तेलंगाना की राज्यपाल ने 4 साल की बच्ची के यौन उत्पीड़न पर रिपोर्ट मांगी

Telangana Governor seeks report on sexual assault of 4-year-old girl
तेलंगाना की राज्यपाल ने 4 साल की बच्ची के यौन उत्पीड़न पर रिपोर्ट मांगी
तेलंगाना सियासत तेलंगाना की राज्यपाल ने 4 साल की बच्ची के यौन उत्पीड़न पर रिपोर्ट मांगी
हाईलाइट
  • पीड़िता के माता-पिता ने उसके व्यवहार में बदलाव देखा

डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सुंदरराजन ने गुरुवार को हैदराबाद के एक स्कूल में चार साल की बच्ची के यौन उत्पीड़न पर राज्य सरकार से रिपोर्ट मांगी है। राजभवन के अनुसार, बंजारा हिल्स के डीएवी पब्लिक स्कूल में एलकेजी की छात्रा के साथ हुए यौन उत्पीड़न के बारे में मीडिया में आई विभिन्न खबरों को पढ़कर राज्यपाल काफी व्यथित हुईं। राज्यपाल ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया और जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले अपराधी के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की। उन्होंने इस घटना पर सरकार से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।

बंजारा हिल्स पुलिस ने मंगलवार को स्कूल के प्रिंसिपल के ड्राइवर को बच्ची के साथ यौन शोषण के आरोप में गिरफ्तार किया है। पीड़िता के परिजनों और अन्य लोगों के विरोध के बाद पुलिस ने बुधवार को प्रिंसिपल को लापरवाही के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार, बीमना रजनी कुमार (34) को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। उस पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 376ए और बी के तहत मामला दर्ज किया गया है और धारा 6 को यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम की 5 मीटर के साथ पढ़ा गया है।

घटना का पता तब चला, जब पीड़िता के माता-पिता ने उसके व्यवहार में बदलाव देखा। पूछताछ करने पर उसने बताया कि रजनी कुमार पिछले तीन महीने से उसका यौन शोषण कर रहा था। वह उसे क्लासरूम से डिजिटल क्लासरूम में ले जाता था। कभी-कभी आरोपी उसे स्कूल के अंदर के कमरे में भी ले गया, उसके कपड़े उतार दिए और उसका यौन शोषण किया।

पीड़िता के गुस्साए माता-पिता और अन्य परिजन स्कूल पहुंचे और स्कूल वैन के चालक की पिटाई की। बाद में पुलिस ने चालक को गिरफ्तार कर लिया। प्रिंसिपल एस. माधवी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर अभिभावकों ने धरना भी दिया। पुलिस ने प्रिंसिपल को भी हिरासत में ले लिया और लापरवाही के लिए धारा 21 पॉक्सो के तहत मामला दर्ज किया। पुलिस के अनुसार, प्रिंसिपल ने रजनी कुमार को स्कूल में प्रशासन का काम देखने की आजादी दी थी। वह शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को भी प्राचार्य के निर्देशानुसार काम करने की हिदायत देता था। इस घटना से जन आक्रोश फैल गया है। विपक्षी दलों के नेताओं, अभिभावक संघों और कार्यकर्ताओं ने दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।

(आईएएनएस)

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Created On :   20 Oct 2022 4:00 PM GMT

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