तेलंगाना चुनाव: चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए हैदराबाद पहुंची EC की टीम

telangana election: Election Commission team to arrive in Hyderabad today
तेलंगाना चुनाव: चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए हैदराबाद पहुंची EC की टीम
तेलंगाना चुनाव: चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के लिए हैदराबाद पहुंची EC की टीम
हाईलाइट
  • केसीआर से जल्द चुनाव कराए जाने की थी मांग
  • चुनाव को लेकर जारी की गई उम्मीदवार की सूची
  • तेलंगाना चुनाव की तैयारियां का आज जायजा लेगा चुनाव आयोग

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चुनावी तैयारियों को जायजा लेने के लिए चुनाव आयोग की टीम हैदराबाद पहुंची। विधानसभा भंग होने के बाद से सीएम के चंद्रशेखर राव ने जल्द ही चुनाव कराने की बात कही थी, जिस पर चुनाव आयोग की ओर से कहा गया था कि चुनावी तैयारियों का जायजा लेने के बाद ही इस बारे में कुछ कहा जा सकेगा। इससे पहले चार राज्यों के साथ तेलंगाना में चुनाव कराए जाने की बात चुनाव आयोग की बैठक में रखी गई थी, जिस पर आयोग ने असहमति जताई थी। 

उप चुनाव आयुक्त उमेश सिन्हा की अगुवाई वाली टीम राज्य की "चुनावी तैयारी के बारे में स्थिति का आकलन" करने के लिए हैदराबाद पहुंची। ऐसा भी कहा जा रहा है कि तेलंगाना में चुनावी तैयारियां करने और संबंधित जिम्मेदारियां देने में करीब 28 दिनों का वक्त लगेगा। इसके बाद ही चुनाव की घोषणा की जा सकेगी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2001 में चुनाव आयोग को दिए गए निर्देश के अनुसार चुनावी घोषणा और मतदान के बीच अधिकतम 21 दिनों का अंतर होना चाहिए। इस हिसाब से देखा जाए तो अक्टूबर के अंत में नोटिफिकेशन जारी हो सकता है। अगले 10 दिन तक नामांकन और 14 दिनों की कैंपेनिंग के बाद मतदान का वक्त आने तक नवंबर के आखिरी दिन आ चुके होंगे। 

आयुक्त ओपी रावत ने जताई थी असहमति
मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा था कि इस पर आकलन किया जाएगा कि चारों राज्यों के साथ तेलंगाना में भी चुनाव हो सकते हैं या नहीं। उन्होंने कहा, "अभी इसको लेकर कोई भविष्यवाणी नहीं की गई है। सबसे पहले चुनाव आयोग तेलंगाना मुख्य निर्वाचन अधिकारी से चुनाव की तैयारियों का ब्यौरा लेगा। उसके बाद चुनाव कब होंगे इस पर फैसला लिया जाएगा। इसके बाद ऑफिशियल ऑडिट होगा और कमिशन इसके बाद देखा।"

टीआरएस को दोबारा सत्ता में लौटने का भरोसा
गुरुवार को के चंद्रशेखर राव ने कैबिनेट की बैठक बुलाई थी जहां विधानसभा भंग करने का प्रस्ताव पास कर दिया गया। इसके बाद राज्यपाल ने भी प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए चंद्रशेखर राव को कार्यवाहक मुख्यमंत्री नियुक्त कर दिया था। टीआरएस को उम्मीद है कि पार्टी प्रमुख के चंद्रशेखर राव के करिश्मे और बिखरे विपक्ष की वजह से वह लगातार दूसरी बार सत्ता में आ जाएगी। माना जा रहा है कि पार्टी लोकसभा एवं विधानसभा चुनाव एक साथ होने की स्थिति में ‘‘केसीआर बनाम मोदी’’ मुकाबले को भी टालना चाहती थी। केसीआर राज्य में समय से पहले चुनाव चाहते हैं ताकि वो 2019 लोकसभा चुनाव पर पूरा ध्यान केंद्रित कर सकें।

Created On :   11 Sept 2018 11:16 AM IST

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