India-China Dispute: राहुल ने कहा- भूल जाएं चीन के सामने खड़ा होना, PM में इतनी हिम्मत नहीं कि नाम ले सकें

Rahul Gandhi targets Modi government over border dispute with China in Ladakh
India-China Dispute: राहुल ने कहा- भूल जाएं चीन के सामने खड़ा होना, PM में इतनी हिम्मत नहीं कि नाम ले सकें
India-China Dispute: राहुल ने कहा- भूल जाएं चीन के सामने खड़ा होना, PM में इतनी हिम्मत नहीं कि नाम ले सकें

डिजिटिल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच लद्दाख में चल रहे सीमा विवाद को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, "भूल जाएं कि हम चीन के सामने खड़े हो सकते हैं। प्रधानमंत्री मोदी में इतनी हिम्मत नहीं है कि वो चीन का नाम तक ले पाएं।" अपने ट्वीट के साथ राहुल गांधी ने एनडीटीवी की एक खबर भी शेयर की है। इसमें कहा गया है कि चीन के अतिक्रमण की बात कबूलने वाले दस्तावेज को रक्षा मंत्रालय की वेबसाइट से हटाया गया।

 

 

क्या कहा गया है डॉक्यूमेंट में?
दरअसल, रक्षा मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर एक डॉक्यूमेंट अपलोड किया था, जिसमें कहा गया था कि मई माह की शुरुआत में पूर्वी लद्दाख में चीन ने घुसपैठ की थी। एनडीटीवी की मानें तो दो दिन बाद ये डॉक्‍यूमेंट्स वेबसाइट से गायब थे। पेज मिसिंग है और लिंक अब नहीं खुल रहा है। एनडीटीवी के मुताबिक मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर "व्हाट्स न्यू" सेक्शन में "एलएसी पर चीनी आक्रामकता" टाइटल के तहत दस्तावेज़ अपलोड किया था। इसमें कहा गया है, "LAC के करीब चीनी आक्रामकता बढ़ रही है और विशेष रूप से 5 मई, 2020 से गालवान घाटी में। चीनी पक्ष ने 17-18 मई को पैंगॉन्ग त्सो लेक के उत्तरी तट, कुंगरंग नाला और गोगरा के क्षेत्रों में घुसपैठ की कोशिश की।

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वर्तमान गतिरोध लंबे समय तक रहने की संभावना
दस्तावेज में कहा गया है कि स्थिति को सामान्य करने के लिए दोनों पक्षों के सशस्त्र बलों के बीच जमीनी स्तर पर बातचीत हुई। कोर कमांडरों की फ्लैग मीटिंग 6 जून को आयोजित की गई थी। हालांकि, दोनों पक्षों के बीच 15 जून को हिंसक झडप हुई जिसमें, दोनों पक्षों के सैनिक हताहत हुए। इसके बाद, दस्तावेज़ में कहा गया है, एक दूसरी कोर कमांडर स्तर की बैठक 22 जून को डी-एस्केलेशन के तौर-तरीकों पर चर्चा करने के लिए हुई। मंत्रालय ने कहा, "सैन्य और राजनयिक स्तर पर बातचीत जारी है। वर्तमान गतिरोध लंबे समय तक रहने की संभावना है।" 

Created On :   6 Aug 2020 6:52 PM IST

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