पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे का केंद्र से आग्रह, टीकाकरण की न्यूनतम आयु सीमा घटाकर 15 वर्ष की जाए

Thackeray Jr urges the Center to reduce the minimum age limit for vaccination to 15 years
पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे का केंद्र से आग्रह, टीकाकरण की न्यूनतम आयु सीमा घटाकर 15 वर्ष की जाए
महाराष्ट्र पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे का केंद्र से आग्रह, टीकाकरण की न्यूनतम आयु सीमा घटाकर 15 वर्ष की जाए
हाईलाइट
  • ओमिक्रॉन से संक्रमित 10 मामले आए सामने

डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में कोविड-19 के ओमिक्रॉन स्वरूप से संक्रमण के 10 मामले सामने आने के बीच राज्य के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे ने मंगलवार को केंद्र से टीकाकरण की न्यूनतम आयु सीमा 18 से घटाकर 15 साल करने का आग्रह किया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया को लिखे पत्र में ठाकरे जूनियर ने कहा है कि स्कूलों और कॉलेजों में जाने वाले छात्रों को वायरस के नए स्वरूप से सुरक्षित रखना है। उन्होंने केंद्र से स्वास्थ्य देखभाल और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को तीसरी बूस्टर खुराक लेने की अनुमति देने का भी आग्रह किया है।

ठाकरे जूनियर ने केंद्र से कहा कि वह कम समय के भीतर व्यापक आबादी को कवर करने के लिए दो खुराक के बीच के अंतर को कम करने पर विचार करे। उन्होंने कहा, अगर दो खुराक के बीच का अंतर चार सप्ताह तक कम कर दिया जाए, तो विदेश में काम करने या अध्ययन करने के लिए आवेदन करने वालों को फायदा होगा। मुंबई शहर बिना अधिक टीके मांगे जनवरी 2022 के मध्य तक दूसरी खुराक के साथ अपनी 100 प्रतिशत आबादी को कवर कर लेगा। मंत्री ने बाद में कहा, मैंने स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया जी को कुछ सुझाव लिखे हैं। ये सुझाव कोविड की स्थिति को करीब से देख रहे डॉक्टरों के साथ बातचीत से निकले हैं।

ठाकरे जूनियर ने केंद्रीय मंत्री को पत्र महाराष्ट्र में लगातार तीन दिनों तक ओमिक्रॉन मामलों के सामने आने के मद्देनजर लिखा है। ओमिक्रॉन के मामले मुंबई में दो, ठाणे में एक और पुणे में सात हैं, जिससे राज्य में कुल संख्या अब 10 हो गई है। राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने राज्य के 3 अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डों - मुंबई, पुणे और नागपुर में उच्च जोखिम या जोखिम वाले देशों से आने वाले सभी यात्रियों की निगरानी तेज कर दी गई है। इसके अलावा अन्य देशों से आने वाले लोगों की जांच भी की गई है। पॉजिटिव पाए गए रोगियों के कुल 11 नमूने संक्रमण की सटीक प्रकृति का पता लगाने के लिए जीनोमिक सीक्वेंसी के लिए भेजा गया है।

(आईएएनएस)

Created On :   8 Dec 2021 12:30 AM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story