सुंजवां हमला: 5 जवान शहीद, 4 आतंकी ढेर
डिजिटल डेस्क, सुंजुवान। जम्मू के सुंजवां आर्मी कैंप पर आतंकियों के खिलाफ सेना का अभियान जारी है। हमले में सेना के 5 जवान शहीद हो गए हैं, जबकि सेना ने चार आतंकियों को मार गिराया है। शहीद जवानों में 2 जेसीओ शामिल हैं। सेना का सर्च ऑपरेशन जारी है। आतंकियों के पास से AK-56 राइफलें, ग्रेनेड और भारी मात्रा में गोला बारूद बरामद हुए हैं। इसके साथ ही पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मुहम्मद का झंडा भी मिला है।
गौरतलब है कि इस हमले को लेकर अलर्ट पहले ही जारी कर दिया गया था। इस पूरे घटनाक्रम में जांच एजेंसियों को रोहिंग्या कनेक्शन होने की आशंका है। इस तरह के हमले की 9 फरवरी को अफजल गुरू की पुण्यतिथि के मद्देनजर सुरक्षा और गुप्त सूचनाओं के आधार पर पहले ही चेतावनी जारी की गई थी। खुफिया सूत्रों ने बताया कि जैश आतंकी और संसद पर हमला करने के आरोपी अफजल गुरू की फांसी की पांचवीं वर्षगांठ में हुआ हमला एक आतंकी समूह की तर्ज पर ही था।
स्थानीय ने की मदद
खुफिया सूत्रों के अनुसार, जैश को सुबह के वक्त ही आर्मी शिविरों और कैंपों में हमले करने के लिए जाना है। इसमें खास ट्रे्निंग हासिल कर चुके फिदायीन का इस्तेमाल किया जाता है, जो परिवारों वाले क्वार्टर में घुसकर ज्यादा से ज्यादा लोगों को मार सकते हैं। इसी तर्ज पर जैश ने उरी सेक्टर और पठानकोट में भी अटैक किया था। जांच एजेंसियों ने आशंका जताई है कि इस हमले में किसी न किसी स्थानीय ने मदद की है। जिसने हमलावरों को आर्मी कैंपों तक पहुंचने का रास्ता दिखाया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, "संयोग से आर्मी और पैरामिलिटरी को पहले ही अतिरिक्त सतर्कता बरतने के लिए निर्देशित कर दिया गया था।
रोहिंग्या कनेक्शन की भी हो रही जांच
खुफिया सूत्रों का कहना है कि इस पूरे मामले में रोहिंग्या कनेक्शन के दृष्टिकोण से भी जांच की जा रही है। एजेंसियां जांच में इस बात का खास ख्याल रख रही है कि जम्मू अवैध रोहिंग्या शरणार्थियों का गढ़ है। गौरतलब है कि भारत में तकरीबन 40 हजार रोहिंग्या रह रहे हैं, जिसमें से 7,096 रोहिंग्या जम्मू में बसे हुए हैं। जैश का मुखिया मसूद अजहर लगातार मुस्लिमों को इन्हीं रोहिंग्या मुसलमानों पर अत्याचार के नाम पर लड़ने के लिए उकसाता रहा है। बहरहाल, आगे की कार्रवाई के लिए आर्मी की रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
12 मिनट का ऑडियो क्लिप भी सामने आया
जैश-ए-मोहम्मद के प्रमुख मसूद अजहर और उसके साथियों का 12 मिनट का एक ऑडियो सामने आया था, जिसमें वह भारत पर हमले की योजना और अपने संकल्प को दोहरा रहे थे। सुंजवान कैम्प के बाहर पुलिस ने अपनी तैनाती बढ़ा दी है, 25 घंटे बाद भी आतंकियों की तलाश में ऑपरेशन जारी है। बता दें कि इस आतंकी हमले का मास्टरमाइंड रउफ असगर है। रउफ मौलाना जैश के चीफ मसूद अजहर का भाई है।
Created On :   11 Feb 2018 7:51 AM IST