बुलडोजर एक्शन को राहुल ने बताया संविधान पर हमला तो अखिलेश ने कहा, बीजेपी संविधान पर ही बुलडोजर चला रही
- बीजेपी को अपने दिल में भरे नफरत पर बुलडोजर चलाना चाहिए
- भाजपा बुलडोजर को अपना प्रतीक चिन्ह बना ले
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। हनुमान जयंती पर जहांगीरपुरी में हुई हिंसा अब राजनीतिक रंग लेती हुई नजर आ रही है। दिल्ली के जहांगीरपुरी में अवैध बने घरों पर बुलडोजर की कार्रवाई चल रही थी। हालांकि सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद रोक लग गई है। लेकिन इसको लेकर सियासी जंग जारी है। एक तरफ कांग्रेस के पूर्व व वायनाड सांसद राहुल गांधी ने बुलडोजर कार्रवाई से मौजूदा सरकार को घेरा है। तो दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी बीजेपी पर जमकर हमला बोला है।
बुलडोजर की कार्रवाई पर तमाम विपक्षी दल बीजेपी के ऊपर तमाम तरह के आरोप लगा रहे हैं। राहुल गांधी ने तो बुलडोजर एक्शन को संविधान पर हमला बताया है। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी संविधान पर बुलडोजर चला रही है।
राहुल गांधी ने ट्वीट कर बीजेपी पर साधा निशाना
राहुल गांधी ने जहांगीरपुरी में चले बुलडोजर को असंवैधानिक करार दिया और जमकर बीजेपी पर बरसे। उन्होंने कहा कि बीजेपी को अपने दिल में भरे नफरत पर बुलडोजर चलाना चाहिए। राहुल ने बुलडोजर की कार्रवाई को गरीबों और अल्पसंख्यकों पर राज्य प्रायोजित कार्रवाई बताई। राहुल ने ट्वीट किया बुलडोजर की कार्रवाई भारतीय संवैधानिक मूल्यों को ढहाने जैसा है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 20, 2022
अखिलेश ने ट्वीट कर बीजेपी को घेरा
अखिलेश ने ट्वीट किया कि भाजपा बुलडोजर को अपना प्रतीक चिन्ह बना ले। उन्होंने कहा कि भाजपा के उन्माद का शिकार अन्य अल्पसंख्यक, पिछड़े व दलित के अलावा हिंदू भी हो रहे हैं। अखिलेश ने आगे लिखा कि बीजेपी ने बुलडोजर को गैरकानूनी ताकत का प्रतीक बना ली है। अखिलेश ने अपने ट्वीट में लिखा कि बुलडोजर को लेकर देशभर में आक्रोश पैदा हो रहा है। अखिलेश कहा कि अब जनता भाजपाइयों के घरों, कार्यालयों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों के निर्माण की वैधता की जांच का आंदोलन छेड़ेगी और सच बुलडोजर चलवा रहे हैं।
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) April 20, 2022
यूपी और एमपी में भी हो चुकी है बुलडोजर की कार्रवाई
दंगाइयों के घरों पर बुलडोजर चलने की कार्रवाई जहांगीरपुरी से ही नहीं शुरू हुई है। इससे पहले यूपी और मध्यप्रदेश में बुलडोजर भी बुलडोजर की कार्रवाई हो चुकी है। हालांकि बुलडोजर की इस तरह से कार्रवाई को विपक्षी दल असंवैधानिक करार दे रहे हैं।
क्या था पूरा मामला ?
बुधवार को एमसीडी दंगे के आरोपियों की अवैध संपत्ति ध्वस्त कर रहा था। इसका विरोध करने के लिए जमीयत उलेमा ए हिंद की तरफ से वकील दुष्यंत दवे ने जहांगीपुरी में हो रहे बुलडोजर एक्शन का मामला चीफ जस्टिस के सामने उठाया था। इस याचिका में वकील की तरफ से कोर्ट की दखल की मांग की गई थी।
फिलहाल, सुप्रीम कोर्ट ने बुलडोजर की कार्रवाई को यथास्थिति बरकरार रखने का आदेश दिया है। खबरों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट के स्थगन आदेश के बावजूद भी सवा घंटे तक बुलडोजर की कार्रवाई चलती रही। जिसको लेकर मुख्य विपक्षी दलों ने बीजेपी पर हमला बोला है।
Created On :   20 April 2022 7:02 PM IST