PM मोदी ने कहा- भ्रष्टाचार मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर बढ़ रहा देश, लेकिन भ्रष्टाचार का वंशवाद आज की सबसे बड़ी चुनौती

- DBT के माध्यम से गरीबों को मिला लाभ
- घोटालों वाले दौर को पीछे छोड़ चुका देश
- पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला भ्रष्टाचार बड़ी चुनौती
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज शाम (मंगलवार, 27 अक्टूबर) सतर्कता एवं भ्रष्टाचार-विरोधी एक राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन किया। इस दौरान पीएम ने अपने संबोधन में कहा कि बीते वर्षों में देश भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर आगे बढ़ रहा है, लेकिन भ्रष्टाचार का वंशवाद आज की सबसे बड़ी चुनौती है।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये इस सम्मेलन को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि हजारों करोड़ के घोटाले, शेल कंपनियों का जाल, टैक्स चोरी, ये सब वर्षों तक चर्चा के केंद्र में रहा। 2014 में जब देश ने बड़े परिवर्तन का फैसला लिया तो सबसे बड़ा चैलेंज इस माहौल को बदलना था। 2014 से अब तक प्रशासनिक, बैंकिंग प्रणाली, हेल्थ, शिक्षा, कृषि, श्रम हर क्षेत्र में सुधार हुए हैं।
Addressing the National Conference on Vigilance and Anti-Corruption. https://t.co/hv08JEKCuh
— Narendra Modi (@narendramodi) October 27, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भ्रष्टाचार हो, आर्थिक अपराध हो, ड्रग मामले हो, धनशोधन या फिर आंतकवाद और आतंकी वित्तपोषण हो ये सब एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। उन्होंने कहा, इसलिए हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ प्रणालीगत जांच, प्रभावी ऑडिट, क्षमता निर्माण और प्रशिक्षण का काम मिलकर करना होगा।
पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला भ्रष्टाचार बड़ी चुनौती
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज मैं आपके सामने एक और बड़ी चुनौती का जिक्र करने जा रहा हूं। ये चुनौती बीते दशकों में धीरे-धीरे बढ़ते हुए अब देश के सामने एक विकराल रूप ले चुकी है। ये चुनौती है- भ्रष्टाचार का वंशवाद यानि एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी में ट्रांसफर हुआ भ्रष्टाचार। उन्होंने कहा कि बीते दशकों में हमने देखा है कि जब भ्रष्टाचार करने वाली एक पीढ़ी को सही सजा नहीं मिलती, तो दूसरी पीढ़ी और ज्यादा ताकत के साथ भ्रष्टाचार करती है।उसे दिखता है कि जब घर में ही करोड़ों रुपये कालाधन कमाने वाले का कुछ नहीं हुआ, तो उसका हौसला और बढ़ जाता है। इस वजह से कई राज्यों में तो पीढ़ी दर पीढ़ी भ्रष्टाचार राजनीतिक परंपरा का हिस्सा बन गया है। पीढ़ी दर पीढ़ी चलने वाला भ्रष्टाचार, भ्रष्टाचार का ये वंशवाद, देश को दीमक की तरह खोखला कर देता है।
घोटालों वाले दौर को पीछे छोड़ चुका देश
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब डीबीटी के माध्यम से गरीबों की मिलने वाला लाभ 100 प्रतिशत गरीबों तक सीधे पहुंच रहा है। अकेले डीबीटी की वजह से एक लाख 70 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा गलत हाथों में जाने से बच रहे हैं। मोदी ने कहा कि आज गर्व के साथ कहा जा सकता है कि घोटालों वाले उस दौर को देश पीछे छोड़ चुका है। बता दें कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा आयोजित इस राष्ट्रीय सम्मेलन की थीम "सतर्क भारत-समृद्ध भारत" है। यह सम्मेलन तीन दिन तक चलेगा।
DBT के माध्यम से गरीबों को मिला लाभ
प्रधानमंत्री ने कहा कि अब DBT के माध्यम से गरीबों की मिलने वाला लाभ 100 प्रतिशत गरीबों तक सीधे पहुंच रहा है। अकेले DBT की वजह से 1 लाख 70 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा गलत हाथों में जाने से बच रहे हैं। आज ये गर्व के साथ कहा जा सकता है कि घोटालों वाले उस दौर को देश पीछे छोड़ चुका है।
1500 से ज्यादा कानून रद्द किए गए
पीएम ने कहा कि 2016 में मैंने कहा था कि गरीबी से लड़ रहे हमारे देश में भ्रष्टाचार का रत्ती भर भी स्थान नहीं है। भ्रष्टाचार का सबसे ज्यादा नुकसान अगर कोई उठाता है तो वो देश का गरीब ही उठाता है। ईमानदार व्यक्ति को परेशानी आती है। हमारा इस बात पर ज्यादा जोर है कि सरकार का न ज्यादा दबाव हो और न सरकार का अभाव हो। सरकार की जहां जितनी जरूरत है, उतनी ही होनी चाहिए। इसलिए बीते सालों में डेढ हजार से ज्यादा कानून खत्म किए गए हैं। अनेक नियमों को सरल किया गया है।
Created On :   27 Oct 2020 7:08 PM IST