महबूबा के आरोपों पर बीजेपी का पलटवार, कहा- हम साथ नहीं होते तो कब्रिस्तान बन जाता कश्मीर
- जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी पर उनकी पीडीपी पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया है।
- महबूबा के इस बयान ने साफ कर दिया है कि वह अपनी पार्टी बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं।
- महबूबा ने कहा कि अगर केंद्र सरकार ने पीडीपी पार्टी को तोड़ने के कोशिश की तो कश्मीर में कई सलाउद्दीन पैदा होंगे।
डिजिटल डेस्क, श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी पार्टी की प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बीजेपी पर उनकी पार्टी तोड़ने का आरोप लगाया है। जम्मू-कश्मीर में बीजेपी के समर्थन वापस लेने के बाद महबूबा की सरकार गिर गई थी। सरकार गिरने के बाद अब महबूबा के सामने अपनी पार्टी पीडीपी को बचाने का संकट गहराने लगा है। मीडिया से बात करते हुए महबूबा ने साफ शब्दों में कह दिया है कि अगर केंद्र की बीजेपी सरकार ने अगर उनकी पीडीपी पार्टी को तोड़ने के कोशिश की तो कश्मीर में कई सलाउद्दीन पैदा होंगे। महबूबा के इस बयान पर बीजेपी की प्रतिक्रिया भी आ गई है। जम्मू-कश्मीर बीजेपी नेता रविंद्र रैना ने कहा है कि महबूबा को बीजेपी के साथ के लिए शुक्रिया अदा करना चाहिए, बीजेपी अगर साथ नहीं होती तो आज आतंकी कश्मीर को कब्रिस्तान बना देते।
#WATCH: Former JK CM M Mufti says"Agar Dilli ne 1987 ki tarah yahan ki awam ke vote pe daaka dala, agar iss kism ki tod fod ki koshish ki,jis tarah ek Salahuddin ek Yasin Malik ne janm liya...agar Dilliwalon ne PDP ko todne ki koshish ki uski nataish bahut zyada khatarnaak hogi" pic.twitter.com/LmC7V4OwN2
— ANI (@ANI) July 13, 2018
महबूबा के बयान ने साफ कर दिया है कि वह अपनी पार्टी बचाने के लिए किसी भी हद तक जा सकती हैं। सूत्रों से मिली खबर के अनुसार महबूबा अपनी पार्टी बचाने के लिए आतंकी और अलगाववादियों की शरण में भी जा सकती हैं। बता दें कि पीडीपी में बगावत के गंभीर संकेत मिल रहे हैं और महबूबा ने बगावती नेताओं पर कार्रवाई भी शुरू कर दी है।
She must really be desperate if she is threatening the centre with renewed militancy if PDP breaks up. She seems to have forgotten that militancy in Kashmir has already been reborn under her most able administration. https://t.co/aEmQXe0YaL
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) July 13, 2018
पार्टी बचाने की जद्दोजहद में लगी महबूबा ने मीडिया से बात करते हुए 1990 के दशक के कश्मीर और सलाउद्दीन जैसे आतंकियों का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, "हर घर में दिक्कत होती है, लेकिन दिल्ली ने 1987 की तरह लोगों के वोटिंग राइट्स को खारिज करने, कश्मीर के लोगों को बांटने की कोशिश की तो खतरनाक हालात पैदा होंगे। जिस तरह एक सलाउद्दीन और यासीन मलिक पैदा हुए थे, इस बार हालात और भी खराब होंगे और कई सलाउद्दीन-यासीन पैदा होंगे।"
Created On :   13 July 2018 10:33 AM IST