'पद्मावती' पर उमा भारती का खुला खत: लड़कियों पर तेजाब डालने वाले अलाउद्दीन के वंशज
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संजय लीला भंसाली की आने वाली फिल्म "पद्मावती" के विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं। "पद्मावती" की रिलीज को लेकर सांसद औऱ केंद्रीय जल और स्वच्छता मंत्री उमा भारती ने भी खुला खत लिखा है। उन्होंने लिखा कि सोचने की आजादी हमें किसी तथ्य को अच्छा या बुरा कहने का अधिकार तो देती है लेकिन हम तथ्यों को बदल नहीं सकते। उमा भारती ने अपने खत में आगे लिखा रानी पद्मावती की गाथा एक ऐतिहासिक तथ्य है और अलाउद्दीन खिलजी एक व्यवचारी हमलावार था औऱ उसकी बुरी नजर पद्मावती पर थी। उन्होंने लिखा कि मनचाहा जवाब न मिलने पर लड़कियों पर तेजाब फेकने वाले चाहे वे किसी धर्म के हों अलाउद्दीन के वंशज ही लगते हैं।
मेरा खुला पत्र #Padmavati pic.twitter.com/xXFqfVvlCt
— Uma Bharti (@umasribharti) November 4, 2017
उन्होंने आगे लिखा कि अलाउद्दीन ने अपनी बुरी नजर के चलते ही चित्तौड़ को नष्ट किया था। हमें आज भी खिलजी से नफरत औऱ पद्मावती के प्रति संवेदना है। उन्होंने लिखा कि मैंने फिल्म नहीं देखी है, लेकिन लोगों के मन में आशंकाओं का जन्म क्यों हो रहा है?इन शंकाओ का लुफ्त मत उठाइए न वोट बैंक बनाए और इस मामले को किसी रास्ते से समाप्त करें। उन्होंने आगे लिखा कि वे एक भारतीय महिला हैं और भारतीय महिलाओं के प्रति यथाशक्ति अपना कर्तव्य पूरा करेंगी। उमा भारती ने शुक्रवार को भी "पद्मावती" फिल्म को लेकर एक के बाद एक कई ट्वीट किए थे जिसमें उन्होंने लिखा था कि में इस फिल्म को लेकर तटस्थ नहीं रह सकती।
रानी पद्मावती के विषय पर मैं तटस्थ नही रह सकती। मेरा निवेदन है कि पद्मावती को राजपूत समाज से न जोड़कर भारतीय नारी के अस्मिता से जोड़ा जाए।/1
— Uma Bharti (@umasribharti) November 3, 2017
पढ़े: ‘पद्मावती’ को लेकर सेंसर बोर्ड को पत्र लिखेगी राज्य सरकार, सीएम से मिले क्षत्रिय संगठन
आपको बता दें जहां एक ओर फिल्म "पद्मावती" का विरोध हो रहा है वहीं दूसरी ओर सूचना और प्रसारण मंत्री स्मृति इरानी ने कहा था कि फिल्म रिलीज को लेकर सरकार ध्यान रखेगी कि कोई समस्या न हो। गौरतलब है कि "पद्मावती" फिल्म में रानी पद्मावती का किरदार दीपिका पादुकोण निभा रहीं है तो अलाउद्दीन का किरदार उनके बॉयफ्रेंड रणवीर सिंह निभा रहे हैं। कई क्षत्रिय संगठन फिल्म की शूटिंग शुरू होने से ही विरोध कर रहे हैं। क्षत्रिय संगठन का कहना है कि फिल्म में रानी पद्मावती की गाथा से छेड़छाड़ की गई है और वे इसे रिलीज नहीं होने देंगे। रिलीज रोकने के लिए वे कई मंत्रियों से भी मिल चुके हैं।
क्यो न रिलीज़ से पहले इतिहासकार, फ़िल्मकार और आपत्ति करने वाला समुदाय के प्रतिनिधि और सेंसर बोर्ड मिलकर कमिटी बनाये और वो इसपर फैसला करे/2
— Uma Bharti (@umasribharti) November 3, 2017
Created On :   4 Nov 2017 6:31 PM IST