ट्विटर इंडिया के शिकायत अधिकारी धर्मेंद्र चतुर का इस्तीफा, वेबसाइट से ऑफिसर का नाम भी हटाया

- कंपनी ने अपनी वेबसाइट से अधिकारी का नाम भी हटा दिया
- ट्विटर के शिकायत अधिकारी धर्मेंद्र चतुर ने दिया इस्तीफा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत सरकार और सोशल मीडिया कंपनी ट्विटर में चल रहे झगड़े के बीच ट्विटर इंडिया के शिकायत अधिकारी धर्मेंद्र चतुर ने रविवार को इस्तीफा दे दिया। इंडिया टूडे ने सूत्रों के हवाले से ये जानकारी पब्लिश की है। कंपनी ने अपनी वेबसाइट से अधिकारी का नाम भी हटा दिया है। ट्विटर अब भारत के शिकायत अधिकारी के स्थान पर कंपनी का नाम डिस्प्ले करता है जिसमें यूएस का पता और ईमेल आईडी है।
बता दें कि भारत सरकार सोशल मीडिया कंपनियों और ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के लिए फरवरी में नए नियम लेकर आई थी। सभी को नियमों का पालन करने के लिए 25 मई तक का समय दिया गया था। इन नियमों के तहत, फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स को भारत में रेसिडेंट ग्रीवेंस ऑफिसर, चीफ कंप्लाइंस ऑफिसर और नोडल कॉन्टैक्ट पर्सन नियुक्त करना था। नए नियमों में ओटीटी और डिजिटल मीडिया प्लेटफॉर्म को अपनी पूरी जानकारी सार्वजनिक करने के लिए कहा गया है। कंपनियों से कहा गया है कि शिकायत अधिकारी को 24 घंटे के अंदर शिकायत को सुनना होगा और 14 दिन के अंदर उसका समाधान करना होगा।
ट्विटर ने 5 जून को सरकार की ओर से जारी अंतिम नोटिस के जवाब में कहा था कि वह नए आईटी नियमों का पालन करगी। इसके बाद माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ने चतुर को भारत के लिए अंतरिम निवासी शिकायत अधिकारी नियुक्त किया था। इन नियमों को लेकर ट्विटर और भारत सरकार में खींचतान देखने को मिल रही है। हाल ही में केंद्रीय सूचना प्रसारण एवं कानून मंत्री रवि शंकर प्रसाद का ट्विटर अकाउंट शुक्रवार को करीब एक घंटे के लिए लॉक हो गया। ट्विटर ने आईटी मिनिस्टर के अकाउंट के लॉक होने की वजह अमेरिका के डिजिटल मिलेनियम कॉपीराइट एक्ट (DMCA) के उल्लंघन को बताया था।
ट्विटर ने भारतीय उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू के ऑफिशियल और पर्सनल दोनों हैंडल से ब्लू टिक हटा दिया था। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी RSS के बड़े नेता सुरेश जोशी, सुरेश सोनी और अरुण कुमार के ट्विटर हैंडल से भी ब्लू टिक हटा दिया गया था। इसे लेकर भी जमकर विवाद हुआ था। हालांकि बाद में ट्विटर ने ब्लू टिक वापस दे दिया था। तब ट्विटर ने इसके पीछे तर्क दिया था कि ये अकाउंट काफी दिनों से लॉग इन नहीं हुआ था, जिस वजह से ब्लू टिक हटाया गया था। बीजेपी नेता सुरेश नाखुआ ने इसे भारतीय संविधान पर हमला बताया था। बता दें कि ट्विटर वेरिफाइड अकाउंट को ब्लू टिक देता है। इसके अलावा भी कई अन्य घटनाएं देखने को मिली है।
Created On :   27 Jun 2021 11:04 PM IST