भारत के पास आया ऐसा हथियार जिससे डरने लगे ड्रेगन चीन और पाक
- रूसी तकनीकी पर होगा निर्माण
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत एक ऐसा हथियार आयात करने वाला है जिसके आने से भारत के दुश्मन अब डरने लगे है। भारत रक्षा क्षेत्र में भारत डायनेमिक्स लिमिटेड ने एक अहम उपक्रम का सौदा किया है। इस सौदे में कंपनी भारतीय सेना को दूसरी पीढ़ी की मैकेनाइज्ड इंफेंट्री एंटी टैंक गाइडेड कॉन्कुर्स-एम एंटी टैंक मिसाइलों की सप्लाई करेगी। इस सौदे की कुल कीमत 3131.82 करोड़ बताई जा रही है। दिल्ली में हुए सौदे को तीन साल में पूरा किया जाएगा। आपको बता दें कॉन्कुर्स-एम मिसाइल मिसाइल बख्तरबंद वाहनों को भी नष्ट कर देती है। इसकी क्षमता अधिक होने के कारण यह 19 सेकंड की उड़ान सीमा के साथ 75 से 4 हजार मीटर तक दूरी तय करने में सक्षम हैं।
कॉन्कुर्स एंटी टैंक मिसाइल की एक और खासियत यह है कि इसे बीएमपी-II टैंक और सतह से लाॅन्च किया जा सकता है ।
मिली जानकारी के मुताबिक बीडीएल विदेशी ओईएम के साथ तकनीकी हस्तांतरण के साथ अपने उत्पादों के स्वदेशीकरण पर अत्यधिक जोर दे रहा है। सार्वजनिक क्षेत्र के रक्षा निर्माता ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत मिशन ने कंपनी के स्वदेशीकरण के प्रयासों को गति दी है।
कॉन्कुर्स एंटी टैंक मिसाइलों का निर्माण रूसी ओईएम के साथ लाइसेंस समझौते के तहत किया जा रहा है। हालांकि, इसे अधिकतम सीमा तक स्वदेशी बनाया गया है। बीडीएल ने कोंकर्स-एम की घरेलू और विदेशी मांग को पूरा करने के लिए अपनी उत्पादन क्षमता में वृद्धि की है। बीडीएल कोंकर्स-एम के अलावा मैन पोर्टेबल एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल, नाग, मिलन -2 टी और अमोघा को भी निर्यात के लिए पेश कर रहा है।
Created On :   3 Feb 2022 4:10 PM IST