उन्नाव गैंगरेप पीड़िता की हालत गंभीर, एयरलिफ्ट कर लाया गया दिल्ली
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। उन्नाव गैंगरेप पीड़िता को लखनऊ से एयरलिफ्ट करके दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल लाया गया है। गैंगरेप पीड़िता को खेत में जिंदा जलाने की कोशिश की गई थी। पीड़िता के शरीर का 90 प्रतिशत हिस्सा जल चुका है। पीड़िता जलने के बाद एक किलोमीटर तक मदद के लिए भागी थी। उसने खुद ही पुलिस को कॉल भी किया था। पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनमें शिवम त्रिवेदी, उसके पिता रामकिशोर, शुभम त्रिवेदी, हरिशंकर और उमेश वाजपेयी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर पीड़िता को एअरलिफ्ट कराया गया। इसके लिए लखनऊ पुलिस ने सिविल अस्पताल से अमौसी एयरपोर्ट तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया।अस्पताल से लेकर एयरपोर्ट तक ग्रीन कॉरिडोर में ट्रैफिक पुलिस के जवान मुस्तैद रहे। पीड़िता को बंदरिया बाग और अर्जुनगंज होते हुए शहीद पथ रास्ते से एयरपोर्ट पहुंचाया गया।
एएसपी ट्रैफिक पूर्णेदु सिंह ने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता को एम्बुलेंस के जरिए एयरपोर्ट रवाना किया गया। उसे ले जाने में काफी सावधानी बरती गई। एकाएक ब्रेक लगने से मरीज को दिक्कत न हो। लिहाजा, रफ्तार को संतुलित रखा गया। बेंगलुरू, कोच्चि, चेन्नई, मुंबई, दिल्ली समेत कई अन्य शहरों में ऐसे कॉरिडोर की सुविधा दी जा चुकी है।
पीड़िता को सिविल अस्पताल से अमौसी एयरपोर्ट पहुंचाने में 100 ट्रैफिक पुलिस कर्मी लगे। उसके साथ एएसपी ट्रैफिक-1, सीओ ट्रैफिक-1, टीआई-3, टीएसआई-12, हेड कांस्टेबल-20, ट्रैफिक सिपाही- 33 और होमगार्ड-30 लगाए गए।
उधर, घटना के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग ने यूपी के डीजीपी ओ.पी. सिंह से इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसमें पीड़िता के केस दर्ज करवाने की तारीख से अब तक की कार्रवाई का ब्योरा मांगा गया है। साथ ही यह भी पूछा गया है कि दुष्कर्म पीड़िता को सुरक्षा नहीं देने पर किन अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की गई है।
महिला आयोग ने डीजीपी से उत्तर प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ पिछले 3 साल में हुए जघन्य अपराधों और उनमें दी गई जमानतों की रिपोर्ट भी तलब की है। आयोग की तरफ से कहा गया है कि रिपोर्ट जल्द से जल्द भेजें।
इससे पहले पीड़िता को देखने के लिए गुरुवार को उसकी मां और बहन पुलिस की कड़ी सुरक्षा में लखनऊ स्थित अस्पताल पहुंचीं। अस्पताल के निदेशक डॉ. डी. एस. नेगी ने बताया कि पीड़िता की हालत बेहद गंभीर है। वह करीब 90 फीसदी से ज्यादा जली हुई है। उन्होंने बताया कि मुलाकात के दौरान पीड़िता ने कुछ बातचीत भी की। यहां प्लास्टिक सर्जन की देखरेख में पीड़िता का इलाज हो रहा था।
इस बीच उन्नाव में दुष्कर्म पीड़िता को जिंदा जलाने की घटना सामने आने के बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट के जरिए राज्य सरकार पर हमला बोला। उन्होंने लिखा, उन्नाव पीड़िता के स्वास्थ्य समाचार से मन आहत है। ईश्वर से प्रार्थना है कि पीड़िता जल्द स्वस्थ हो। कल भाजपा सरकार का बयान था कि यूपी में सब ठीक है और आज एक बयान और आया। लेकिन कानून-व्यवस्था के बारे में झूठी बयानबाजी व झूठा प्रचार करने की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री और उप्र सरकार की ही है।
इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों से रिपोर्ट तलब की है। योगी ने शुक्रवार शाम तक यह रिपोर्ट मांगी है। साथ ही मुख्यमंत्री ने यह आदेश भी दिया कि पीड़िता को सरकारी खर्च के लिए हर संभव मदद दी जाए। कमिश्नर और आईजी को घटनास्थल का मुआयना करने के लिए भेजा गया है। इस मामले के सभी पांचों आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं।
उन्नाव से भाजपा सांसद साक्षी महाराज ने इस घटना पर कहा, पहले इन आरोपियों को मैंने ही जेल भिजवाया था। यह बहुत ही निंदनीय अपराध है। जो भी दोषी हैं, उसे बक्शा नहीं जाएगा। दुष्कर्म करने वालों को फांसी की सजा मिलनी चाहिए।
Lucknow: Woman who was set ablaze in Bihar area of Unnao earlier today is being taken to Lucknow airport from where she will be airlifted to Delhi. pic.twitter.com/wdplX635I6
— ANI UP (@ANINewsUP) December 5, 2019
Created On :   5 Dec 2019 2:33 PM GMT