।
Junaid Ahmad, All India Rank 3 in #UPSC final exam: I had a few books suggested by seniors, that helped in creating a base. But internet helps you a lot, everything is available online. Productive use of internet helped me. I expected to be in the list but never expected 3rd rank pic.twitter.com/CrooJgmK7F
— ANI (@ANI) April 5, 2019
UPSC के टॉप 25 अभ्यर्थियों में 15 पुरुष और 10 महिलाएं हैं। इस परीक्षा में दूसरे स्थान पर आये अक्षत जैन ने आईआईटी गुवाहाटी से इंजीनियरिंग की है। उन्होंने उत्साह जताते हुए कहा, वह समाजसेवा के लिए सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए हैं। जयपुर के रहने वाले अक्षत के पिता आईपीएस और मां भारतीय राजस्व सेवा की अधिकारी हैं।
Madhya Pradesh: Family of Srushti Jayant Deshmukh, all India rank 5 and topper among women candidates in #UPSC final exam, celebrate at their residence in Bhopal. This was her first attempt at taking the exam. She says, "It was my childhood dream." pic.twitter.com/z6iKGTsGF0
— ANI (@ANI) April 5, 2019
महिलाओं में पहली रैंक हासिल करने वाली सृष्टि जयंत देशमुख ने राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, भोपाल से केमिकल इंजीनियरिंग में बीई की पढ़ाई की हैं। सृष्टि ने कहा, यह उनका बचपन का सपना था। सृष्टि ने अपने पहले ही प्रयास में यह कामयाबी हासिल की है।
Srushti Jayant Deshmukh: UPSC exam is a long journey where you are committed for 1-1.5 years. My parents, family, friends teachers supported me, so the credit goes to them. I had decided that my first attempt is my last attempt I was determined to clear it in one attempt. pic.twitter.com/AwgxbphTZh
— ANI (@ANI) April 5, 2019
भोपाल में अपने घर पर कामयाबी का जश्न मनाते हुए सृष्टि ने कहा, यह एक लंबी यात्रा है जिसमें आप एक से डेढ़ साल तक पूरी तरह समर्पित रहते हैं। मेरे माता-पिता, परिवार, दोस्तों और टीचर्स ने मुझे सपोर्ट किया। इसलिए पूरा श्रेय उन्हीं को जाता है। मैंने पहले ही सोचा था कि मेरा पहला प्रयास मेरा आखिरी प्रयास होगा। इसलिए मैंने ये दृढ़ निश्चय कर लिया था कि एक ही प्रयास में इस प्रतियोगिता में हो जाऊं।
Created On :   6 April 2019 4:26 AM GMT