प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से हिस्सा लिया
- विज्ञान और नवाचार को सर्वोच्च प्राथमिकता
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से केंद्र-राज्य विज्ञान सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में हिस्सा लिया। प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि जब ज्ञान-विज्ञान से हमारा परिचय होता है तब संसार की सभी संकटों से मुक्ति का रास्ता अपने आप खुल जाता है। समाधान और नवाचार का आधार विज्ञान ही है। इसी प्रेरणा से आज का नया भारत, जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के साथ ही जय अनुसंधान का आह्वान करते हुए आगे बढ़ रहा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि नवाचार को प्रोत्साहित करने के लिए राज्य सरकारों को ज्यादा से ज्यादा वैज्ञानिक संस्थानों के निर्माण पर और प्रक्रियाओं को सरल करने पर बल देना चाहिए। राज्यों में जो उच्च शिक्षा के संस्थान हैं, उनमें नवाचार प्रयोगशालाओं की संख्या भी बढ़ाई जानी चाहिए
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी सरकार विज्ञान आधारित विकास की सोच के साथ काम कर रही है। 2014 के बाद से साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में निवेश में काफी वृद्धि की गई है। सरकार के प्रयासों से आज भारत वैश्विक नवाचार सूचकांक में 46वें स्थान पर है, जबकि 2015 में भारत 81 नंबर पर था।
हमारी सरकार विज्ञान आधारित विकास की सोच के साथ काम कर रही है। 2014 के बाद से साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में निवेश में काफी वृद्धि की गई है। सरकार के प्रयासों से आज भारत वैश्विक नवाचार सूचकांक में 46वें स्थान पर है, जबकि 2015 में भारत 81 नंबर पर था: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी pic.twitter.com/TXME3Ttk8E
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 10, 2022
पीएम ने कहा अमृतकाल में भारत को रिसर्च और इनोवेशन का ग्लोबल सेंटर बनाने के लिए हमें एक साथ अनेक मोर्चों पर काम करना है। अपनी साइंस और टेक्नॉलॉजी से जुड़ी रिसर्च को हमें लोकल स्तर पर लेकर जाना है
इस अमृतकाल में भारत को रिसर्च और इनोवेशन का ग्लोबल सेंटर बनाने के लिए हमें एक साथ अनेक मोर्चों पर काम करना है। अपनी साइंस और टेक्नॉलॉजी से जुड़ी रिसर्च को हमें लोकल स्तर पर लेकर जाना है: प्रधानमंत्री
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 10, 2022
पश्चिम में आइंस्टाइन, फर्मी, मैक्स प्लांक, नील्स बोर, टेस्ला जैसे वैज्ञानिक अपने प्रयोगों से दुनिया को चौंका रहे थे। उसी दौर में सीवी रमन, जगदीश चंद्र बोस, सत्येंद्रनाथ बोस, मेघनाद साहा, एस चंद्रशेखर समेत कई वैज्ञानिक अपनी नई-नई खोज सामने ला रहे थे: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
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पीएम ने 21 वीं सदी भारत में विकास में विज्ञान उस ऊर्जा की तरह है, जिसमें हर क्षेत्र के विकास को, हर राज्य के विकास को गति देने का सामर्थ्य है,आज जब भारत चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने की तरफ बढ़ रहा है तो उसमें भारत की साइंस और इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की भूमिका बहुत अहम है
21वीं सदी के भारत के विकास में विज्ञान उस ऊर्जा की तरह है जिसमें हर क्षेत्र के विकास को, हर राज्य के विकास को गति देने का सामर्थ्य है। आज जब भारत चौथी औद्योगिक क्रांति का नेतृत्व करने की तरफ बढ़ रहा है तो उसमें भारत की साइंस और इस क्षेत्र से जुड़े लोगों की भूमिका बहुत अहम है: PM https://t.co/fkSuGaLx0o pic.twitter.com/YXfs6B9xFr
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पीएम मोदी जी ने इस दो-दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन कर हम सबका हौसला बढ़ाया है। हम सब जानते हैं कि पीएम मोदी जी ने निरंतर विज्ञान और नवाचार को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जिसके परिणास्वरूप आज देश के हर घर में तकनीक पहुंच चुकी है: केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह pic.twitter.com/O7gkZVf5HR
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केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कार्यक्रम को लेकर कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने इस दो-दिवसीय सम्मेलन का उद्घाटन कर हम सबका हौसला बढ़ाया है। हम सब जानते हैं कि पीएम मोदी जी ने निरंतर विज्ञान और नवाचार को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जिसके परिणास्वरूप आज देश के हर घर में तकनीक पहुंच चुकी है।
Created On :   10 Sept 2022 2:53 PM IST