विश्व स्वास्थ्य संगठन के प्रमुख ने कहा, कोराना का प्रभाव दशकों तक महसूस किया जाएगा
- कोविड का असर दशकों तक महसूस किया जाएगा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कोरोना महामारी ने पूरे विश्वभर को हिलाकर रख दिया है। कोरोना की पहली व दूसरी लहर सबसे ज्यादा खतरनाक रही। इन दोनों लहरों में बड़ी तादाद में लोगों की जानें गई थी। हालांकि तीसरी लहर में भी बहुत से लोगों की जानें गई हैं।
कोरोना इस तरह पैर पसार रहा था कि पूरे विश्वभर के कई देशों ने अपने यहां लॉकडाउन लगा दिया था। कोरोना महामारी के उस दिन को याद करके लोगों के रूह कांप उठते हैं। इसी कड़ी में सोमवार को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के प्रमुख डॉक्टर टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस ने कहा है कि दुनिया भर में वायरस के प्रसार की गति धीमी होने के बावजूद भी कोविड का असर दशकों तक महसूस किया जाएगा।
कमजोर समूहों के बीच कोविड का प्रभाव महसूस किया जाएगा
विश्व स्वास्थ्य संगठन प्रमुख डॉक्टर टेड्रोस अदहानोम गेब्रेयेसस ने कहा है कि कोरोना का प्रभाव सबसे कमजोर समूहों के बीच महसूस किया जाएगा और महामारी जितनी देर तक चलेगी, प्रभाव उतना ही बुरा होगा। उन्होंने आगे कहा कि कोविड महामारी का प्रभाव दशकों तक महसूस किया जाएगा, विशेष रूप से सबसे कमजोर समूहों के बीच, महामारी जितनी लंबी चलेगी, उतने ही बुरे प्रभाव होंगे।
राष्ट्रमंडल देशों में इतने फीसदी हुआ दोहरा टीकाकरण
डॉ टेड्रोस ने कहा कि वर्तमान में राष्ट्रमंडल देशों की केवल 42 फीसदी आबादी का दोहरा टीकाकरण हो पाया है। जबकि अन्य देशों के बीच अभी भी व्यापक असमानता है। डब्ल्यूएचओ प्रमुख ने कहा कि राष्ट्रमंडल के अफ्रीकी देशों ने औसत टीकाकरण दर केवल 23 प्रतिशत हासिल की है। इस अंतर को भरना डब्ल्यूएचओ के बड़ी प्राथमिकता है। न केवल महामारी को नियंत्रण में लाने और जीवन बचाने के लिए, बल्कि आजीविका की रक्षा करने के लिए भी है।
Created On :   7 Feb 2022 10:09 PM IST