फडणवीस बोले- राज्य में राष्ट्रपति शासन दुर्भाग्यपूर्ण, जल्द स्थिर सरकार बनाएंगे
डिजिटल डेस्क, मुंबई। महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है। इसके साथ ही राज्य में कुछ दिनों से चल रहा सत्ता का संघर्ष थम गया है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन को बहुमत मिलने के बाद भी सरकार नहीं बना सके। सीएम पद को लेकर दोनों पार्टियों में ठन गई और दोनों अलग हो गए। इसके बाद महाराष्ट्र में कोई भी दल सरकार के गठन के लिए राज्यपाल के सामने बहुमत सिद्ध नहीं कर पाया। आज (मंगलवार) एनसीपी को 8.30 बजे तक का समय दिया गया था, लेकिन इस बीच राज्यपाल द्वारा भेजे गए राष्ट्रपति शासन के प्रस्ताव को कैबिनेट ने मंजूर कर लिया। इसके बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति शासन पर मुहर लगा दी है। वहीं इस बीच शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है।
- भाजपा नेता और महाराष्ट्र के पूर्व सीएम नारायण राणे के सरकार बनाने के दावे के बयान पर मुगंटीवार ने कहा कि यह राणे साहब की निजी राय है। भाजपा की कोर कमेटी की बैठक में इस मुद्दे पर कोई चर्चा नहीं हुई।
BJP leader Sudhir Mugantiwar: This is Rane Sahab"s personal opinion. There was no discussion held on this issue in the BJP core committee meeting. https://t.co/jTME4rX47V pic.twitter.com/ct1n8hXRcI
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- भाजपा नेता सुधीर मुगंटीवार ने पार्टी की कोर कमेटी की बैठक के बाद मीडिया को बताया कि राष्ट्रपति शासन निश्चित रूप से ऐसी चीज है, जिसकी हमें उम्मीद नहीं थी। हम यह सुनिश्चित करने का प्रयास करेंगे कि लोगों के जनादेश का सम्मान किया जाए। हम स्थिर सरकार बनाने की कोशिश करेंगे।
BJP leader Sudhir Mugantiwar after party"s core committee meeting: President"s rule is definitely something we did not expect. We will certainly try to ensure that people"s mandate is respected. We will try to form a stable government. We will stand by the people of the state. pic.twitter.com/ITsak6XN6F
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस ने एक बयान जारी कर कहा कि राष्ट्रपति शासन दुर्भाग्यपूर्ण है, लेकिन हमें उम्मीद है कि महाराष्ट्र को जल्द ही एक स्थिर सरकार मिलेगी।
Former Maharashtra CM Devendra Fadnavis in a press note: President"s rule is unfortunate but we expect that Maharashtra will get a stable government soon. (file pic) pic.twitter.com/Mwl62YoRfj
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- भाजपा का विकल्प पूरी तरह से समाप्त होने के सवाल पर शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा कि आप इतनी जल्दी में क्यों हैं? यह राजनीति है। राष्ट्रपति शासन लगने के बाद 6 महीने का समय दिया गया है। मैंने भाजपा के साथ गठबंधन का अपनी ओर से खत्म नहीं किया है। भाजपा ने ही अपने वादे से मुकरने के बाद ऐसा किया।
#WATCH Mumbai: Shiv Sena chief Uddhav Thackeray reacts to a question "Is the BJP option completely finished?". Says, "Why are you in such a hurry? It"s politics. 6 months time has been given (President"s Rule). I didn"t finish the BJP option, it was BJP itself which did that..." pic.twitter.com/3pew41hMuF
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- भाजपा नेता नारायण राणे ने कहा कि मुझे लगता है कि एनसीपी-कांग्रेस शिवसेना को मूर्ख बनाने की कोशिश कर रही है।
Narayan Rane, BJP: I think NCP-Congress are trying to make a fool out of Shiv Sena. #MaharashtraGovtFormation https://t.co/TYbwmlmw53
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- भाजपा नेता नारायण राणे ने कहा कि भाजपा सरकार बनाने की कोशिश करेगी। देवेंद्र फड़नवीस इस दिशा में सभी प्रयास कर रहे हैं।
Narain Rane, Bharatiya Janata Party (BJP): BJP will try to form government. Devendra Fadnavis is putting in all efforts in this direction. pic.twitter.com/0hSTXA6LiN
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- उद्धव ने कहा कि बीजेपी-शिवसेना कई सालों तक एक साथ थे, लेकिन अब शिवसेना को कांग्रेस-एनसीपी के साथ जाना है। हम दोनों के साथ आगे की बातचीत करेंगे। मैं अरविंद सावंत को धन्यवाद देना चाहता हूं, कई लोगों को मंत्री पद की लालसा है, लेकिन वह ऐसा नहीं है।
- उद्धव ने कहा कि एनसीपी, शिवसेना और कांग्रेस साथ मिलकर कॉमन मिनिमम प्रोग्राम पर काम कर रहे हैं। हम पहले बीजेपी के साथ थे, लेकिन अब अलग विचारधाराओं के साथ काम करने के लिए हमें थोड़े समय की जरूरत है। उद्धव ने कहा कि बीजेपी ने भी चंद्रबाबू नायडू और रामविलास पासवान जैसे अन्य विचारधारा के लोगों के साथ कम किया है। हम ऐसा करने वाले अकेले नहीं हैं। बीजेपी- शिवसेना ढाई-ढाई साल सीएम पर सहमत हुए थे और इसके बिना उनसे कोई समझौता नहीं हो सकता।
- शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राज्यपाल द्वारा भाजपा को आमंत्रित किया गया था, लेकिन उन्होंने राज्य में सरकार बनाने से इनकार कर दिया। अगले दिन राज्यपाल ने हमें निमंत्रण दिया। हमें केवल 24 घंटे का समय दिया गया था, लेकिन हमें 48 घंटे की आवश्यकता थी।
Uddhav Thackeray, Shiv Sena chief: BJP was invited by the Governor but they refused to form govt in the state. The next day we were given the invitation (by Governor), we were given only 24 hours time but we required 48 hours. But he (Maharashtra) didn"t give us 48 hours time. pic.twitter.com/0dbinykFWE
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा है कि जिस तरह से राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की गई थी, मैं इसकी निंदा करता हूं। इस सरकार ने पिछले 5 वर्षों में कई अवसरों पर राष्ट्रपति शासन पर SC के दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया है।
Ahmed Patel, Congress: Bharatiya Janata Party, Shiv Sena, Nationalist Congress Party got invitation from the Governor to prove majority. But Congress did not get an invitation . We condemn it.
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि हम कोई जल्दी में नहीं हैं। हम कांग्रेस के साथ चर्चा करेंगे और उसके बाद फैसला लेंगे। हम महाराष्ट्र में दुबारा चुनाव नहीं होने देना चाहते।
NCP Chief Sharad Pawar: We are in no hurry. We will hold discussions with Congress and then take a decision (to support Shiv Sena). #MaharashtraGovtFormation pic.twitter.com/MYYYgEpKv0
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि जिस तरह से राष्ट्रपति शासन की सिफारिश की गई थी, मैं इसकी निंदा करता हूं। इस सरकार ने पिछले 5 वर्षों में कई अवसरों पर राष्ट्रपति शासन पर SC के दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया है। हम अपने सहयोगी के साथ चर्चा करने के बाद शिवसेना के साथ चर्चा करेंगे।
Congress leader Ahmed Patel: We will hold discussions with Shiv Sena after we hold discussions with our ally. #Mumbai https://t.co/0A6z2ohYwm
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- राकांपा नेता प्रफुल्ल पटेल ने कहा है कि आज राकांपा और कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं के बीच बैठक हुई। 11 नवंबर को शिवसेना ने हमसे औपचारिक बातचीत की। हम सभी मुद्दों पर चर्चा करेंगे, इसके बाद ही निर्णय लेंगे।
NCP leader Praful Patel: A meeting was held between senior leaders of NCP and Congress today. On 11th November Shiv Sena first contacted us formally. We will discuss on all the issues and then take a decision. #Mumbai pic.twitter.com/65aprntKXD
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- महाराष्ट्र के कांग्रेस और एनसीपी नेताओं के बीच मुंबई में एक संयुक्त बैठक की जा रही है।
Maharashtra: Leaders of Congress and Nationalist Congress Party (NCP) held a joint meeting today in Mumbai. President"s Rule has been imposed in the state of #Maharashtra. pic.twitter.com/Sf5iQfnxkI
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने कहा है कि यह निर्णय प्रधानमंत्री और गृहमंत्री के दबाव में लिया गया है, हमें इस पर आपत्ति है। वहीं आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने भी तंज किया। संजय सिंह ने कहा कि राज भवन अब "राजा भवन" में तब्दील हो गया है, जहां खुलेआम लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या हो रही है।
#WATCH Digvijaya Singh, Congress: ...This decision (President"s Rule in Maharashtra) has been taken under pressure from Prime Minister and Home Minister, we object to this. pic.twitter.com/GRaEoTPG5P
— ANI UP (@ANINewsUP) November 12, 2019
- महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की माकपा ने आलोचना की
माकपा ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की आलोचना करते हुए इसे जल्दबाजी में किया गया फैसला बताया है। माकपा पोलित ब्यूरो ने मंगलवार को जारी बयान में कहा कि महाराष्ट्र में जल्दबाजी दिखाते हुए राष्ट्रपति शासन थोपा गया है। राज्यपाल ने एनसीपी को निर्वाचित विधायकों का बहुमत जुटाकर सरकार बनाने का दावा पेश करने के लिए मंगलवार रात 08.30 बजे तक का समय दिया था, लेकिन उन्होंने अपने ही द्वारा निर्धारित समय सीमा का पालन किए बिना राज्य में संविधान के अनुच्छेद 356 के तहत राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश कर दी।
- शिवसेना की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज (मंगलवार) सुनवाई नहीं होगी। सुनवाई के लिए बुधवार सुबह याचिका को मेंशन किया जाएगा। शिवसेना ने याचिका में कहा है कि राज्यपाल ने हमें दूसरी पार्टियों से समर्थन की चिट्ठी पाने के लिए उचित समय नहीं दिया। बहुमत का फैसला विधानसभा में होता है, राजभवन में नहीं। राजभवन बीजेपी के इशारे पर काम करता हुआ नजर आ रहा है।
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की घोषणा की। वहीं मुंबई में एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक जारी है।
- महाराष्ट्र में आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, अहमद पटेल और केसी वेणुगोपाल एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार से मिलने पहुंचे।
Mumbai: Congress leaders Mallikarjun Kharge, Ahmed Patel and KC Venugopal arrive at YB Chavan centre for a meeting with NCP chief Sharad Pawar. President"s Rule has been imposed in the state of #Maharashtra. pic.twitter.com/OAjkhuxsX6
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- राज्यपाल ने राष्ट्रपति को भेजी रिपोर्ट
— Bhagat Singh Koshyari (@BSKoshyari) November 12, 2019
- महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लागू करने के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी के फैसले पर अब राजभवन ने बयान जारी किया है। राजभवन के अनुसार राज्यपाल इस बात से संतुष्ट नहीं थे कि कोई भी पार्टी सूबे में एक संवैधानिक प्रावधानों के अनुरूप सरकार बना सकेगी। इसको देखते हुए उन्होंने राष्ट्रपति शासन का प्रस्ताव दिया।
Raj Bhavan: Governor of Maharashtra Bhagat Singh Koshyari having been satisfied that as Govt of Maharashtra cannot be carried on in accordance with the Constitution, has today submitted a report as contemplated by the provisions of Article 356 of Constitution (President"s Rule). pic.twitter.com/ThaRzbZT2N
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका
- राष्ट्रपति शासन लगाए जाने से नाराज शिवसेना पहुंची सुप्रीम कोर्ट
Shiv Sena files petition in Supreme Court challenging Maharashtra Governor"s decision to not extend the time given to the party to prove their ability to form government. Advocate Sunil Fernandez has filed the plea for Shiv Sena. pic.twitter.com/vVbZqCdtH5
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- राष्ट्रपति शासन के प्रस्ताव को कैबिनेट की हरी झंडी, राष्ट्रपति की मंजूरी का इंतजार : सूत्र
- महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने देश के वरिष्ठ वकील और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल से फोन पर बात की है।
- सरकार बनाने के लिए शिवसेना 3 दिन का समय मांग रही है। अगर ऐसा नहीं होता है और राष्ट्रपति शासन के हालात बनते हैं तो शिवसेना कोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है। इसी मसले पर ठाकरे ने सिब्बल से बात की है।
- महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यिारी ने राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू करने की सिफारिश कर दी है। डीडी न्यूज़ के हवाले से ये खबर मिली है। सूत्रों के मुताबिक शिवसेना राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जा सकती है।
- महाराष्ट्र में लग सकता है राष्ट्रपति शासन- सूत्र
Sources: #Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari recommends President"s rule in the state. pic.twitter.com/h1tpcrRhos
— ANI (@ANI) November 12, 2019
Sources: If the Maharashtra Governor imposes President Rule in the state, Shiv Sena can approach Supreme Court. Uddhav Thackeray has talked to Kapil Sibal and Ahmed Patel over the issue. pic.twitter.com/C8t1ZpqH8f
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन की हो रही है सिफारिश, शाम तक इंतजार करेंगे राज्यपाल कोश्यारी-सूत्र
- कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी और शरद पवार जी ने भी चर्चा की। हम आगे की बातचीत करेंगे और सामूहिक रूप से निर्णय लेंगे।
Senior Congress leader Mallikarjun Kharge: Congress president Sonia Gandhi ji and Sharad Pawar ji too held discussion. We will hold further talks and will take a decision collectively. https://t.co/8GUfgj5BRA pic.twitter.com/rIxTdsJZ3O
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- संजय राउत मिलने लीलावती अस्पताल पहुंचे शिवसेना प्रमुख
Mumbai: Shiv Sena chief Uddhav Thackeray arrives to meet party leader Sanjay Raut at Lilawati hospital today. Raut was admitted to hospital yesterday after he complained of chest pain. pic.twitter.com/DtAJZskDsc
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- शिवसेना नेता संजय राउत से अस्पताल में मिलने पहुंचे बीजेपी नेता आशीष शेलार
Mumbai: BJP leader Ashish Shelar met Shiv Sena leader Sanjay Raut at Lilawati hospital today. Raut was admitted to hospital yesterday after he complained of chest pain. pic.twitter.com/H8wJSJLc6l
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र सरकार बनाने को लेकर शिवसेना और एनसीपी से बातचीत के लिए दिल्ली से कांग्रेस नेता अहमद पटेल, खडगे और वेणुगोपाल मुंबई रवाना होंगे।
Hon"ble Congress President Smt.Sonia Gandhi spoke to Shri.Sharad Pawar today morning and deputed Shri.Ahamed Patel, Shri.Mallikarjun Kharge and myself for holding further discussions with Shri.Pawar.
We three are going to Mumbai now and will meet Shri.Pawar at the earliest.
— K C Venugopal (@kcvenugopalmp) November 12, 2019
- महाराष्ट्र में शाम 5 बजे बीजेपी कोर ग्रुप की बैठक होगी।इस बैठक में बीजेपी तय करेगी कि महाराष्ट्र की राजनीति को लेकर अगला कदम क्या उठाना है।
- शिवसेना के नेता मनोहर जोशी ने कहा है कि मैं कल उद्धव ठाकरे से मिलने गया था। राज्य में सरकार शिवसेना की ही बनेगी। कांग्रेस क्या करेगी, मैं नहीं कह सकता। लोग चाहते हैं कि जल्द से जल्द शिवसेना की सरकार बने और धीरे-धीरे राज्य में हालात सुधरे।
- सीएम को लेकर 50-50 फॉर्मूला चाहते हैं शरद पवार
- महाराष्ट्र में नई सरकार के गठन को लेकर एक नया पेच फंसता नजर आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक एनसीपी चीफ शरद पवार भी ढाई-ढाई साल वाला फॉर्मूला अपनाना चाहते हैं। शरद पवार चाहते हैं कि दोनों पार्टियों शिवसेना और एनसीपी को ढाई-ढाई साल सीएम पद मिले। यानी सीएम का पद रोटेशनल हो। वहीं, शिवसेना अभी भी आदित्य ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाना चाहती है।
- राकांपा प्रमुख शरद पवार से यह पूछे जाने पर कि क्या कांग्रेस और राकांपा के बीच आज एक बैठक होनी है। उन्होंने कहा, कौन कहता है कि कोई बैठक है? मुझे नहीं पता।
#WATCH NCP Chief Sharad Pawar on being asked if there is a meeting scheduled today between Congress and NCP: Who says there is a meeting? I don"t know. #MaharashtraGovtFormation pic.twitter.com/Tz2ytPGBHn
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- केसी वेणुगोपाल और ए.एके एंटनी सोनिया गांधी से मिलने 10 जनपथ पहुंचे।
- सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दिल्ली से मुंबई जाने के लिए कांग्रेस के नेताओं को मना किया गया है।
- महाराष्ट्र के चुनावी मंथन को लेकर एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कांग्रेस नेता अहमद पटेल से बात की है।
- कांग्रेस कोर ग्रुप की बैठक पर कन्फ्यूजन बरकार है। जानकारी के मुताबिक, सुबह 10:30 बजे बैठक होनी थी लेकिन अब तक सोनिया गांधी के घर कांग्रेस का कोई नेता नहीं पहुंचा है। माना जा रहा है कि कांग्रेस-एनसीपी संपर्क में तो हैं, लेकिन फिलहाल पत्ते नहीं खोलना चाहते।
- एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा है कि कल (सोमवार) हमने पूरा दिन कांग्रेस के समर्थन पत्र का इंतजार किया क्योंकि कांग्रेस के बिना हमारे समर्थन का कोई मतलब नहीं है।
- शरद पवार ने कहा कि हम कांग्रेस से बात करेंगे और राज्यपाल से ज्यादा वक्त मांगने की कोशिश करेंगे।
- शिवसेना नेता संजय राउत से लीलावती अस्पताल में मिलने के लिए एनसीपी चीफ शरद पवार पहुंचे हैं।
Mumbai: NCP Chief Sharad Pawar to meet Shiv Sena leader Sanjay Raut at Lilawati hospital today. Raut was admitted to hospital yesterday after he complained of chest pain (file pics) pic.twitter.com/VdhxYrKYpw
— ANI (@ANI) November 12, 2019
- शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत ने किया ट्वीट, लिखा- हम होंगे कामयाब
"लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
कोशीश करने वालों की कभी हार नही होती ।"
बच्चन.
हम होंगे कामयाब..
जरूर होंगे...
— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 12, 2019
- महाराष्ट्र के सियासी घमासान के बीच कांग्रेस नेता संजय निरुपम ने ट्वीट कर कहा, कांग्रेस के पास सरकार बनाने के लिए कोई नैतिक अधिकार नहीं है, ये बीजेपी और शिवसेना का फेलियर है कि उन्होंने राज्य को राष्ट्रपति शासन के कगार पर खड़ा कर दिया है।
Congress has no moral responsibility to form a govt in Maharashtra. Putting any blame on us for the instability is meaningless.
Its the failure of BJP and ShivSena which has brought the state on the doorstep of President rule.#MaharashtraPoliticalCrisis
— Sanjay Nirupam (@sanjaynirupam) November 12, 2019
- महाराष्ट्र में सुबह 10 बजे से सरकार की हलचल शुरू हो जाएगी। सुबह 10 बजे कांग्रेस कोर कमेटी की बैठक होगी तो सुबह 11 बजे एनसीपी विधायक दल की बैठक होगी।
- एनसीपी के पास सरकार बनाने के लिए आज शाम 8.30 बजे तक का वक्त है।
- महाराष्ट्र में पिछले 48 घंटे में राजनीतिक घटनाक्रम पूरी तरह से बदल गया है। पहले शिवसेना को न्योता मिला लेकिन वह 24 घंटे में समर्थन पत्र नहीं जुटा पाई, ऐसा ही अब एनसीपी के साथ हुआ है। अगर एनसीपी 24 घंटे में समर्थन नहीं जुटा पाती है तो राज्य में राष्ट्रपति शासन के आसार बढ़ सकते हैं।
- जानें कल (सोमवार) क्या-क्या हुआ
- शिवसेना संसद का केन्द्रीय मंत्री पद से इस्तीफा
- सोमवार सुबह 10.30 बजे केन्द्रीय मंत्री अरविंद सावंत ने इस्तीफा देने का ऐलान किया। दोपहर तक प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात कर बीजेपी को इस्तीफा सौंप दिया। इस सब शरद पवार की शर्त पर हुआ और इसी के साथ शिवसेना एनडीए से अलग हो गई। दोनों पार्टियों के बीच करीब 30 साल पुराना नाता था।
- एनसीपी ने कांग्रेस पर छोड़ा समर्थन का फैसला
- सोमवार सुबह 11.30 बजे मीडिया से बातचीत के दौरान एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि अभी कांग्रेस ने कुछ साफ नहीं किया है, इसलिए अभी स्थिति स्पष्ट नहीं की जा सकती है। कांग्रेस की बैठक खत्म होने के बाद भी समर्थन को लेकर कोई घोषणा की जा सकेगी।
- पवार की सोनिया गांधी से फोन पर चर्चा
- सोमवार दोपहर करीब 2 बजे उद्धव ठाकरे ने शरद पवार के साथ लंबी बैठक की। ठाकरे ने सोनिया गांधी को दो बार फोन कर समर्थन मांगा। इसके बाद शरद पवार की सोनिया गांधी से फोन पर बात हुई। उसके बाद से ही समर्थन पर अटक गई। सोनिया गांधी के तरफ से आने वाली जिस चिट्ठी का शिवसेना को बेसब्री से इंतजार था वो नहीं आई।
- 4 बजे की बैठक के बाद फैसला टाला
- सोमवार शाम 4 बजे महाराष्ट्र के नेताओं के साथ सोनिया गांधी की बैठक हुई। इस बैठक में प्रियंका गांधी भी मौजूद रही। इस बैठक में शामिल ज्यादातर विधायक चाहते थे कि नई सरकार में शामिल हुआ जाए। लेकिन एके एंटनी ने कहा कि कट्टरपंथी छवि की शिवसेना को समर्थन करने से हमें भविष्य में नुकसान होगा। इसलिए पहले कुछ शर्तें मनवानी होंगी।
- बंगाल में नुकसान का डर
- सोमवार शाम 6 बजे कांग्रेस में तय हुआ कि शिवसेना की सीधे समर्थन देने के बजाए एनसीपी को आगे रखा जाए उसे लगता है कि शिवेसना को सीधे समर्थन देने से उसे बंगाल के विधानसभा चुनावों में नुकसान हो सकता है।
- राजभवन में सोनिया की चिट्ठी का इंतजार करते रहे आदित्य ठाकरे
- सरकार बनाने का दावा करने के लिए आदित्य ठाकरे राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिले। समर्थन साबित करने के लिए उन्होंने राज्यपाल से 48 घंटे का समय मांगा। जिस मनाने से राज्यपाल ने साफ इनकार कर दिया।
- सरकार बनाने का समीकरण
- एनसीपी-54
- कांग्रेस-44
- शिवसेना-56
- कुल-154
- बहुमत का आंकड़ा- 145
- बीजेपी-105
Created On :   12 Nov 2019 7:23 AM IST