पीएम ने रखी नवी मुंबई एयरपोर्ट की आधारशीला, UPA सरकार पर निशाना
डिजिटल डेस्क, नवी मुंबई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मुंबईवासियों को एक नई सौगात दी। पीएम ने नवी मुंबई एयरपोर्ट की आधारशिला रखी। 16,700 करोड़ रुपए की लागत से इसका निर्माण किया जा रहा है। मुंबई की बढ़ती जरूरतों को पूरा करने के लिए वर्ष 1997 में 3000 करोड़ रुपए से एक अन्य हवाई अड्डे की योजना बनी थी, लेकिन राजनीतिक अनिर्णय की स्थिति, पर्यावरण अनापत्तियों और फंडिंग के मुद्दों समेत कई कारणों से इस परियोजना के लिए लंबा इंतजार करना पड़ा। इस दौरान पीएम ने लेटलतीफी के लिए यूपीए सरकार पर जमकर निशाना साधा।
इस मौके पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने पीएम का गर्मजोशी से स्वागत किया। परिवहन मंत्री नितिन गडकरी भी कार्यक्रम में शामिल हुए। पीएम मोदी ने कहा कि वैश्वीकरण हमारे समय की सच्चाई है और वैश्वीकरण के साथ गतिशीलता बनाए रखने के लिए हमें उच्च गुणवत्ता वाले इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत है। यह भी कहा कि सागरमाला परियोजना से ना सिर्फ पोर्ट के विकास में बल्कि पोर्ट आधारित विकास में भी मदद मिल रही है।
पीएम के भाषण की मुख्य बातें:
- यूपीए सरकार पर पीएम मोदी ने साधा निशाना।
- पीएम ने कहा, पहले कागजों में योजनाएं बनती थी, लागू नहीं हो पाती थी।
- हम योजनाओं को जमीन पर उतारने का काम कर रहे है।
- कई सरकारें आयी होंगी लेकिन एयरपोर्ट नहीं बना। इसके पीछे सरकार के काम करने के तौर तरीके सबसे बड़ी बात है।
- हिंदुस्तान में ऐसे कई महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है जो तीस-बीस साल पहले घोषणा तो हो गयी लेकिन कभी कागज़ और फाइल के बाहर कभी निकला ही नहीं
- पुरानी सरकारों का स्वभाव था लटकाना,अटकना, भटकना।
- करीब-करीब 10 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट्स ऐसे ही लटके, अटके, भटके हुए थे।
- इस प्रोजेक्ट्स को हमने कार्यान्वित किया, धन का प्रबंध किया और आज तेज गति से वो काम आगे चल रहे हैं।
- इन्हीं में से एक नवी मुंबई एयरपोर्ट का काम है।
- वैश्वीकरण हमारे समय की वास्तविकता।
- वैश्वीकरण के साथ गतिशीलता बनाए रखने के लिए हमें उच्च गुणवत्ता वाले इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत।
- भारत का एविएशन सेक्टर तेजी से बढ़ रहा है।
- फ्लाइट से सफर करने वाले लोगों की तेजी से बढ़ोत्तरी हुई है।
- इसीलिए एविएशन सेक्टर में क्वालिटी इंफ्रास्ट्रक्चर बेहद महत्वपूर्ण हो गया है।
- पिछले सालों में भारत में नए एयरक्राफ्ट के ऑर्डर बढ़े है।
- ये बहुत अच्छे संकेत है। क्योंकि मजबूत एविएशन सेक्टर ज्यादा आर्थिक अवसरों को प्रदान करता है।
- अगर कनेक्टिविटी बेहतर होगी तो ज्यादा टूरिस्ट इंडिया आएंगे।
1,160 हेक्टेयर का प्रयोग एरोनॉटिकल के लिए
सरकारी सिडको और जीवीके ग्रुप यह हवाई अड्डा बनाएंगे। वैसे इस हवाई अड्डे के लिए जरुरी पूरी जमीन 2,268 हेक्टेयर अब तक पूरी अधिग्रहीत नहीं हुई है। इसके बन जाने से मुम्बई के छत्रपति अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर दबाव काफी कम हो जाएगा। हालांकि, हवाई अड्डे के लिए जरुरी जमीन- 2,268 हेक्टेयर से अधिक है, जिसमें से 1,160 हेक्टेयर का इस्तेमाल एरोनॉटिकल प्रयोजनों के लिए किया जाएगा।
डबल रनवे वाला हवाई अड्डा
बता दें कि मुंबई के छत्रपति शिवाजी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के विपरीत, एकल रनवे है, लेकिन नवी मुंबई के नए हवाई अड्डे में दो समानांतर रनवे होंगे। दोनों रनवे पर करीब एक घंटे में लगभग 80 उड़ानें संभाली जाएंगी। फिलहाल एकल रनवे में मुंबई हवाई अड्डे को दुनिया के सबसे व्यस्त एकल रनवे सुविधा के रूप में जाना जाता है। जीवीके समूह के साथ नए हवाई अड्डे को विकसित करने वाले सिटी इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (सीडको) को उम्मीद है कि 201 9 में पहली उड़ान उतरने की योजना है।
जीवीके ग्रुप परियोजना में 74 फीसदी हिस्सेदारी रखेगी, शेष सिडको द्वारा आयोजित किया जा रहा है और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण समानांतर रनवे 4,000 मीटर की दूरी तय करेंगे। नए हवाई अड्डे के दो प्रवेश द्वार और निकास होंगे। रनवे का दक्षिणी सिरे पहले बनाया जाएगा। जीवीके ग्रुप परियोजना में 74 फीसदी हिस्सेदारी रखेगी, शेष सिडको और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा आयोजित किया जा रहा है।
Created On :   18 Feb 2018 5:15 PM IST