गुजरात के मोरबी में बड़ा हादसा, केबल पुल टूटने से नदी में गिरे लोग, अभी तक 134 शव बरामद, रखरखाव करने वाली एजेंसी के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज

मोरबी हादसा गुजरात के मोरबी में बड़ा हादसा, केबल पुल टूटने से नदी में गिरे लोग, अभी तक 134 शव बरामद, रखरखाव करने वाली एजेंसी के खिलाफ गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज
हाईलाइट
  • पुलिस- प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंचीं
  • रेस्कयू ऑपरेशन जारी

डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद।  30 नवंबर की शाम गुजरात के मोरबी जिले में मच्छु नदी पर बना केबल पुल अचानक टूट गया। ब्रिज के टूटने से इस पर खड़े सैंकड़ों लोग नदी में गिर गए। स्थानीय प्रशासन से प्राप्त जानकारी के अनुसार, 132 शव बरामद हुए और 2 अभी भी लापता हैं। उनका पता लगाने के लिए सर्च ऑपरेशन जारी है। एनडीआरएफ की 5 टीमें तैनात एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, सेना, गरुड़ कमांडो भी हैं। 

मोरबी के पुल का रखरखाव करने वाली एजेंसी के खिलाफ 304, 308 और 114 के तहत क्रिमिनल केस दर्ज किया गया है, आज से ही जांच शुरू की गई है। 

उधर, घायलों को रेस्क्यू कर इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस- प्रशासन की टीमों ने मौके पर पहुंचकर बचाव अभियान चालू कर दिया है। बचाव कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी घटनास्थल के लिए रवाना हो चुकीं हैं। कहा जा रहा है कि जिस समय यह हादसा हुआ उस वक्त ब्रिज पर लगभग 400 से 450 लोग मौजूद थे। गुजरात सरकार ने मामले की जांच के लिए एक एसआईटी टीम गठित करने का ऐलान किया है। इसके अलावा सीआईडी की एक टीम भी इस हादसे की जांच करेगी।

अमित शाह ने जताया दुख

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दुख जताते हुए कहा कि गुजरात के मोरबी में हादसे में कि जो जान गई हैं वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा, "मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूं। इस विषय में मैंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी व अन्य अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है, NDRF भी शीघ्र घटनास्थल पर पहुँच रही है। प्रशासन को घायलों को तुरंत उपचार देने के निर्देश दिए हैं।"

रेस्क्यू के लिए नेवी और एयरफोर्स को बुलाया गया, बचाव कार्य जारी

घटनास्थल पर रेस्क्यू कार्य बड़ी तेजी से चल रहा है। रक्षा मंत्रालय से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि एनडीआरएफ की टीमों के साथ इंडियन एयरफोर्स का विमान भी रेस्क्यू कार्यों के लिए रवाना हो चुका है। इसके अलावा जामनगर और आसपास के अन्य स्थानों में बचाव कार्यों के लिए हेलीकॉप्टरों को तैयार रखा गया है। इसके साथ ही भारतीय नेवी के 50 जवानों को भी मोरबी बचाव कार्य के लिए भेजा गया है।  

वहीं गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मोरबी पहुंच चुके हैं। घटनास्थल पर पहुंचकर उन्होंने बचाव कार्यों का जायजा लिया। 

हेल्पलाइन नंबर हुआ जारी

हादसे में फंसे या लापता हुए लोगों की जानकारी परिवार या परिचितों तक पहुंचाने के लिए गुजरात सरकार ने हेल्पलाइन नंबर जारी किया है। जिला आपदा नियंत्रण कक्ष द्वारा जारी किया गया यह नंबर 02822243300 है।

हादसे में मरने वालों की संख्या 60 पहुंची, मृतकों में 25 बच्चे शामिल

घटनास्थल पर मौजूद गुजरात सरकार में पंचायत मंत्री बृजेश मेरजा ने बताया कि इस हादसे में अब तक 60 लोगों की मौत हो चुकी है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भी जल्द ही घटनास्थल पर पहुंचने वाले हैं।

वहीं राजकोट से भाजपा सांसद मोहन कुंडरिया ने बताया कि, हम घटना को गंभीरता से ले रहे हैं। बचाव कार्य जारी है। अभी तक 60 से ज्यादा शव बरामद हुए हैं। जिसमें बच्चों, महिलाओं और वृद्धों  की संख्या ज्यादा है।

  गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल ने हादसे पर दुख जताते हुए मरने वाले लोगों के परिवार को 4-4 लाख व घायल होने वालों को 50-50 हजार रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने अपने सारे कार्यक्रमों को रद्द कर मोरबी पहुंचने की बात कही है।

करीब 100 साल पुराना है ब्रिज, 5 दिन पहले ही शुरु हुआ था

बताया जा रहा है कि जिस केबल ब्रिज पर यह हादसा हुआ वह लगभग 100 साल पुराना है। राजा महाराजाओं के समय बने इस ब्रिज को गुजराती नव वर्ष के मौके पर केवल 5 दिन पहले ही रिनोवेशन के बाद चालू किया गया था। लेकिन, रिनोवेशन के महज 5 दिन बाद ही इतना बड़ा हादसा होने पर अब लोगों द्वारा इसे लेकर कई तरह के सवाल उठाए जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि इस केबल ब्रिज को बिना फिटनेस सर्टिफिकेट के ही शुरु कर दिया गया था। 200 मीटर लंबे और 3 से 4 मीटर चौड़े इस ब्रिज पर घूमने के लिए वयस्कों को 17 रुपये और बच्चों को 12 रुपए का टिकट खरीदना होता था। 

पीएम मोदी ने हादसे पर जताया दुख

हादसे पर पीएम नरेंद्र मोदी ने दुख व्यक्त करते हुए मुआवजे का ऐलान किया है। पीएमओ की तरफ से बताया गया कि हादसे को लेकर पीएम मोदी ने गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल और अन्य अधिकारियों से बात की है। उन्होंने रेस्क्यू अभियान के लिए टीमों को जल्द ही जुटाने और हादसे में प्रभावित लोगों तक तत्काल सहायता पहुंचाने को कहा है। इसके साथ ही पीएम ने हादसे में जान गंवाने वालों को 2-2 लाख और घायलों को 50-50 हजार रुपये अनुग्रह राशि प्रधानमंत्री राहत कोष से देने का ऐलान किया है। पीएम मोदी के अलावा देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू और गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे पर चिंता व्यक्त की।

Created On :   30 Oct 2022 3:35 PM GMT

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