केजरीवाल बोले- अगर दिल्ली को 2019 से पहले दिया पूर्ण राज्य का दर्जा तो बीजेपी के लिए करेंगे कैंपेन
- केजरीवाल ने कहा
- अगर दिल्ली को मिला पूर्ण राज्य का दर्जा को बीजेपी के लिए करेंगे कैंपेन।
- दिल्ली के प्रशासनिक कामकाज को लेकर एलजी और दिल्ली सरकार में खींचतान।
- विधानसभा में पारित हुआ दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने का प्रस्ताव।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली को पूर्ण राज्य बनाने का प्रस्ताव सोमवार को विधानसभा में पारित हो गया। इस दौरान सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि अगर दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिलता है तो हम 2019 चुनाव में बीजेपी के लिए कैम्पेन करेंगे। बता दें कि दिल्ली के प्रशासनिक कामकाज को लेकर दिल्ली सरकार और एलजी के बीच अकसर खींचतान की स्थिति बनी रहती है। यहीं वजह है कि दिल्ली को राज्य का दर्जा देने की मांग आम आदमी पार्टी जोरशोर से उठाती रही है।
I want to tell BJP that if before 2019 Elections, Delhi is granted statehood. we"ll make sure that each every vote from Delhi goes in your favour, we"ll campaign for you. If you don"t do so Delhi residents will put up boards saying "BJP leave Delhi": Delhi CM in Assembly pic.twitter.com/C22uLu9PSf
— ANI (@ANI) June 11, 2018
बीजेपी के लिए करेंगे कैंपेन
अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में कहा, "मैं बीजेपी से कहना चाहता हूं कि अगर 2019 लोकसभा चुनाव से पहले दिल्ली को राज्य का दर्जा दे दिया जाता है तो हम यह सुनिश्चित करेंगे कि दिल्ली से हरेक वोट आपको मिले, हम सभी आपके लिए कैम्पेन करेंगे। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो दिल्ली की जनता "बीजेपी दिल्ली छोड़ो" का बोर्ड लेकर घुमेगी।" इससे पहले अरविंद केजरीवाल ने रविवार को पार्टी पदाधिकारियों की बैठक में कहा था कि 1947 में देश को आजादी मिल गई और 1950 में लोकतंत्र की स्थापना हो गई, लेकिन दिल्ली में वायसराय को हटाकर एलजी को बिठा दिया गया। इसकी वजह से यहां की सरकार और जनता को आज तक देश के दूसरे हिस्सों की तरह पूरे अधिकार नहीं मिल पाए।
केन्द्र के साथ मिलकर काम करने की सलाह
बता दें कि आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिलाने की मांग को लेकर 300 सभाएं आयोजित करने का फैसला किया है। इसे लेकर दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने सीएम केजरीवाल को केन्द्र सरकार और दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल के साथ मिलकर काम करने की सलाह दी थी। उन्होंने कहा था कि दिल्ली एक यूनियन टेरटरी है, जो कि केन्द्र सरकार द्वारा शासित होती है। राज्य सरकार को केन्द्र के साथ को-ओपरेट करके ही काम करना चाहिए। शीला दीक्षित ने कहा था, काम नहीं कर पाने को लेकर केन्द्र और LG को दोष देना गलत है। जनता सही शासन चाहती है, शिकायत नहीं।" वहीं शीला दीक्षित के इस बयान के बाद केजरीवाल ने उन्हें चुनौती दी कि मोदी सरकार में वह एक साल दिल्ली सरकार चला कर दिखा दें।
Created On :   11 Jun 2018 6:39 PM IST