नाक या मुंह नहीं शरीर के इन हिस्सों पर भी अटैक कर सकता है ओमिक्रॉन का वायरस, RTPCR से भी नहीं चलेगा पता
- कई देशों की स्थिति तो बेहद ही खराब हो चुकी है।
डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। कोरोना के नए वैरिएंट ने पूरी दुनिया में कहर मचा रखा है। कई देशों की स्थिति तो बेहद ही खराब हो चुकी है। अकेले भारत में बीते 24 घंटों में 3.37 लाख से अधिक केस सामने आए हैं। कहा जा रहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट डेल्टा वैरिएंट की अपेक्षा कम घातक है। कोरोना के इस वैरिएंट को लेकर तरह तरह के दावे किए जा रहे है। लेकिन अब ओमिक्रॉन के लक्षणों को लेकर कहा जा रहा है कि अगर आपके कान में कम सुनाई दे रहा है या फिर कान में आवाज न आने की समस्या है तो हो सकता है कि आप कोरोना से संक्रमित हो?
कान पर दिख रहे लक्षण
डॉ कॉन्स्टेंटिना स्टैंकोविक ने कहा कि अगर आपको कान में आवाज न आना, सुनने में परेशानी, और चक्कर आने जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा हो तो इसे इग्नोर ना करें। क्योंकि कई मरीजों में कोरोना के प्राथमिक तौर पर हमें यहीं लक्षण देखने को मिले हैं। अगर आपको भी ऐसे कोई लक्षण दिखाई दें तो कोरोना का टेस्ट करवा लें
ओमिक्रॉन के लक्षण शरीर के कई अंगों को दिखाई दे रहे है। पहले इसके लक्षण दिल, दिमाग और आंख पर दिखाई दे रहे थे। लेकिन इसके अलावा अब वायरस कान पर भी असर डाल रहा है। इसके लक्षण कानों पर भी दिखाई दे रहे हैं। यह लक्षण उन लोगों में ज्यादा नजर आ रहा है जो वैक्सीन लगवा चुके हैं और पूरी तरह से वैक्सीनेटेड हैं। हालांकि एक्सपर्ट का मानना है कि समय पर इलाज होने पर समस्या को ठीक किया जा सकता है।
बता दें स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने कोरोना से संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों के विशेषकर कान के आंतरिक मॉडल का परीक्षण किया। तो हैरान कर देने वाले लक्षण देखने को मिले। इसमें पता चला कि मरीजों को कान में दर्द और सनसनाहट जैसे लक्षण महसूस हो रहे है। जिसके बारे में लोगों को शायद पता ही नहीं था कि यह कोरोना का ही लक्षण है।
आंत में हो सकते हैं वायरस
सन ऑनलाइन को ZOE कोविड लक्षण अध्ययन के प्रोफेसर टिम स्पेक्टर ने बताया कि कोरोना का नया वैरिएंट अब नाक की जगह आपकी आंत में भी छिपा हो सकता है। जिससे समझा जा सकता है कि संक्रमित लोग पेट खराब होने जैसे लक्षणों को महसूस करते हैं। ऐसे में कई बार उनका कोविड टेस्ट नेगेटिव आ जाता है। प्रोफेसर टिम स्पेक्टर कहते है कि टेस्ट नेगेटिव आने के पीछे की कारण है यह है कि नाक और मुंह में नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के कोई निशान नहीं मिलते। इसलिए उनका कहना है कि वायरस शरीर के किसी भी हिस्सों पर हो सकता है। ऐसे में संभव है कि आंत पर भी ओमिक्रॉन हमला कर रहा हो।
Created On :   22 Jan 2022 4:09 PM IST