चंद घंटों बाद इतिहास बन जाएगा नोएडा का ट्विन टावर, कितनी जगह लगे हैं विस्फोटक, कितने देर में गिरेगी ऊंची बिल्डिंग, ट्विन टावर से जुड़ी हर डिटेल जानिए यहां पर

The Twin Towers will become history on Sunday, know about the preparations to demolish it safely
चंद घंटों बाद इतिहास बन जाएगा नोएडा का ट्विन टावर, कितनी जगह लगे हैं विस्फोटक, कितने देर में गिरेगी ऊंची बिल्डिंग, ट्विन टावर से जुड़ी हर डिटेल जानिए यहां पर
नोएडा चंद घंटों बाद इतिहास बन जाएगा नोएडा का ट्विन टावर, कितनी जगह लगे हैं विस्फोटक, कितने देर में गिरेगी ऊंची बिल्डिंग, ट्विन टावर से जुड़ी हर डिटेल जानिए यहां पर
हाईलाइट
  • चेतन दत्‍ता एडिफाइस (Edifice) कंपनी के भारतीय ब्‍लास्‍टर हैं। 

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली।  नोएडा ट्विन टावर रविवार को इतिहास बन जाएगा।28 अगस्त को जैसे ही दोपहर के ढाई बजेंगे वेसै ही सेक्टर 93 में एक चेन कंट्रोल्ड रिएक्शन शुरू होगा। यहां पर सिलसिलेवार धमाका किया जाएगा जिसे सुरक्षित अंजाम देने की जिम्मेदारी निभाएंगे चेतन दत्ता। दत्‍ता को डिमॉलिशन कंपनी Edifice Engineering ने डायनमो के हरा बटन दबाने को चुना है। चेतन दत्‍ता एडिफाइस (Edifice) कंपनी के भारतीय ब्‍लास्‍टर हैं। 


डायनमो में बने ग्रीन बटन के दबाने से ही ट्विन टावर फ्लोर-दर-फ्लोर ढहने लगेगा। डायनमो को  ऐक्टिवेट करने के लिए इसके हैंडल को 10-15 बार घुमाना होगा। दत्‍ता के हरा बटन दबाते ही उससे जुड़े चार डेटानेटर्स तक इलेक्ट्रिकल वेव्‍स पहुंच जाएंगी। इसके बाद नौ  सेकेंड्स में ही धमाके पर धमाके होंगे और सुपरटेक ट्विन टावर्स ताश के पत्तों की तरह बिखर जाएगा। टावर के बिखरते ही यह टावर  इतिहास बन जाएगा। इसका मलबा और धुएं का गुबार कई किलोमीटर तक फैल जाएगा।

नोएडा के ट्विन टावर गिराए  जाने से जुड़े अहम कुछ सवालों के जवाब

 

  • सुपटेक के दोनों ही टावर सेक्‍टर 93 में हैं। एपेक्स की दाहिने ओर 10 मीटर से भी कम दूरी पर एमराल्ड कोर्ट सोसायटी का टावर स्थित है। सियान के बाएं तरफ एटीएस विलेज सोसायटी का टावर करीब 27 मीटर ऊंचा बना हुआ है।  सियान 29 मंजिल का है और करीब 95 मीटर की ऊंचाई का है। एपेक्स टावर 32 मंजिल और 102 मीटर का ऊंचा है।
  • दोनों टावरों के आसपास के 100 मीटर का एक्‍सक्‍लूजन जोन बनाया गया है। ट्विन टावर को गिराने के लिए पलवल की अल्फा इंटरप्राइजेज कंपनी ने विस्फोटक सप्लाई किया है। बताया जा रहा है कि कंपनी कोच्चि के बाद दूसरी बार रिहायशी टावर को तोड़ने का काम करने वाली है।  इस टावर को गिराने में 3700 किलोग्राम बारूद मैगजीन का इस्तमाल किया जाएगा।
  • दोनों ही टावर के मिलाकर कुल 36 फ्लोर चिह्नित किया गया है। जिन पर विस्फोटक लगाया गया है। 
  • जानकारी के मुताबिक दोनों टावरों में 2650 कॉलम में विस्फोटक लगाया गया है। 
  •  टावर में होने वाले सभी ब्लास्ट एक साथ नहीं होगें। इनमें सेकेंड के 200वें हिस्से का अंतर रहेगा। जो सामान्य तौर पर देखने में पता नहीं चलेगा। 
  • सबसे पहले सियान टावर के बेसमेंट के कोने पर ब्लास्ट किया जाएगा। यहां पर मलबे को नीचे बिठाने की तैयारी है।  
  • ब्लास्ट के बाद जितना हिस्सा नीचे आएगा उसकी जो जगह खाली होगी उसी जगह पर आगे का हिस्सा ढहकर आएगा।  

Created On :   27 Aug 2022 2:40 PM IST

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