तमिलनाडु में छात्रा आत्महत्या मामला
- सीबीआई की टीम ने स्कूल के कुछ शिक्षकों से पूछताछ की
डिजिटल डेस्क, चेन्नई। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने तमिलनाडु के तंजावुर में एक स्कूली छात्रा की आत्महत्या मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच एजेंसी के अधिकारियों का एक दल सोमवार को तंजावुर जिले के माइकलपेट्टी गांव में उस स्कूल के अधिकारियों से पूछताछ करने पहुंचा, जहां 17 वर्षीय लड़की पढ़ रही थी। संयुक्त निदेशक विद्या जयंत कुलकर्णी के नेतृत्व में सीबीआई की टीम ने स्कूल के कुछ शिक्षकों से पूछताछ की है और स्कूल वार्डन से भी पूछताछ की है। टीम स्कूल और उसके परिसर का भी निरीक्षण कर रही है।
मृत लड़की के माता-पिता ने मद्रास उच्च न्यायालय में एक याचिका दायर कर मामला सीबीआई को सौंपने का अनुरोध किया था, जिसे मंजूर करते हुए अदालत ने मामले की सीबीआई जांच का आदेश दिया था। तिरुकट्टुपल्ली पुलिस ने शुरू में किशोर न्याय अधिनियम के तहत आईपीसी की धारा 75 (बच्चे के साथ क्रूरता के लिए सजा) और धारा 82 (!) (बच्चे को अनुशासित करने के उद्देश्य से शारीरिक दंड में लिप्त) के तहत मामला दर्ज किया था। पुलिस ने आईपीसी की धारा 305 (बच्चे या पागल व्यक्ति को आत्महत्या के लिए उकसाना) और धारा 511 (आजीवन कारावास और अन्य कारावास से दंडनीय अपराध करने के प्रयास के लिए सजा) के तहत भी मामले दर्ज किए हैं।
स्थानीय पुलिस ने 67 वर्षीय स्कूल वार्डन को भी गिरफ्तार किया था, जो एक नन है। जहर खाने वाली लड़की की 19 जनवरी को मौत हो गई थी और आरोप लगाया गया था कि स्कूल अधिकारियों ने जब जबरन ईसाई धर्म अपनाने के लिए विवश किया, तब उसने आत्महत्या कर ली। आरोपी स्कूल वार्डन के जमानत पर जेल से बाहर आने के बाद एक द्रमुक विधायक इनिगो इरुदयाराज ने तिरुचिरापल्ली जेल के सामने उसे माला पहनाई, जिसके बाद एक द्रमुक और अन्नाद्रमुक-भाजपा गठबंधन के बीच वाकयुद्ध छिड़ गया। विधायक ने प्रेस को बताया कि स्कूल वार्डन ने माइकलपट्टी के आसपास के इलाकों के लोगों के लिए बहुत सेवा की है और वह उसके साथ एकजुटता प्रकट करने के लिए जेल के बाहर उसे लेने आए थे।
(आईएएनएस)
Created On :   21 Feb 2022 9:00 PM IST