अनुमान से कम खतरनाक होगा कोरोना का पीक, जानिए विशेषज्ञों ने क्यों जताई कोरोना से जल्द राहत मिलने की उम्मीद
- कोरोना के पीक आने पर 4 लाख से कम ही केस आने की संभावना है.
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे थे, लेकिन अब थोड़ी राहत भरी खबर यह है कि पिछले 4 दिनों में केवल 6% ही केस बढ़े हैं। इससे पहले 40% से
ऊपर तक केस आ रहे थे। विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले कुछ दिनों में औसत केसों में स्थिरता या फिर केसों के घटने का ट्रेंड देखने को मिला है। अभी कोरोना के नए केसों की संख्या ढाई लाख से और तीन लाख के बीच ही बनी हुई है।
पहले तेजी से बढ़ते केसों के आधार पर अनुमान था, कि कोराना जब पीक पर होगा तब प्रतिदिन 7 लाख के ऊपर केस आ सकते हैं। लेकिन अब एक्सपर्ट का मानना है कि यही स्थिति देखने मिलेगी, तो कोरोना के पीक आने पर 4 लाख से कम ही केस आने की संभावना है।
हालांकि प्रोफेसर मनिंद्र अग्रवाल केस कम आने के पीछे टेस्टिंग को भी एक वजह मान रहे हैं। प्रोफेसर अग्रवाल का मानना है कि ओमिक्रॉन को लेकर पहले लोगों में चिंता थी लेकिन अब लोग मान रहे है कि यह हल्का इंफेक्शन ही है। इस वजह से लोग खुद ही अपने घर पर ही कोरोना टेस्टिंग किट की सहायता से टेस्ट कर रहे है। और पॉजिटिव आने पर उसका इलाज भी घर पर ही कर रहे है। जिससे सरकार के पास उनके आंकड़े नहीं पंहुच पा रहे।
केस स्थिर होने की वजह
कानपुर IIT के प्रोफेसर डॉक्टर मनिंद्र अग्रवाल का केसों के कम आने की और केसों के स्थिर होने की स्थिति पर कहना है, कि इसके पीछे अलग-अलग कारण हो सकते है। उनका कहना है कि जनसंख्या में दो ग्रुप हैं। पहला वह ग्रुप है जिनमें ओमिक्रॉन से लड़ने की इम्यूनिटी कम है। वहीं दूसरा वह ग्रुप है। जिसमें इम्यूनिटी अधिक है। ओमिक्रॉन के केस तेजी से बढ़े है, इसके पीछे पहले ग्रुप को जिम्मेदार माना गया है। जिसे म्यूटेंट ने इस ग्रुप को पहले ही निशाने पर ले लिया। जिसके कारण केस तेजी से बढ़े। और उस ग्रुप के अधिकतर लोग संक्रमित हो चुके हैं । वहीं दूसरे ग्रुप के लोग कम संक्रमित हो रहे हैं, जिससे कोरोना के फैलने की स्पीड भी अब धीमी हो गई है।
प्रोफेसर ने कहा कि 13 जनवरी को शुरू हुआ नया ट्रेंड बताता है कि कोरोना की पीक अब उतनी भयावह नहीं होगी, जितनी हमें आशंका थी। उन्होंने कहा कि यूपी में 19 जनवरी को पीक आएगा। लेकिन वहां पर भी पहले लगाए गए अनुमान के मुताबिक कम ही केस आने की उम्मीद है।
Created On :   17 Jan 2022 6:57 AM GMT