हाथ से नाले की सफाई की घटना पर एनएचआरसी ने लिया संज्ञान, मुख्य सचिव को भेजा नोटिस
- मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रीय मानव अधिकार आयोग (एनएचआरसी) ने दिल्ली के कश्मीरी गेट इलाके में कथित तौर पर पीडब्ल्यूडी विभाग के अधीन एक नाले के अंदर गहरे गड्ढे में सीने तक डूबे हुए एक व्यक्ति की तस्वीर के साथ प्रकाशित मीडिया रिपोर्ट का संज्ञान लिया है और इसपर मुख्य सचिव को नोटिस भी जारी कर दिया है।
दरअसल आयोग ने पाया कि यह घटना इंगित करती है कि सीवरों में अवांछित मौतों और अपमानजनक कार्य होने के बावजूद, राष्ट्रीय राजधानी में नालों की हाथ से सफाई जारी है। आयोग ने दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव को एक नोटिस जारी किया है और गरीबों के मानवाधिकारों के इस तरह के घोर उल्लंघन को रोकने के लिए दिल्ली सरकार द्वारा पहले ही किए गए या किए जाने की संभावना वाले उपायों के बारे में विशेष रूप से जानकारी मांगी है।
साथ ही आयोग ने यह भी पूछा है कि विशेषाधिकार प्राप्त लोग, जो सार्वजनिक या निजी संगठनों द्वारा किसी भी यांत्रिक उपकरण के बिना इस प्रकार की मैला ढोने या सीवेज की सफाई के लिए नियोजित किए जाते हैं, इसपर भी चार हफ्ते में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने यह भी देखा है कि सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिए गए विशिष्ट निर्णयों और विभिन्न सरकारी एजेंसियों द्वारा समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों के बावजूद, सीवेज श्रमिकों को अभी भी अत्यधिक खतरे का सामना करना पड़ रहा है और सार्वजनिक अधिकारियों द्वारा अपमान का शिकार बनाया जा रहा है।
आयोग ने 24 सितंबर, 2021 को मैनुअल स्कैवेंजिंग या जोखिमपूर्ण सफाई में लगे व्यक्ति के मानव अधिकारों के संरक्षण पर एडवाइजरी भी जारी की थी, जिसे सभी राज्यों के मुख्य सचिवों और सभी केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासकों और केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता, आवास और शहरी मामलों के मंत्रालयों और सचिव, राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग को परिचालित किया गया था।
(आईएएनएस)
Created On :   6 April 2022 3:01 PM GMT