अधिकतर भारतीय बच्चों के कोविड टीकाकरण के पक्ष में
- देश में 87 प्रतिशत लोग अपने बच्चों को टीके लगवाने के पक्ष में हैं
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। देश में कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे चुकी है और इसे देखते हुए अधिकतर भारतीयों ने अपने बच्चों को टीका लगाए जाने के मामले में कोई संकोच नहीं दिखाया है।
आईएएनएस-सीवोटर ओमिक्रोन सर्वेक्षण में यह बात उभर कर सामने आई है जिसमें शामिल 1942 लोगों ने अपने बच्चों को टीका लगाए जाने के बारे में अपने विचार व्यक्त किए हैं। इनमें से 76.6 प्रतिशत लोगों ने कहा कि वे निश्चित रूप से अपने बच्चों को टीका लगवाना पसंद करेंगे जबकि दस प्रतिशत लोगों ने कहा कि शायद टीका लगवाएंगे।
देश में 87 प्रतिशत लोग अपने बच्चों को टीके लगवाने के पक्ष में हैं ताकि वे अपने बच्चों को इस महामारी से सुरक्षित रख सकें। केवल छह प्रतिशत ने बच्चों को वैक्सीन लगवाने में थोड़ा संकोच दिखाया है और कुछ स्वयंभू तथा अधिक ज्ञानी लोगों तथा विशेषज्ञता जाहिर करने वालों ने कहा कि बच्चों को वैक्सीन लगवाने से उनमें दुष्प्रभाव हो सकते हैं।
जिस प्रकार से भारतीय माता पिता अपने बच्चों को लेकर संवेदनशील हैं, लेकिन बच्चों के टीकाकरण को लेकर उनमें आधुनिक विज्ञान के प्रति जो विश्वास है वह वाकई उत्साजनक है। यह उत्साह पश्चित जगत के मीडिया को आइना दिखाने जैसा है जो भारत के बारे में यही दिखाते है कि यह रूढ़िवादिता और अंधविश्वास से जकड़ा हुआ देश है ओर ऐसे गरीब देश के लोगों की सोच अधिक प्रगतिशील नहीं सकती है।
अगर देखा जाए तो पश्चिम जगत के ये देश कोरोना वैक्सीन को लेकर एक प्रकार का अड़ियल और असंगत रवैया दिखा रहे है जबकि उनके पास वैक्सीन की कोई कमी नहीं है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष दिसंबर में ट्रैकर के एक सर्वेक्षण में 98 प्रतिशत पात्र आबादी ने कोराना टीकाकरण को लेकर एक जबर्दस्त बात कही थी कि वे कोरोना टीकाकरण के लिए पूरी तरह तैयार हैं और कम साक्षरता होने के बावजूद यह सोच देश की अलग पहचान बनाती है।
(आईएएनएस)
Created On :   6 Jan 2022 7:30 PM IST