कोरोनावायरस: चीन के वुहान शहर में फंसे 25 भारतीय छात्र, मदद के लिए दो हॉटलाइन नंबर जारी
- इन 25 छात्रों में से 20 केरल के हैं
- कोरोनावायरस के चलते चीन के वुहान शहर को सील कर दिया गया
- वुहान शहर में एक करोड़ चीनी नागरिकों के साथ 25 भारतीय छात्र भी फंस गए
डिजिटल डेस्क, बीजिंग/नई दिल्ली। कोरोनावायरस के चलते चीन के वुहान शहर को सील कर दिया गया है जिसमें करीब एक करोड़ चीनी नागरिकों के साथ 25 भारतीय छात्र भी फंस गए है। इन 25 छात्रों में से 20 केरल के हैं। वहीं वुहान और चीन के अन्य हिस्सों से मुंबई लौटने पांच में से दो यात्रियों को चिंचपोकली के कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती किया गया है। एहतियाती कदम उठाते हुए ऐसा किया गया है।
भारतीयों की मदद के लिए हेल्पलाइन
बीजिंग में भारतीय दूतावास ने कहा, "हम इस संबंध में विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की ओर से जारी एडवाइजरी सहित चीन में विकसित स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रहे हैं। चीनी अधिकारियों ने वुहान के निवासियों को फूड सप्लाई समेत सभी तरह की सहायता देने का आश्वासन दिया है।" भारतीय अधिकारी लोगों को हर संभव मदद देने के लिए अपने चीनी समकक्ष के साथ समन्वय कर रहे हैं। भारतीय नागरिकों की मदद के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। दो हॉटलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं। ये नंबर हैं +8618612083629, +8618612083617
Embassy of India in Beijing, China issues advisory to travellers from China visiting India, in the light of #CoronavirusOutbreak pic.twitter.com/6Vi63kMtqx
— ANI (@ANI) January 24, 2020
चीन में 25 से ज्यादा लोगों की मौत
बता दें कि इस वायरस से अब तक चीन में 25 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि दुनिया के विभिन्न हिस्सों में 800 से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हो गए हैं। चीन ने इस वायरस को फैलने से रोकने के लिए 8 शहरों में सार्वजनिक परिवहन को रोक दिया है। पुलों को बंद कर दिया है। घातक वायरस के प्रकोप के केंद्र में लगभग 26 मिलियन लोगों के आवागमन को प्रतिबंधित करने के लिए एक प्रमुख एयरपोर्ट को बंद कर दिया गया है। 2.4 मिलियन की आबादी वाले हुआंगशी शहर के परिवहन मार्गों को भी शुक्रवार सुबह बंद किया गया है।
अन्य देशों के लोग भी वायरस से संक्रमित
अधिकारियों ने कहा कि नए कोरोनावायरस को फैलने से रोकने और नियंत्रित करने के उपाय के तौर पर प्रतिबंध लगाए गए हैं। चीन के अलावा कई अन्य देशों में भी कोरोनावायरस मिलने की पुष्टि हुई है। थाईलैंड में चार, और अमेरिका, ताइवान, जापान, कोरिया गणराज्य में एक-एक केस मिले हैं। हांगकांग और मकाओ में भी कई मरीज मिले हैं। फिलहाल इस वायरस को रोकने के लिए कोई टीका नहीं है। इसके लक्षणों में बुखार, सांस लेने में तकलीफ और खांसी दर्ज किए गए हैं।
सऊदी में भारतीय नर्स वायरस की चपेट में
उधर, सऊदी अरब में कार्यरत केरल की रहने वाली एक नर्स को कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने की खबर मिलने के बाद केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को अरब देश से बात कर मामले में संज्ञान लेने और उचित इलाज मुहैया कराने के संबंध में पत्र लिखा है। बता दें कि भारत में दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत सात एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग के जरिए चीन से आनेवाले यात्रियों की जांच की जा रही है।
कोरोनावायरस का नया प्रकार
शोधकर्ताओं के अनुसार ये वायरस एक नए प्रकार का कोरोनावायरस है। 1960 के दशक में कोरोनावायरस पहली बार मनुष्यों में पाए गए थे। आम तौर पर इससे केवल बुखार, खांसी और सांस की तकलीफ जैसी शिकायतें होती है। हालांकि इस वायरस का नया रूप काफी घातक है। अधिकारियों का मानना है कि 11 मिलियन लोगों के शहर में हुआनान सीफूड होलसेल मार्केट प्रकोप का केंद्र है। इसे 1 जनवरी को बंद कर दिया गया था।
वायरस के ह्यूमन टू ह्यूमन ट्रांसमिशन की पुष्टि नहीं
स्वास्थ्य अधिकारियों ने अभी तक इस वायरस के ह्यूमन टू ह्यूमन ट्रांसमिशन की पुष्टि नहीं की है। हालांकि डब्ल्यूएचओ और वुहान के स्वास्थ्य अधिकारियों ने इस संभावना से इनकार नहीं किया है कि यह वायरस संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से नहीं फैल सकता। डब्ल्यूएचओ ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि इसके फैलने के तरीके के बारे में पता लगाने के लिए अतिरिक्त जांच की आवश्यकता है।"
वायरस से खुद को कैसे सुरक्षित रखें?
यूएस सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) ने बयान जारी करते हुए यात्रियों को वुहान में जानवरों के बाजारों में जाने से बचने की सलाह दी है। इसके अलावा ये भी कहा गया है कि वह बिना पका मीट न खांए। लोगों से कहा गया है कि वह इस रोग से संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से बचे और अपने हाथों को साबुन और पानी से बार-बार धोए। डब्ल्यूएचओ ने स्पसफिक ट्रेवल वॉर्निंग जारी नहीं की है।
Created On :   24 Jan 2020 10:51 AM IST