74 साल के हुए राष्ट्रपति कोविंद, पीएम मोदी और शाह ने दी जन्मदिन की बधाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का आज (1 अक्टूबर) जन्मदिन है। देश के 14वें राष्ट्रपति कोविंद आज 74 साल के हो गए। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर राष्ट्रपति कोविंद को जन्मदिन की बधाई दी और उनकी लंबी आयु की कामना की। वहीं केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी राष्ट्रपति को बधाई दी है। पीएम मोदी ने कहा, उनकी अंतरदृष्टि और नीतिगत मामलों के बारे में समझ से भारत को काफी लाभ हुआ है। गरीबों और पिछड़ों को सशक्त बनाने के प्रति उनके जुनून को देखा जा सकता है। बता दें कि, कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर, 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में हुआ था।
Greetings to Rashtrapati Ji on his birthday.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 1, 2019
India has gained significantly from his insights and understanding of policy matters. One can always see his passion towards empowering the poor and downtrodden.
May Almighty bless him with a long and healthy life. @rashtrapatibhvn
गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, 130 करोड़ भारतीयों के कल्याण के प्रति आपका समर्पण अनुकरणीय है। हर वर्ग के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के आपके प्रयास सभी को प्रेरित करते हैं। ईश्वर से आपके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करता हूं।
राष्ट्रपति श्री राम नाथ कोविंद जी को जन्मदिन की शुभकामनाएँ।
— Amit Shah (@AmitShah) October 1, 2019
130करोड़ भारतीयों के कल्याण के प्रति आपका समर्पण अनुकरणीय है। हर वर्ग के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के आपके प्रयास सभी को प्रेरित करते हैं। ईश्वर से आपके अच्छे स्वास्थ्य और दीर्घायु की कामना करता हूँ।@rashtrapatibhvn
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जन्म 1 अक्टूबर, 1945 को उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले की तहसील डेरापुर के एक छोटे से गांव परौंख में हुआ था। कोविंद राष्ट्रपति बनने से पहले बिहार के राज्यपाल रह चुके हैं। 2014 में नरेंद्र मोदी की सरकार के आने के बाद कोविंद को बिहार का गर्वनर नियुक्त किया गया था। शुरुआती दिनों में कोविंद पेशे से वकील रहे।
कोविंद 1971 में दिल्ली बार काउंसिल के सदस्य बने। 1977 से 1979 तक उन्होंने दिल्ली उच्च न्यायलय में बतौर एडवोकेट कार्य किया। इसी दौरान वे तत्कालीन प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई के निजी सहायक भी रहे। 1978 में वे सुप्रीम कोर्ट के एडवोकेट-ऑन-रिकॉर्ड बने। 1980 से 1993 तक उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में बतौर केंद्रीय सरकार के स्थाई अभिवक्ता का कार्य किया। सुप्रीम कोर्ट और विभिन्न हाई कोर्ट में उन्होंने 16 साल तक वकालत की। इस अवधि के दौरान उन्होंने समाज के विभिन्न कमजोर वर्गों के लोगों को कानूनी सहायता प्रदान करने में मुख्य भूमिका निभाई।
1991 में वे भारतीय जनता पार्टी से जुड़े और महज तीन साल बाद उन्हें राज्य सभा की सदस्यता मिल गई। 1994 और 2000 में कोविंद उत्तरप्रदेश से राज्यसभा सदस्य चुने गए और 12 साल तक सांसद रहे। 1998 से 2002 के बीच कोविंद बीजेपी के अनुसूचित जाति मोर्चे के अध्यक्ष के तौर पर काम कर चुके हैं।
Created On :   1 Oct 2019 10:02 AM IST