घाटी में टारगेट किलिंग के बाद पलायन को मजबूर हुए गैर-कश्मीरी, अमित शाह करेंगे बैठक
- 30-40 परिवारों ने शहर छोड़ भी दिया है
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में 24 घंटे के अंदर आतंकवादियो द्वारा दो गैर-कश्मीरी सरकरी कर्मचारियों की हत्या के बाद पलायन शुरू हो गया है। घाटी में रह रहे लोगों का कहना है कि फिलहाल हालत 1990 से भी बुरे है। बीते 26 दिन में 10 लोगों की हत्या हो चुकी हैं।
इससे पहले गुरुवार को बैंक मैनेजर विजय कुमार और बुधवार को एक शिक्षक की आतंकियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। बैंक मैनेजर विजय कुमार की हत्या की जिम्मेदारी कश्मीर फ्रीडम फाइटर्स नाम के संगठन ने ली है, जिसके प्रवक्ता वसीम मीर ने एक बयान जारी करते हुए चेतावनी दी है कि कश्मीर की आबादी में फेरबदल की कोशिश का यही हश्र होगा।
इसके बाद से कश्मीरी पंडितों ने सामूहिक पलायन करने का निर्णय लिया है।
प्रवासियों के मुताबिक, जब सुरक्षाकर्मी ही वहां पर सुरक्षित नहीं है तो एक आम आदमी कैसे हो सकता है? सूत्रों के मुताबिक, 30-40 परिवारों ने शहर छोड़ भी दिया है।
अमित शाह करेंगे बैठक
जम्मू-कश्मीर के ताजा हालातों को जानने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज बैठक करेंगे। यह बैठक पिछले कुछ महीनों में घाटी में नागरिकों, विशेष रूप से प्रवासियों और गैर-मुस्लिम कश्मीरियों की हत्याओं के मद्देनजर भी हो रही है। शाह पहले से ही शुक्रवार को कश्मीर को लेकर एक उच्च स्तरीय सुरक्षा बैठक करने वाले हैं, जहां जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को भी बुलाया गया है।
इससे पहले घाटी में तेजी से बिगड़ते हालात के कारण गुरुवार को बैठक बुलानी पड़ी, जहां एनएसए अजीत डोभाल, रॉ के प्रमुख सामंत गोयल, इंटेलिजेंस ब्यूरो के प्रमुख अरविंद कुमार और गृह मंत्रालय के अन्य शीर्ष अधिकारी अन्य मुद्दों के साथ केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की गई थी।
Created On :   3 Jun 2022 8:46 AM IST