हाईलाइट
  • कुलगाम में तीन बीजेपी नेताओं की हत्या कर दी गई
  • जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी के नेता आतंकियों के निशाने पर
  • रविंद्र रैना बोले- शहादत बेकार नहीं जाएगी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में भारतीय जनता पार्टी के नेता आतंकियों के निशाने पर है। गुरुवार को कुलगाम में तीन बीजेपी नेताओं की हत्या कर दी गई। तीनों नेताओं के घर इस वक्त मातम पसरा हुआ है। हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के ही एक संगठन द रेजिजटैंस फ्रंट (TRF) ने ली है। बीजेपी कार्यकर्ताओ की हत्या पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रविन्द्र रैना ने पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला है। रविन्द्र रैना ने कहा कि कुलगाम में जिन तीन लोगों की हत्या हुई है, वे सभी बहादुर बीजेपी कार्यकर्ता थे। उनकी शहादत बेकार नहीं जाएगी। पाकिस्तानों को अपने पापों की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। एक-एक को चुन-चुनकर मारा जाएगा।

 

 

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी घटना पर शोक जताते हुए ट्वीट किया, "जम्मू-कश्मीर के कुलगाम मे कायराना हमले में आतंकवादियों ने ज़िला बीजेपी  युवा मोर्चा के महासचिव फिदा हुसैन समेत 3 नेताओं की हत्या कर दी। ऐसे राष्ट्रभक्तों का जाना देश के लिए बड़ी क्षति है। पूरा समाज पीड़ित परिवारो के साथ है। ये बलिदान व्यर्थ नहीं जाएंगे। परिवारों के प्रति संवेदना। इससे पहले गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना की निंदा करते हुए दुख जताया था। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, "मैं अपने तीन युवा कार्यकर्ताओं की हत्या की मैं निंदा करता हूं। जम्मू-कश्मीर में अच्छा काम कर रहे थे।  दुख की इस घड़ी में मेरे विचार उनके साथ है. उनकी आत्मा को शांति मिले।"

 

 

बता दें कि दक्षिणी कश्मीर के कुलगाम में गुरुवार शाम भाजपा नेता फिदा हुसैन समेत 3 अन्य की आतंकवादियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। फिदा हुसैन कुलगाम भाजपा युवा मोर्चा के महासचिव थे। उनके साथ कार्यकर्ता उमर राशिद बेग और उमर रमजान हाजम की भी हत्या कर दी गई। आतंकवादी एक गाड़ी पर आए, फिदा की कार पर फायरिंग की और फरार हो गए। सुरक्षा बलों ने इस हमले के बाद इलाके में सर्च अभियान शुरू कर दिया है। एक की मौत घटनास्थल पर ही हो गई थी और दो लोगों की मौत अस्पताल ले जाते वक्त हुई। आतंकियों ने घटना को उस वक्त अंजाम दिया जब ये तीन अपने घर की ओर जा रहे थे। आतंकी हमले की जिम्मेदारी द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) नाम के संगठन ने ली है। ये लश्कर-ए-तैयबा का सहयोगी संगठन बताया जाता है।

Created On :   30 Oct 2020 12:16 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story