पीएम मोदी ने रूस और यूक्रेन से युद्धविराम, बातचीत का रास्ता अपनाने की अपील की

PM Modi appeals to Russia and Ukraine to adopt the path of ceasefire, talks
पीएम मोदी ने रूस और यूक्रेन से युद्धविराम, बातचीत का रास्ता अपनाने की अपील की
मोदी की डेनमार्क यात्रा पीएम मोदी ने रूस और यूक्रेन से युद्धविराम, बातचीत का रास्ता अपनाने की अपील की
हाईलाइट
  • अंतिम चरण में मोदी फ्रांस जाएंगे और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे
  • बुका में नागरिकों की हत्या बेहद चौंकाने वाली

 डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक बार फिर रूस और यूक्रेन से तत्काल युद्धविराम और बातचीत का रास्ता अपनाने की अपील की, क्योंकि उनके डेनमार्क समकक्ष मेटे फ्रेडरिकसन ने उम्मीद जताई कि भारत संकट को रोकने के लिए रूस को प्रेरित करेगा। अपने तीन देशों के यूरोपीय दौरे के दूसरे चरण में कोपेनहेगन में डेनमार्क के प्रधानमंत्री के साथ बातचीत के बाद मोदी ने एक बयान देते हुए रूस और यूक्रेन से यह अपील की।

उन्होंने कहा, हम यूक्रेन में तत्काल युद्धविराम का आह्वान करते हैं और मुद्दे को सुलझाने के लिए बातचीत व कूटनीति का रास्ता अपनाते हैं। फ्रेडरिकसन ने कहा कि भारत करीबी सहयोगी है, इसलिए उन्होंने और मोदी ने यूक्रेन में चल रहे युद्ध पर चर्चा की। उन्होंने कहा, हमने यूक्रेन में नागरिकों और मानवीय संकट के खिलाफ किए गए भयानक अपराधों के परिणामों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि बुका में नागरिकों की हत्या बेहद चौंकाने वाली है। दोनों प्रधानमंत्रियों ने इन हत्याओं की निंदा की और एक स्वतंत्र जांच की जरूरत पर जोर दिया।

फ्रेडरिकसन ने कहा कि डेनमार्क और पूरा यूरोपीय संघ यूक्रेन पर रूस के गैरकानूनी और अकारण हमले की कड़ी निंदा करता है। उन्होंने कहा, मेरा संदेश बहुत स्पष्ट है। (रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर) पुतिन को यह युद्ध रोकना होगा और हत्याएं बंद करनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत युद्ध को रोकने के लिए रूस को प्रेरित करेगा। मोदी मंगलवार को कोपेनहेगन पहुंचे और द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए फ्रेडरिकसन के साथ बातचीत की।

प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता भी हुई और कुछ समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए गए। मोदी ने एक बयान में कहा कि उन्हें खुशी है कि विभिन्न क्षेत्रों में महत्वपूर्ण विकास हुए हैं, विशेष रूप से अक्षय ऊर्जा, स्वास्थ्य, बंदरगाह, शिपिंग, सर्कुलर अर्थव्यवस्था और जल प्रबंधन में। उन्होंने यह भी बताया कि भारत में 200 से अधिक डेनिश कंपनियां विभिन्न क्षेत्रों में काम कर रही हैं। उन्होंने कहा, इन कंपनियों को भारत में कारोबार करने में आसानी हो रही है और आर्थिक सुधारों से फायदा हो रहा है।

बयान के अनुसार, दोनों पक्षों ने हरित रणनीतिक साझेदारी में प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कौशल विकास, जलवायु, नवीकरणीय ऊर्जा, आर्कटिक, पी2पी संबंधों और अन्य मुद्दों के क्षेत्रों में हमारे व्यापक सहयोग पर भी चर्चा की। मोदी ने डेनमार्क की राजधानी पहुंचने के बाद एक ट्वीट में कहा, मैं गर्मजोशी से स्वागत के लिए पीएम फ्रेडरिकसन का बहुत आभारी हूं। यह यात्रा भारत-डेनमार्क संबंधों को और मजबूत करने में एक लंबा सफर तय करेगी।

हवाईअड्डे पर फ्रेडरिकसन ने मोदी की अगवानी की और वहां से वे प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास मैरिएनबोर्ग चले गए। मोदी डेनमार्क, आइसलैंड, फिनलैंड, स्वीडन और नॉर्वे के प्रधानमंत्रियों के साथ दूसरे भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में भी भाग लेंगे। मोदी भारत-नॉर्डिक शिखर सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन, नवीकरणीय ऊर्जा और नवाचार और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों को मजबूत करने के लिए नॉर्डिक देशों से बात करेंगे।

मोदी अपने समकक्ष कैटरीन जैकब्सडॉटिर (आइसलैंड), जोनास गहर स्टोर (नॉर्वे), सना मारिन (फिनलैंड) और मैग्डेलेना एंडरसन (स्वीडन) के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। मोदी अपनी यात्रा के पहले चरण में जर्मनी में थे, जहां उन्होंने क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों सहित कई मुद्दों पर चांसलर ओलाफ शोल्ज के साथ बातचीत की। भारतीय समुदाय के सदस्यों ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और कई शीर्ष व्यापारिक नेताओं से मुलाकात की। अंतिम चरण में मोदी फ्रांस जाएंगे और राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से मुलाकात करेंगे।

(आईएएनएस)

Created On :   3 May 2022 7:00 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story