शिक्षक भर्ती घोटाला : प्राइवेट डी.एल.एड कॉलेजों में ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन एंगल से ईडी कर रहा जांच
- कामाख्या इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन की आड़ में इस तरह के संस्थान चलाते थे
डिजिटल डेस्क, कोलकाता। पश्चिम बंगाल में शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच कर रहा प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अब प्राइवेट डी.ई.एल.एड कॉलेजों में पैसा लेकर किए गए ऑफलाइन रजिस्ट्रेशन एंगल से मामले की जांच कर रहा है। ईडी के अधिकारियों के अनुसार पश्चिम बंगाल के कुछ निजी डी.ई.एल.एड कॉलेजों में ऑफलाइन पंजीकरण के लिए प्रत्येक उम्मीदवार को 5,000 रुपये का भुगतान करना पड़ता था। इसका एक हिस्सा तृणमूल कांग्रेस विधायक और पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड (डब्ल्यूबीबीपीई) के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य की झोली में जाता था।
भट्टाचार्य वर्तमान में राज्य में प्राथमिक शिक्षक भर्ती घोटाले में कथित संलिप्तता के लिए न्यायिक हिरासत में हैं। इस सिलसिले में ईडी ने 2 नवंबर को माणिक भट्टाचार्य के करीबी सहयोगी तापस कुमार मंडल को पूछताछ के लिए तलब किया है, जो एनजीओ की आड़ में मिनर्वा एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसाइटी, कामाख्या बालक आश्रम और कामाख्या इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन की आड़ में इस तरह के संस्थान चलाते थे।
ईडी के सूत्रों ने कहा कि मंडल ऑल बंगाल टीचर्स ट्रेनिंग अचीवर्स एसोसिएशन (एबीटीटीएए) के अध्यक्ष हैं, जो ऐसे निजी डी.ई.एल.एड कॉलेजों का एक अम्ब्रेला संगठन है, जो प्राथमिक शिक्षकों के प्रशिक्षण पर डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित करते हैं। ईडी के सूत्रों ने कहा कि यह जांच का विषय है कि क्या ऐसे निजी संस्थानों में ऑफलाइन पंजीकरण वाले अभ्यर्थियों को प्राथमिक शिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया। उन्होंने कहा कि इसके लिए तापस कुमार मंडल से पूछताछ अत्यंत महत्वपूर्ण है।
24 अक्टूबर को ईडी के वकील फिरोज एडुल्जी ने कोलकाता की एक निचली अदालत को सूचित किया कि प्रारंभिक जांच के बाद केंद्रीय एजेंसी ने भट्टाचार्य और उनके परिवार के सदस्यों के स्वामित्व वाली 10 करोड़ रुपये की संपत्ति का पता लगाया है। एडुल्जी ने बताया कि ईडी ने मानिक भट्टाचार्य की पत्नी सतरूपा भट्टाचार्य और मृत्युंजय चक्रवर्ती नाम के मृत व्यक्ति के संयुक्त बैंक खाते से 3 करोड़ रुपये का भी पता लगाया है। ईडी के वकील ने अदालत को यह भी बताया कि माणिक भट्टाचार्य के आवास से एक कॉम्पैक्ट डिस्क बरामद हुई है, जिसमें 4 हजार लोगों के नाम हैं। डब्ल्यूबीबीपीई के अधिकारियों के साथ क्रॉस-चेकिंग पर केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने पुष्टि की कि 4,000 में से 2,500 अभ्यर्थियों ने प्राथमिक शिक्षक के रूप में नौकरी हासिल कर ली है।
(आईएएनएस)
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Created On :   27 Oct 2022 4:30 PM IST