यूपी चुनाव से पहले टिकैत की हुंकार, मुजफ्फरनगर में चाकचौबंद किए गए सुरक्षा इंतजाम

Tikaits ruckus before Kisan Panchayat, security arrangements made in Muzaffarnagar
यूपी चुनाव से पहले टिकैत की हुंकार, मुजफ्फरनगर में चाकचौबंद किए गए सुरक्षा इंतजाम
किसान महापंचायत यूपी चुनाव से पहले टिकैत की हुंकार, मुजफ्फरनगर में चाकचौबंद किए गए सुरक्षा इंतजाम
हाईलाइट
  • मुजफ्फरनगर में जुटेंगे किसान
  • किसान महापंचायत की तैयारी

डिजिटल डेस्क, मुजफ्फरनगर। मुजफ्फरनगर में कल यानी 5 सितंबर को किसान महापंचायत होनी है। जिसको लेकर जिला प्रशासन सतर्क है, और सुरक्षा व्यवस्था चाकचौबंद कर दी गई है। मुजफ्फरनगर और आस-पास के जिलों में हाई अलर्ट कर दिया गया है। महापंचायत को मद्देनजर रखते हुए कई जिलों से पुलिस बुलाई गई है। इसके अलावा जिले में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। अपर पुलिस उपायुक्त ट्रैफिक रईस अख्तर भी पंचायत के दौरान मुजफ्फरनगर में मौजूद रहेंगे। मुजफ्फरनगर में कोई अप्रिय घटना ना हो, इसके लिए लखनऊ से भी नजर रखी जायेगी। 

शासन ने मुजफ्फरनगर और उसके आसपास के जिलों में आईपीएस भेजे हैं। एडीजी राजीव सभरवाल और आईजी प्रवीण कुमार पूरी व्यवस्था पर नजर बनाए हुए हैं। सूत्रों के मुताबिक, मुजफ्फरनगर में सेवा दे चुके अफसरों को भी बुलाया गया है। शामली, सहारनपुर और बागपत में विशेष IPS तैनात किए गए हैं। नरेंद्र कुमार सिंह, सिद्धार्थ शंकर मीणा, कुंवर अनुपम, अनुराग वत्स व आकाश कुल्हरी जैसे अफसरों की तैनाती की गई हैं। 

टिकैत की हुंकार

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि महापंचायत में भारी संख्या में किसान शामिल होंगे। ये पूछे जाने पर कि कितनी तादात में किसान पहुंचेंगे,  इस पर उन्होंने कहा ये मुझे भी नहीं पता। उन्होंने कहा किसानों को महापंचायत में शामिल होने से कोई नहीं रोक सकता है। यह कोई सरकारी कार्यक्रम नहीं है। अगर किसानों को रोकेंगे तो हम बैरियर तोड़कर आगे जायेंगे। टिकैत बोले कि वालंटियर्स को जिम्मेदारी दी गई है। उन्होंने बताया कि आपातकाल नंबर शेयर किया गया है। किसान कल से ही मुजफ्फरनगर पहुंचना शुरू हो गए हैं। उनके लिए व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने बताया कि किसान आंदोलन वाली जगहों से भी इस महापंचायत का हिस्सा बनने कि लिए किसान आयेंगे। लेकिन ज्यादातर किसान गांवों से आ रहे हैं।

महापंचायत का चुनाव पर असर!
किसान नेता राकेश टिकैत ने साफ कह दिया है कि महापंचायत का आगामी चुनाव से कोई मतलब नहीं हैं। बता दें कि उत्तर प्रदेश में लगभग 6 माह बाद चुनाव होने हैं। जिसको लेकर कई सियासी मायने लगाये जा रहें हैं। जानकारों की माने तो यह महापंचायत आगामी विधान चुनाव पर असर डाल सकता है। उधर टिकैट ने कहा कि यूपी में किसान परेशान हैं। पिछले 5 साल से गन्ने के दाम नहीं बढ़े। जबकि बिजली के दाम बढ़े हैं। केंद्र सरकार ने गन्ने के दाम में बस 5रू प्रति किलो की बढ़ोत्तरी की है। ये किसानों का अपमान है। यह मिशन यूपी है, मिशन भारत है। हम उत्तर प्रदेश में 18  महापंचायत करेंगे। 

ऐसे जुड़ेंगे किसान
मुजफ्फरनगर महापंचायत में दिल्ली बॉर्डर से किसान छोटी-छोटी टुकड़ियों में निकलेंगे। किसानों का दल एक साथ नहीं जाएगा। टिकरी और गाजीपुर बॉर्डर से किसान बसों के द्वारा शिफ्टों में जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि दो बसें रात को रवाना हुई हैं। हर प्रदर्शन स्थल से 400-500 से ज्यादा किसान नहीं जाएंगे। करीब 500 बसें किराए पर ली गई हैं। सभी बसें मुजफ्फरनगर से थोड़ा पहले रोकी जाएंगी। वहीं पंजाब से करीब दो हजार किसानों के पहुंचने की उम्मीद है। इस महापंचायत को ठीक ढंग से संपन्न करने के लिए लगभग 5000 वालंटियर बनाए गए हैं। 
 

 

 

 

Created On :   4 Sept 2021 11:30 AM GMT

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