सिख समुदाय ने प्रधानाध्यापक के अंतिम संस्कार के दौरान निकाला जुलूस, हत्या के खिलाफ किया ताकत का प्रदर्शन

डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। कश्मीर में सिख समुदाय के सदस्यों ने शुक्रवार को श्रीनगर के अलोची बाग में अपने निवास से दाह संस्कार के लिए एक जुलूस में कौर के पार्थिव शरीर को निकालकर, स्कूल की प्रिंसिपल और दीपक चंद शिक्षक सुपिंदर कौर की हत्या के खिलाफ ताकत का प्रदर्शन किया।
सिख समुदाय के सदस्यों ने सुपिंदर कौर के लिए न्याय और उसके हत्यारों के लिए सजा की मांग की। कौर उन दो शिक्षकों में शामिल थीं, जिनकी गुरुवार को श्रीनगर के ईदगाह में उनके स्कूल में आतंकवादियों ने हत्या कर दी थी। सिखों ने मांग की कि घाटी में धार्मिक नेता और राय बनाने वाले अल्पसंख्यक समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कदम उठाएं और हस्तक्षेप करें।
अंतिम संस्कार में शामिल होने वालों में से एक ने कहा, उन्हें क्यों मारा गया, सिर्फ इसलिए कि उन्होंने झंडा फहराया, निर्दोषों को क्यों निशाना बनाया जा रहा है, अल्पसंख्यक यहां सुरक्षित नहीं हैं। जम्मू में दीपक चंद के परिवार में मातम छाया है। वह स्कूल में आतंकवादियों द्वारा मारा गया एक और शिक्षक थे। दीपक के गमगीन दोस्तों और परिवार के सदस्यों का कहना है कि उन्होंने अपने देश के लिए खड़े होने के लिए अपनी जान की कीमत चुकाई।
चंद के एक रिश्तेदार ने कहा, सरकार को भी दोषी ठहराया जाना चाहिए, जिसने सभी के लिए सुरक्षा का वादा किया। कश्मीर में पिछले कुछ दिनों में कई नागरिकों को निशाना बनाया गया है और, लक्षित हमलों के कारण, घाटी में अल्पसंख्यकों के बीच असुरक्षा बढ़ गई है।
(आईएएनएस)
Created On :   8 Oct 2021 3:00 PM IST