तीसरे दिन पेट्रोल महज 6 पैसे सस्ता, सिलेंडर 48 रुपए तक हुआ महंगा

Petrol costs only 6 paise, cylinders price increased by Rs 2.48
तीसरे दिन पेट्रोल महज 6 पैसे सस्ता, सिलेंडर 48 रुपए तक हुआ महंगा
तीसरे दिन पेट्रोल महज 6 पैसे सस्ता, सिलेंडर 48 रुपए तक हुआ महंगा

डिजिटल डेस्क । लगातार तीसरे दिन पेट्रोल-डीजल के दामों में कमी आई, हलांकि दामों में गिरावट मामूली है। दिल्ली, कोलकाता, मुबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमत में 6 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दाम में 5 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है। तेल में की जा रही मामूली कटौती किसी मजाक से कम नहीं लग रही है। जहां एक तरफ देश में तेल के दाम एक-एक कम कर के जनता को झूठी राहत दी जा रही है वहीं दूसरी तरफ LPG सिलेंडर के दाम बढ़ा दिए गए हैं। दिल्ली में सब्सिडी वाला सिलेंडर 2 रुपए 34 पैसे और बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर 48 रुपए महंगा हो गया है। नए दामों के बाद अब राजधानी दिल्ली में अब सब्सिडी वाला सिलेंडर 493 रुपए 55 पैसे में मिलेगा, जबकि बिना सब्सिडी वाला सिलेंडर 698 रुपए 50 पैसे में मिलेगा। इतना ही नहीं होटल और रेस्टोरेंट में इस्तेमाल होने वाला सिलेंडर 77 रुपये महंगा होकर अब 1244 रुपए 50 पैसे का हो गया है।

 

 

 

इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की वेबसाइट के मुताबिक, दिल्ली में सब्सिडी वाले LPG की कीमत - 4 9 3.55 रुपये, कोलकाता- 496.65 रुपये, मुंबई - 491.31 और चेन्नई - 481.84 रुपए, आज से प्रभावी होने के लिए। सरकार के इस रवैये पर कई सवाल उठ रहे हैं। 

दरअसल शुक्रवार को लगातार तीसरे दिन तेल की कीमतों में कटौती की गई, जो कि बेहद मामूली है। कटौती के बाद दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 78.29 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 69.20 रुपए प्रति लीटर हो गई। कोलकाता में पेट्रोल की कीमत 80.92 रुपए प्रति लीटर और डीजल की कीमत 71.85 रुपए प्रति लीटर है। मुंबई में पेट्रोल की कीमत 86.10 रुपए और डीजल की कीमत 73.65 रुपए प्रति लीटर है। चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 81.28 रुपए और डीजल की कीमत 73.06 रुपए लीटर हो गई है। 

 

तेल के साथ ऐसा हो रहा मजाक

दरअसल बुधवार और गुरूवार को भी 1 पैसे, 7 पैसे और 5 पैसे की कटौती की गई थी, जो कि बढ़ोतरी के मुकाबले काफी कम है। गौरतलब है कि कर्नाटक चुनाव के बाद शुरू हुई पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी लगातार 15 दिन जारी रही। 15 दिन में पेट्रोल पर तकरीबन 4 रुपए और डीजल पर 3.80 पैसे बढ़ाए गए थे। 

जनता को नहीं मिल रहा फायदा 

अंतरराष्ट्रीय बाजार में भले ही कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आ रही हो, लेकिन इसका फायदा अभी भी लोगों को पूरी तरह से नहीं दिया जा रहा। बुधवार को दिल्ली में एक लीटर पेट्रोल की कीमत 78.42 रुपये थी। कर्नाटक चुनाव के बाद पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जो बढ़त शुरू हुई थी, उस पर बुधवार को पहली बार ब्रेक लगा। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी के बाद सरकार पर तेल के दाम कम करने का दबाव था। इससे पहले पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (IOC) और पेट्रोल डीलर एसोसिएशन के साथ बैठक की थी, लेकिन इस बैठक से भी आम आदमी को कोई राहत नहीं मिली थी।

क्यों हुई तेल में बढ़ोतरी 

अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम कम होने पर भी तेल कंपनियां दाम नहीं घटा रही थी। वहीं, सरकार पर लगातार दाम कम करने का दबाव बना हुआ था। रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भी कहा है कि पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों से ग्रोथ का पहिया थम सकता है। 

सरकार ने किए हाथ खड़े

बता दें कि पेट्रोलियम मंत्री धर्मेद्र प्रधान ने बुधवार को कहा कि तेल की कीमतों का निर्धारण तेल कंपनियां करती हैं और उसमें सरकार की कोई भूमिका नहीं होती है। पेट्रोलियम मंत्री ने कहा, "पिछले कुछ साल से पेट्रोल की कीमत बाजार के जरिए तय होती है और दैनिक कीमतों का निर्धारण पिछले साल से हो रहा है। सरकार कीमतों का निर्धारण नहीं करती है।"

इससे पहले 23 मई को केंद्र सरकार ने कहा था कि वो पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से राहत दिलाने के लिए दीर्घकालिक समाधान लाने पर काम कर रही है। सरकार ने कहा था कि हम जल्दबाजी में कोई फैसला नहीं लेंगे।  

Created On :   1 Jun 2018 3:26 AM GMT

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