लोकसभा में उठा उन्नाव रेप पीड़िता का मुद्दा, विपक्ष ने एकजुट होकर सरकार को घेरा
- कांग्रेस ने की गृहमंत्री अमित शाह से बयान की मांग
- हादसे में पीड़िता की मौसी
- चाची और कार चालक की मौत हो गई
नई दिल्ली, आईएएनएस। उत्तर प्रदेश की उन्नाव रेप पीड़िता के साथ हुए सड़क हादसे को लेकर लोकसभा में मंगलवार को हंगामेदार माहौल रहा, जिसमें उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता गंभीर रूप से घायल हो गई और उसकी मौसी, चाची और कार चालक की मौत हो गई। कांग्रेस इस पर गृहमंत्री अमित शाह से बयान की मांग कर रही है। जब लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने उपभोक्ता संरक्षण विधेयक 2019 पर चर्चा की अनुमति दी और कांग्रेस की मांग पर ध्यान नहीं दिया, तब तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, सपा, बसपा व राकांपा सहित पूरा विपक्ष सदन से बर्हिगमन कर गया।
सदन में विपक्ष के फिर से बैठने के बाद कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार राज्य को उत्तम प्रदेश में बदलने का दावा करती है। यह खोखला दावा है, क्योंकि यह अधम प्रदेश की दिशा में जाता दिख रहा है। इस बीच कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक व राकांपा सहित अन्य विपक्षी पार्टियों के सदस्य लोकसभा अध्यक्ष के आसन के सामने जुट गए और प्रधानमंत्री जवाब दो व हम न्याय चाहते हैं जैसे नारे लगाए। उन्होंने तंज कसा, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का क्या हुआ।
दुष्कर्म पीड़िता रविवार को जेल में बंद अपने चाचा से मिलने चाची, मौसी और वकील महेंद्र सिंह के साथ रायबरेली जा रही थी। रास्ते में एक ट्रक ने उसकी कार को टक्कर मार दी। ट्रक की आगे और पीछे की नंबर प्लेट पर कालिख पुता होना, नंबर स्पष्ट न दिखना संदेह पैदा करता है। पीड़िता ने साल 2017 में भाजपा विधायक कुलदीप सिंह सेंगर पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। उस समय वह 17 साल की थी। उसकी तहरीर पर पुलिस एफआईआर दर्ज नहीं कर रही थी, तब लड़की ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आवास के सामने धरना दिया और आत्मदाह की कोशिश की थी। उसके बाद मामला दर्ज किया गया। इस मामले की सीबीआई जांच चल रही है। भाजपा विधायक सेंगर इस समय जेल में हैं।
दुर्घटना के बाद से दुष्कर्म पीड़िता की पसली की तीन हड्डियां टूटकर फेफड़े में घुस गई हैं। उसकी हालत बेहद गंभीर है, उसे और उसके वकील को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। कार में सवार उसकी मौसी, जो गवाह भी थी और चाची व चालक की मौत हो गई है। इससे पहले उसके पिता की पिटाई के बाद मौत हो गई थी। पिटाई के गवाह की भी संदिग्ध हालत में मौत हो चुकी है।
चौधरी ने कहा, यह दुर्घटना सभ्य समाज पर कलंक है। एक नाबालिग लड़की से सामूहिक दुष्कर्म किया गया, पीड़ितों को बचाने की कोई व्यवस्था नहीं है। उसके पिता की मौत रहस्यमय परिस्थितियों में हुई। उन्होंने कहा, उसने (पीड़िता) आत्महत्या का प्रयास किया। अब वह व उसके संबंधियों पर हमला कर उन्हें मारने का प्रयास हो रहा है। पीड़िता के दो संबंधी मारे गए, यह शर्मिदा करने वाली घटना है। गृहमंत्री को सदन में आना चाहिए और एक बयान देना चाहिए।
प्रतिक्रिया देते हुए संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि इस मुद्दे पर राजनीति नहीं की जानी चाहिए, इस मामले की सीबीआई जांच जारी है। उन्होंने कहा, हम (सरकार) पीड़िता के परिवार के साथ हैं, जो भी जरूरी है, उत्तर प्रदेश सरकार कर रही है। हंगामे के बीच भाजपा के जगदंबिका पाल ने कहा कि कांग्रेस उत्तर प्रदेश सरकार को बदनाम करने की और देश को गुमराह करने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने कहा, दुर्घटना में शामिल ट्रक समाजवादी पार्टी के नेता अमरपाल सिंह का है। देश अब जानता है कि समाजवादी पार्टी के लोग साजिश में शामिल हैं। भाजपा की साध्वी निरंजन ज्योति ने कहा कि ट्रक का मालिक फतेहपुर जिले से है और समाजवादी पार्टी का सदस्य है। उन्होंने समाजवादी पार्टी पर भाजपा सरकार को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाया।
Created On :   30 July 2019 12:01 PM GMT