मौजूदा खुराक की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ अधिक प्रभावी है मॉडर्ना की नई कोविड वैक्सीन

Modernas new COVID vaccine more effective against Omicron variant than current dose
मौजूदा खुराक की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ अधिक प्रभावी है मॉडर्ना की नई कोविड वैक्सीन
कोरोना वैक्सीन मौजूदा खुराक की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ अधिक प्रभावी है मॉडर्ना की नई कोविड वैक्सीन
हाईलाइट
  • अभी तक पूरे डेटा की समीक्षा नहीं की गई है

डिजिटल डेस्क, न्यूयॉर्क। मॉडर्ना ने अपनी कोविड-19 वैक्सीन का एक नया वर्जन विकसित किया है, जिसके बारे में दावा किया जा रहा है कि यह मौजूदा खुराक की तुलना में ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ अधिक प्रभावी है।

सीएनबीसी ने अपनी एक हालिया रिपोर्ट में बताया कि अमेरिकी दवा निर्माता के अनुसार, नए टीके ने कई म्यूटेशन (उत्परिवर्तन या अलग-अलग प्रकार) को लक्षित किया है, जो कंपनी के मौजूदा शॉट्स की तुलना में ओमिक्रॉन और डेल्टा सहित प्रमुख वायरस वैरिएंट के खिलाफ एक मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न करता है।

बायोटेक कंपनी की पुन: डिजाइन की गई वैक्सीन बीटा कोविड वैरिएंट में पाए जाने वाले नौ म्यूटेशन के साथ-साथ वायरस के मूल स्ट्रेन को लक्षित करती है, जो पहली बार 2019 के अंत में चीन के वुहान में उभरा है।

इस अपडेटिड टीके द्वारा लक्षित चार म्यूटेशन ओमिक्रॉन के साथ साझा किए गए हैं। सामने आए नए डेटा से पता चला है कि 50-माइक्रोग्राम खुराक वाले मॉडर्ना के नए टीके ने उसी खुराक पर मूल बूस्टर की तुलना में इंजेक्शन के छह महीने बाद ओमिक्रॉन वैरिएंट के खिलाफ एंटीबॉडी को दोगुना कर दिया, जो वायरस को मानव कोशिकाओं को संक्रमित करने से रोकता है।

ऑनलाइन पोस्ट किए गए निष्कर्षों के अनुसार, अपडेट किए गए शॉट ने इंजेक्शन के छह महीने बाद डेल्टा संस्करण के खिलाफ एंटीबॉडी के स्तर में भी वृद्धि की, हालांकि वे ओमाइक्रोन के साथ देखी गई प्रतिक्रिया से कम थे और मूल बूस्टर की तुलना में बेहतर परिणाम नहीं दिखा रहे थे।

हालांकि रिपोर्ट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि यह आंकड़े प्रारंभिक हैं और अभी तक पूरे डेटा की समीक्षा नहीं की गई है।

डाटा के अनुसार अपडेट किए गए 50-माइक्रोग्राम शॉट के सबसे आम दुष्प्रभाव इंजेक्शन लगाए जाने वाली जगह पर और मांसपेशियों में दर्द, थकान और सिरदर्द हो सकते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि मॉडर्ना के सीईओ स्टीफन बैंसेल ने एक बयान में कहा कि बीटा वैरिएंट के साथ शॉट पर डेटा दर्शाता है कि टीकों को लक्ष्य म्यूटेशन के लिए अपडेट करना कोविड से आगे बढ़ने की सही रणनीति है।

मॉडर्ना और फाइजर ने ओमिक्रॉन लहर के मद्देनजर इस साल की शुरुआत में घोषणा की थी कि वे ऐसे नए शॉट्स विकसित कर रहे हैं, जो टीके बनाने की उम्मीद में कई वायरस वैरिएंट को लक्षित करते हैं, जो संक्रमण के खिलाफ लंबे समय तक चलने वाली सुरक्षा प्रदान करते हैं।

वर्तमान टीके स्पाइक प्रोटीन को पहचानने के लिए विकसित किए गए थे, जिसका उपयोग वायरस कोविड के वुहान स्ट्रेन के मानव कोशिकाओं पर आक्रमण करने के लिए करता है।

लेकिन जितना अधिक स्पाइक प्रोटीन विकसित हुआ है, उतनी ही कम संभावना है कि वैक्सीन द्वारा उत्पादित एंटीबॉडी वायरस को पहचानने और उससे लड़ने में सक्षम हैं, जिससे शॉट्स की प्रभावकारिता कम हो जाती है।

मूल टीकों की दो खुराक अभी भी अस्पताल में भर्ती होने के खिलाफ मजबूत सुरक्षा प्रदान करती हैं, हालांकि गंभीर बीमारी के खिलाफ प्रभावशीलता भी कम हो गई है। वर्तमान टीके के तीसरे शॉट भी संक्रमण और अस्पताल में भर्ती होने से सुरक्षा को बढ़ावा देते हैं।

मॉडर्ना एक अतिरिक्त वैक्सीन भी विकसित कर रही है, जिसमें वुहान स्ट्रेन और ओमिक्रॉन कोविड वैरिएंट में मौजूद 32 म्यूटेशन शामिल हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी को इस साल की दूसरी तिमाही में उस शॉट पर शुरुआती डेटा की उम्मीद है।

(आईएएनएस)

Created On :   20 April 2022 10:00 PM IST

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