जयराम ठाकुर होंगे हिमाचल के नए CM, विधायकों ने लगाई मुहर
डिजिटल डेस्क, शिमला। हिमाचल प्रदेश के बीजेपी विधायक दल की बैठक में जयराम ठाकुर को नया मुख्यमंत्री चुन लिया गया है। जयराम ठाकुर हिमाचल के 13वें सीएम रहेंगे। इससे पहले इस रेस में जेपी नड्डा का नाम चल रहा था, लेकिन राज्य में ठाकुरों की आबादी को देखते हुए जयराम ठाकुर को मुख्यमंत्री बनाया गया है। बताया जा रहा है कि जयराम ठाकुर को सीएम बनाने के लिए प्रेम कुमार धूमल ने भी समर्थन दिया, जिसके बाद सभी विधायकों ने जयराम ठाकुर को अपना नेता चुन लिया। विधायक दल की बैठक के बाद पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर ने जयराम ठाकुर के नाम का एलान किया। वे पांच बार के विधायक हैं।
जयराम ठाकुर क्यों?
हिमाचल में बीजेपी के सीएम कैंडिडेट प्रेम कुमार धूमल के चुनाव हार जाने के बाद से राज्य में नए सीएम के लिए कई दिनों से मंथन चल रहा था। इस रेस में सबसे आगे जयराम ठाकुर का नाम था, लेकिन जेपी नड्डा से उन्हें कड़ी टक्कर मिल रही थी और आखिरकार जयराम ठाकुर को सीएम बनाया गया। जयराम ठाकुर के सीएम बनने के पीछे उनका ठाकुर होना बड़ा कारण है। हिमाचल में ठाकुरों की आबादी ज्यादा है और यहां पर ज्यादातर ठाकुर ही मुख्यमंत्री रहे हैं। इसलिए बीजेपी ने कास्ट फैक्टर को ध्यान में रखते हुए जयराम ठाकुर को सीएम बनाया है। इसके अलावा अगर जेपी नड्डा को सीएम बनाया जाता, तो पार्टी को इतना फायदा नहीं होता, क्योंकि नड्डा ब्राह्मण जाति से आते हैं। राज्य में ब्राह्मणों की आबादी भी 8% है। इसी कारण जयराम ठाकुर के नाम पर मुहर लगाई गई है।
धूमल पहले ही रेस से बाहर
सभी विधायकों में जेपी नड्डा और जयराम ठाकुर के नाम पर ज्यादा सहमति थी, लेकिन धूमल पहले ही रेस से बाहर हो गए थे। विधायकों का भी यही मानना था कि सीएम पद पर जो भी हो विधायकों में से ही चना गया नेता होना चाहिए। पार्टी का एक वर्ग अभी भी चुनाव हारने वाले सीएम पद के उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल के खिलाफ है। हालांकि खुद धूमल भी यह बात कह चुके हैं कि वह राज्य के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं। धूमल ने बयान जारी कर कहा, कि "हिमाचल प्रदेश चुनाव के नतीजे वाले दिन ही मैंने साफ कर दिया था कि मैं राज्य में किसी भी पद की दौड़ में शामिल नहीं हूं।" धूमल ने कहा, ये दुर्भाग्यपूर्ण था कि बीजेपी की शानदार जीत के बावजूद मैं अपनी सीट नहीं बचा सका, आगे का फैसला हाईकमान का होगा।
जे पी नड्डा और जयराम ठाकुर में थी टक्कर
वहीं शिमला में पत्रकार वार्ता के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने कहा कि "हार में किसी ने भितरघात नहीं किया है और जो हारे हैं, शायद यह भगवान को यही मंजूर था।" उन्होंने यह भी कहा कि सभी कार्यकर्ताओं ने दिन-रात मेहनत की थी और उसके कारण ही पार्टी इतनी सीटें जीती। जहां तक कांग्रेस की हार का सवाल है तो हिमाचल कि जनता ने कांग्रेस और उसके अहंकार को हराया है। बता दें कि सबसे ज्यादा जिन दो नामों पर बात हो रही है, पांच बार के विधायक जयराम ठाकुर और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा सूबे में सीएम पद के लिए प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं। वहीं हिमाचल प्रदेश के नवनिर्वाचित विधायकों में आम सहमति नहीं बनी इस कारण केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण और नरेंद्र सिंह तोमर पर्यवेक्षक के तौर पर शिमला गए भी और वापस दिल्ली भी लौट गए।
Created On :   24 Dec 2017 8:09 AM IST