गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले IS के दो संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार

डिजिटल डेस्क,सूरतl। गुजरात में विधानसभा चुनाव से पहले इस्लामिक स्टेट (IS) के दो संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आतंकी राज्य में चुनाव के दौरान बड़े आतंकी हमले की प्लानिंग कर रहे थे। राज्य की एटीएस टीम ने संदिग्ध आतंकियों को सूरत शहर से गिरफ्तार किया है। आतंकी चुनाव के दौरान अहमदाबाद के खडिया इलाके के एक यहूदी धर्मस्थल पर ब्लास्ट करने की साजिश रच रहे थे। जानकारी के मुताबिक गिरफ्तार आतंकी IS के एजेंट है और दोनों ही हमले की साजिश अब्दुल फैजल के इशारे पर रच रहे थे। अब्दुल फैजल 7 जुलाई को हुए लंदन ब्लास्ट का मास्टर माइंड है।
बांग्लादेश में मिली थी आतंकी ट्रेनिंग
दोनों आतंकियो का नाम मोहम्मद कासिम टिम्बरवाला और उबेद मिर्जा बताया जा रहा है। कासिम और उबेद को एटीएस ने सूरत से गिरफ्तार किया और अब उन्हें अहमदाबाद लाया गया है, जहां पुलिस और अन्य एजेंसियां साजिश के उनसे राज उगलवाने में जुटी हुई है। आतंकियों के पास से दो लैपटॉप, मोबाइल, पेनड्राइव में यहूदियों और हिंदुओं के खिलाफ भड़काऊ भाषण के टेप बरामद किए गए हैं।
दोनों से मिली जानकारी में ये बात साफ हुई है कि दोनों अहदाबाद में यहूदी धर्मस्थल पर किए जाने वाले हमले के मुख्य साजिशकर्ता थे। अपने मिशन को छुपाने के लिए उन्होंने इसे लॉन वुल्फ कोड नाम दिया था। हमले के बाद दोनों का जमैका भाग जाने का भी प्लान तय था। दोनों को जमैका में बसाने की तैयारी अब्दुल फैजल ने कर रखी थी।
ये भी पढ़े-गुजरात चुनाव : टाइम्स नाउ-VMR के ओपिनियन पोल में भी बीजेपी को स्पष्ट बहुमत
कासिम और उबेद को आतंकी ट्रेनिंग फैजल ने ही दी थी। उन्हें बांग्लादेश में ट्रेनिंग दिलाई गई थी। एटीएस इन पर 2013 से नजर बनाई हुई थी। एटीएस दोनों के फेसबुक और वॉट्सऐप अपडेट देख रही थी। जब अहमदाबाद में हमले का प्लान पता चला तो एटीएस ने इन्हें गिरफ्तार कर लिया।
हमले के लिए छोड़ दिया था काम
सूरत सैयदपुरा पारसीवाड में रहने वाला उबेद मिर्जा वेसू स्थित वीआइपी रोड पर दावत रेस्टोरेंट चलाता था और सूरत डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में वकील के रूप में प्रैक्टिस कर रहा था। उबेद ने भी चार महिने पहले रेस्टोरेंट बंद कर दिया था और अपना मकान भी खाली कर दूसरी जगह रहने लगा था। जमैका जाने की की तैयारी में जुट गया था।
वहीं सूरत के अंकलेश्वर में रहने वाला कासिम सरदार पटेल हॉस्पिटल में लैब टेक्नीशियन के रूप में काम करता था, लेकिन अहमदाबाद में आतंकी हमले के लिए उसने हाल ही में उसने भी नौकरी छोड़ दी थी। उसने जमैका भागने के इरादे से वीजा एप्लाई भी कर दिया था और जमैका के एक हॉस्पिटल में जॉब के लिए एपलाई भी कर दिया था।
Created On :   26 Oct 2017 11:02 AM IST