लोकसभा में कम काम से दुखी हुए स्पीकर ओम बिरला, राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बाद भावुक हुए वेकैंया नायडू, कहा- लोकतंत्र की पवित्रता नष्ट की गई

Monsoon Session of Parliament Live Lok Sabha Speaker Om Birla Rajya Sabha Speaker Venkaiah Naidu
लोकसभा में कम काम से दुखी हुए स्पीकर ओम बिरला, राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बाद भावुक हुए वेकैंया नायडू, कहा- लोकतंत्र की पवित्रता नष्ट की गई
विपक्ष भूला मर्यादा लोकसभा में कम काम से दुखी हुए स्पीकर ओम बिरला, राज्यसभा में विपक्ष के हंगामे के बाद भावुक हुए वेकैंया नायडू, कहा- लोकतंत्र की पवित्रता नष्ट की गई
हाईलाइट
  • अनिश्चितकाल के लिए लोकसभा स्थगित
  • राज्यसभा में भावुक हुए स्पीकर नायडू
  • लोकसभा में कम काम से दुखी हुए बिरला

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र में दोनों सदन (लोकसभा-राज्यसभा) में विपक्ष ने सत्ता पक्ष के खिलाफ जमकर हंगामा किया। विपक्षी नेताओं द्वारा बिल फाड़े गए, रुल बुक को आसन पर फेंका गया, हर प्रकार से सदन की कार्यवाही को बधित किया गया। 13 अगस्त तक चलने वाली लोकसभा को अनिश्चिकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है। 

लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने कहा, 17वीं लोकसभा का 6वां सत्र आज सम्पन्न हुआ। इस सत्र में अपेक्षाओं के अनुरुप सदन का कामकाज नहीं हुआ। इसे लेकर मेरे मन में दुख है। मेरी कोशिश रहती है कि सदन में अधिकतम कामकाज हो, विधायी कार्य हो और जनता से जुड़े मुद्दों पर चर्चा हो। 

बिरला ने कहा, इस बार लगातार गतिरोध रहा। ये गतिरोध समाप्त नहीं हो पाया। पिछले 2 वर्ष संसद के कामकाज की दृष्टि से अधिक उत्पादकता वाले रहे। इसबार कुल उत्पादकता 22% रही। 20 विधेयक पारित हुए। सभी संसद सदस्यों से अपेक्षा रहती है कि हम सदन की कुछ मर्यादाओं को बनाए रखें। हमारी संसदीय मर्यादाएं बहुत उच्च कोटि की रही हैं। मेरा सभी सांसदों से आग्रह है कि संसदीय परंपराओं के अनुसार सदन चले। तख्तियां और नारे हमारी संसदीय परंपराओं के अनुरुप नहीं हैं। 

वहीं, मंगलवार को राज्यराज्यसभा में हुए हंगामे पर बोलते हुए राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के मंदिर की बेअदबी होने से वे रातभर सो नहीं पाए। कल सदन में जो कुछ हुआ, वह लोकतंत्र के खिलाफ है। उन्होंने कहा कि विपक्ष सरकार को मजबूर नहीं कर सकता है। सदस्य विरोध कर सकते हैं, लेकिन सभापति को क्या करना है, क्या नहीं करना है इस बारे में नहीं बता सकते हैं। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की पवित्रता जिस तरह नष्ट की गई, उससे आहत हूं। अपनी पीड़ा बताने या निंदा करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं।

Created On :   11 Aug 2021 12:54 PM IST

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