तेलंगाना: अमित शाह का TRS पर वार, कहा- नहीं जीत सकती विधानसभा चुनाव
- अमित शाह महबूब नगर में जनसभा को संबोधित करेंगे।
- चुनाव प्रचार की शुरुआत के लिए तेलंगाना पहुंचे बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह।
- तेलंगाना विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां शुरू।
डिजिटल डेस्क, हैदराबाद। तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए तैयारियां शुरू हो गई हैं। बीजेपी ने भी चुनावी मैदान में उतरने के लिए कमर कस ली है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह आज तेलंगाना के दौरे पर हैं। मीडिया से बातचीत के दौरान अमित शाह ने टीआरएस पर निशाना साधते हुए कहा तेलंगाना में टीआरएस चुनाव जीत नहीं पाएगी।
ओवैसी के दबाव में काम कर रहे हैं चंद्रशेखर राव
हैदराबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान अमित शाह ने कहा तेलंगाना जैसे छोटे राज्य में जनता पर जबरदस्ती दो चुनावों का बोझ डाला गया है। पहले एकसाथ लोकसभा और विधानसभा चुनावों का समर्थन करने वाली टीआरएस ने अचनाक से विधानसभा भंग क्यों करवा दी। अपने परिवार को आगे बढ़ाने के लिए के. चंद्रशेखर राव ने नौ महीने पहले ही जनता पर चुनाव थोपा। चंद्रशेखर राव ओवैसी के दबाव में काम कर रहे हैं। उन्होंने ये भी कहा धर्म पर आरक्षण नहीं हो सकता है।
बीजेपी ने दी लोगों को सावधान रहने की सलाह
बीजेपी की राज्य इकाई के अध्यक्ष के. लक्ष्मण ने एक ओर कांग्रेस, TDP, CPIM और दूसरी ओर तेलंगाना राष्ट्रीय समिति और ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन के प्रस्तावित गठबंधन को अपवित्र करार दिया है। उन्होंने कहा पार्टियां तेलंगाना में कर्नाटक जैसी राजनीति करने का प्रयास कर रही हैं। टीआरएस, कांग्रेस, तेदेपा और कम्युनिस्टों ने पहले भी एआईएमआईएम के साथ हाथ मिलाकर उसे बढ़ने में सहयोग दिया है ऐसे में लोगों को सावधान होने की जरूरत है। उन्होंने आरोप लगाया है टीआरएस सरकार ने एआईएमआईएम के एजेंडे को लागू करने के लिए 17 सितंबर को ‘तेलंगाना मुक्ति दिवस’ नहीं मनाया। उन्होंने ये दावा भी किया है कि अब बीजेपी अपने दम पर 119 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
राज्य में ईवीएम, मतपेटियों और वीवीपीएटी मशीनों का आना शुरू
गौरतलब है कि तेलंगाना के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (CEO) रजत कुमार ने शुक्रवार को बताया था कि राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारियों के साथ ही ईवीएम, मतपेटियों और वीवीपीएटी मशीनों का आना शुरू हो गया है। अधिकारियों को चुनाव प्रक्रिया के बारे में अवगत कराया जा रहा है। वोटर लिस्ट से संबंधित विषयों को सुलझाने के लिए 32 हजार 574 बूथ स्तर के अधिकारी उपलब्ध रहेंगे। 20 सितंबर से पहले ईवीएम के अलावा, 52 हजार मतपेटियां, करीब 41 हजार केंद्रीय यूनिट तथा 44 हजार वीवीपीएटी मशीनों के राज्य के विभिन्न जिलों में पहुंच जाने की संभावना है।
जरूरत पड़ने पर साइबर क्राइम विभाग के साथ काम कर सकता है निर्वाचन आयोग
CEO कुमार ने बताया 15 और 16 सितंबर को बूथ स्तरीय अधिकारी सभी मतदान केंद्रों पर उपलब्ध होंगे और वो मतदाता सूचियों से संबंधित विषयों को देखेंगे। चुनाव की तैयारियां पूरी होने के बाद निर्वाचन आयोग की एक टीम का राज्य का दौरा भी कर सकती है। चुनाव के दौरान CEO ऑफिस में एक मीडिया कंसल्टेंट भी नियुक्त किया जाएगा जो सोशल मीडिया पर प्रचार अभियान की निगरानी करेगा। जरूरत पड़ने पर निर्वाचन आयोग साइबर क्राइम विभाग के साथ मिलकर भी काम करेगा।
Created On :   15 Sept 2018 8:39 AM IST